कांग्रेस का आरोप- वाड्रा के ख़िलाफ़ जांच 41 माह से लटकी है, आज तक कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ, सरकार प्रतिशोध की भावना से काम कर रही.
नई दिल्ली: सोनिया गांधी के दामाद राबर्ड वाड्रा के हथियार डीलर संजय भंडारी से रिश्तों को लेकर लगे आरोपों के बीच कांग्रेस ने कहा कि सरकार कोई जांच क्यों नहीं करवाती? एक राष्ट्रीय समाचार चैनल ने दावा किया है कि फरार हथियार डीलर संजय भंडारी ने 2012 में वाड्रा के लिए बिजनेस क्लास टिकट बुक कराए थे. भाजपा ने इस खुलासे को लेकर कांग्रेस पर हमलावर है.
भाजपा के हमले के बाद कांग्रेस ने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लगे आरोपों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोई भी जांच करा लेनी चाहिए जिससे कि यह पता लग सके कि क्या कोई चीज गलत हुई है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि वाड्रा को पिछले 41 महीने से निशाना बनाया जा रहा है.
कांग्रेस ने मंगलवार को भाजपा शासित केंद्र एवं राज्य की सरकारों से सवाल किया कि वे राबर्ट वाड्रा के खिलाफ विभिन्न आरोपों की जांच को पिछले 41 माह से लटकाए क्यों हुए है, जबकि आज तक कोई भी आरोप सिद्ध नहीं हो पाया है. पार्टी ने दावा किया कि सरकार प्रतिशोध की भावना के साथ काम कर रही है.
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा शासित केंद्र एवं राज्य की सरकारें पिछले 41 माह से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा के खिलाफ विभिन्न आरोपों की जांच को लटकाए हुए हैं और लोगों का विभिन्न मुद्दों से ध्यान बंटाने के लिए बीच बीच में इस मुद्दे को उठाती रहती हैं. उन्होंने कहा कि वाड्रा के वकील पहले ही इन आरोपों को खारिज कर चुके हैं.
उन्होंने कहा कि जिस संजय भंडारी द्वारा वाड्रा के लिए हवाई टिकट कथित रूप से बुक कराए जाने का आरोप लगाया जा रहा है, उस पर अप्रैल 2016 पर छापा मारा गया था और जून 2016 में उसका पासपोर्ट जब्त किया गया था. उन्होंने कहा कि दिसंबर 2016 में संजय भंडारी फरार हो गया और इस मामले में सरकार को भनक भी नहीं लगी.
सिंघवी ने कहा कि संजय भंडारी जिस पायलेट्स इंडंस्ट्रीज का कथित तौर पर बिचौलिया था, रक्षा मंत्रालय ने दिसंबर 2015 की एक प्रेस विज्ञप्ति में उसके विमान की आपूर्ति को अपनी उपलब्धि के तौर पर बताया था. साथ ही तत्कालीन रक्षा मंत्री ने इस कंपनी से और विमान खरीदने की जानकारी दी थी.
सुरजेवाला ने कहा, जहां तक रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लगे आरोपों का संबंध है तो हम केवल यह कहेंगे कि मोदी जी को सत्ता में 41 महीने हो गए हैं. हरियाणा और राजस्थान में उनकी भाजपा की सरकार है, आप जो चाहें कोई भी जांच करा लीजिए और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष कानूनी प्रक्रिया से किसी गलत चीज का पता लगा लीजिए.
उन्होंने कहा कि 41 महीने तक निशाना बनाने और कई जांच आयोगों के बाद भी भाजपा न तो हरियाणा में और न ही राजस्थान में किसी नियम-कानून के उल्लंघन को लेकर किसी निष्कर्ष पर पहुंच पाई है. इन दोनों राज्यों में आरोप लगाए गए, जिनके आधार पर वे सत्ता में आए.
मोदी ने कीं 16.56 करोड़ की यात्राएं
साथ ही पार्टी ने आरटीआई सूचना के हवाले से दावा किया कि गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2003 से 2007 के बीच निजी विमानों एवं हेलीकाप्टरों से कुल 100 हवाई यात्राएं कीं तथा इन पर 16.56 करोड़ रूपये का व्यय किया गया.
सिंघवी ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2003 से 2007 के बीच निजी विमानों एवं हेलीकाप्टरों से की गई यात्राओं का जिक्र करते हुए कहा कि इनमें से चार यात्राएं विदेश की थीं. उन्होंने दावा किया कि इन विदेश यात्राओं में उनके साथ कई प्रमुख कंपनियों के शीर्ष अधिकारी भी गए थे. उन्होंने कहा कि यह सूचना आरटीआई के जरिये प्राप्त की गई है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि गुजरात सरकार ने हालांकि बाद में कहा कि वह मुख्यमंत्री की विदेश यात्राओं का बिजनेस क्लास किराये का भुगतान कर देगी. उन्होंने दावा किया कि इन यात्राओं की जानकारी 2007 से ही सार्वजनिक क्षेत्र में है तथा इसे लेकर अभी तक कुछ भी नहीं किया गया.
भाजपा ने मांगा कांग्रेस से जवाब
भाजपा ने मीडिया रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए वाड्रा मुद्दे पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी से चुप्पी तोड़ने को कहा था. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी की चुप्पी वाड्रा के खिलाफ आरोपों की स्वीकारोक्ति मानी जाएगी.
सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने भी ट्वीट के जरिये निशाना साधते हुए कहा था कि वाड्रा टिकटगेट के लिए राहुल जी की काव्यात्मक व्याख्या का उत्सुकता से इंतजार है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)