मणिपुर में भूस्खलन के कारण अब तक 13 लोगों की मौत, दर्जनों लापता

भूस्मखलन मणिपुर के नोनी ज़िले में एक रेलवे निर्माण स्थल पर हुआ. करीब 50 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, भूस्खलन के कारण बड़े पैमाने पर मलबे ने इजेई नदी को अवरुद्ध कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप एक जलाशय बन गया है जो निचले इलाकों को जलमग्न कर सकता है.

Noney, Manipur | Massive landslide triggered by incessant rains caused damage to Tupul station building of ongoing Jiribam – Imphal new line project. Landslide also stuck the track formation, camps of construction workers. Rescue operations in progress: NF Railway CPRO

भूस्मखलन मणिपुर के नोनी ज़िले में एक रेलवे निर्माण स्थल पर हुआ. करीब 45 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, भूस्खलन के कारण बड़े पैमाने पर मलबे ने इजेई नदी को अवरुद्ध कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप एक जलाशय बन गया है जो निचले इलाकों को जलमग्न कर सकता है.

भूस्खलन के बाद बचाव अभियान में जुटे जवान. (फोटो साभार: एएनआई)

इंफाल: मणिपुर के नोनी जिले में एक रेलवे निर्माण स्थल पर हुए भीषण भूस्खलन में अब तक 13 लोगों के मरने की ख़बर है और स्थानीय लोगों तथा सेना के जवानों समेत दर्जनों लोग लापता हो गए हैं. अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, डीजीपी पी. दौंगल ने बताया, ‘हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं लेकिन बारिश और अन्य कारणों से ऐसा हुआ है. यह मुख्य टुलुम स्टेशन है जहां ट्रेन को रुकना था. हो सकता है कि यहां चल रहे भारी निर्माण कार्य के चलते कोई भूकंपीय विक्षोभ हुआ हो. 13 शव अब तक बाहर निकाले गए हैं.’

अधिकारियों के मुताबिक यह घटना बुधवार रात टुपुल यार्ड रेलवे निर्माण शिविर में हुई.

इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि 50 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. बचाव अभियान जारी है.

इंफाल फ्री प्रेस के मुताबिक, भारतीय सेना का 107 टेरिटोरियल आर्मी कैंप भूस्खलन की चपेट में आया है. सूत्रों के मुताबिक, मृतकों की पहचान इसी कैंप के जवानों के तौर पर हुई है, जो कि निर्माणाधीन टुपुल रेलवे स्टेशन के पास उसकी सुरक्षा के लिए तैनात थे.

भूस्खलन के कारण बड़े पैमाने पर मलबे ने इजेई नदी को अवरुद्ध कर दिया है, जिससे एक जलाशय बन गया है जो निचले इलाकों को जलमग्न कर सकता है.

इससे पहले नोनी जिले के उपायुक्त द्वारा जारी एक परामर्श में दो लोगों की मौत की बात कही गई थी. उसमें कहा गया था, ‘टुपुल यार्ड रेलवे निर्माण शिविर में भूस्खलन के कारण हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है और कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. भूस्खलन के कारण बड़े पैमाने पर मलबे ने इजेई नदी को अवरुद्ध कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप एक जलाशय बन गया है जो नोनी जिला मुख्यालय के निचले इलाकों को जलमग्न कर सकता है.’

प्रशासन ने इन इलाकों में रहने वाले लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है. कई स्थानों पर सड़कों के अवरुद्ध होने के कारण लोगों को राष्ट्रीय राजमार्ग-37 की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है.

मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह ने स्थिति का जायजा लेने के लिए एक आपात बैठक बुलाई है.

एन. बिरेन सिंह ने ट्वीट किया, ‘टुपुल में हुई भूस्खलन की घटना का आकलन करने के लिए आज एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई. खोज और बचाव अभियान पहले से ही चल रहा है. मृतकों और लापता लोगों के लिए प्रार्थना करें. बचाव अभियान में सहायता के लिए डॉक्टरों के साथ एम्बुलेंस भी भेजी गई हैं.’

मणिपुर के राज्यपाल एल. गणेशन ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) के जवान बचाव अभियान में शामिल होने जा रहे हैं.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की.

गृह मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल का एक दल भूस्खलन स्थल पर पहुंच गया है जबकि दो और दल रास्ते में हैं.

शाह ने ट्वीट किया, ‘मणिपुर में टुपुल रेलवे स्टेशन के समीप भूस्खलन के बाद मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह और अश्विनी वैष्णव से बातचीत की. बचाव अभियान पूरे जोर-शोर से चल रहा है. एनडीआरएफ का एक दल घटनास्थल पर पहुंच गया है और बचाव अभियान में शामिल हो गया है. दो और दल टुपुल के रास्ते में हैं.’

हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री बिरेन सिंह से फोन पर बात की और भूस्खलन से पैदा हुई स्थिति की समीक्षा की. प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर यह जानकारी दी.

मोदी ने कहा, ‘मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह से बात की और दुखद भूस्खलन से पैदा हुई स्थिति की समीक्षा की. केंद्र से हरसंभव मदद का उन्हें आश्वासन दिया. मैं इससे प्रभावित सभी लोगों के सुरक्षित होने की कामना करता हूं. शोकाकुल परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया है.

उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, ‘मणिपुर के नोनी जिले में टुपुल यार्ड रेलवे निर्माण शिविर के पास हुए भूस्खलन की खबर बेहद चिंताजनक है. अपने प्रियजनों को खोने वाले शोक संतृप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)