माकपा नेता कोडियेरी बालाकृष्णन ने कहा, राजनीतिक हिंसा में आरएसएस की ओर से 214 माकपा कार्यकर्ता मारे गए, भाजपा-आरएसएस को जवाब देना चाहिए.
तिरुवनंतपुरम/नई दिल्ली: केरल में राजनीतिक हिंसा के मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने आरोप लगाया कि भाजपा की पदयात्रा में शामिल हुए कुछ केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों ने अपने उकसावे वाले बयानों से राज्य में सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया है.
भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया था कि केरल में राजनीतिक हिंसा के लिए वामपंथी पार्टी जिम्मेदार है और राज्य जिहादी आतंक का उर्वर स्थान बन गया है. इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विजयन ने कहा कि भाजपा नेताओं के झूठे और गलत प्रचार से देश के संघीय सिद्धांतों का भी उल्लंघन हुआ है.
राज्य में भाजपा की जनरक्षा यात्रा निकाली थी. 17 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा की गई एक रैली के बाद यह यात्रा संपन्न हुई थी. इसके एक दिन बाद विजयन ने ट्वीट किया, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ केंद्रीय मंत्री और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री संघीय सिद्धांतों को भूल गए हैं और उन्होंने केरल में सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया.
उन्होंने कहा, यात्रा के लिए 16 केंद्रीय मंत्रियों, चार मुख्यमंत्रियों, एक उपमुख्यमंत्री, 25 सांसदों विधायकों और भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं को झूठे प्रचार के लिए लगाया गया. स्थानीय मीडिया ने अनदेखी की, राष्ट्रीय मीडिया को तथ्यों का एहसास है, सोशल मीडिया ने मजाक बनाया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल में वेंगारा उपचुनाव में भाजपा का दयनीय प्रदर्शन उसके सभी नेताओं की आंख खोलने वाला है.
उन्होंने कहा, लेकिन भारत भाजपा और आरएसएस द्वारा तय किए गए दोहरे मापदंड की सच्चाई और वास्तविकता का साक्षी है. केरल में इनकी भड़काने वाली रणनीति पूरी तरह से विफल रही है.
भाजपा शासित किसी भी राज्य से केरल से तुलना कर लें
विजयन ने कहा कि केरल विकास के मामलों पर चर्चा की शाह की चुनौती को लेने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि शाह भाजपा शासित किसी राज्य के साथ केरल के विकास की तुलना करें.
इससे पूर्व आरएसएस और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के लिए मुख्यमंत्री पी विजयन को जिम्मेदारी लेने की शाह की नसीहत पर पलटवार करते हुए माकपा के राज्य सचिव कोडियेरी बालाकृष्णन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा अध्यक्ष एवं आरएसएस को पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या पर जवाब देना चाहिए.
भाजपा की जनरक्षा यात्रा को नाकाम करार देते हुए बालाकृष्णन ने दावा किया कि 1970 के बाद राज्य में राजनीतिक हिंसा बढ़ गई है और आरएसएस की इसमें प्रमुख भूमिका है. माकपा नेता ने कहा, इस अवधि के दौरान आरएसएस की ओर से कुल 214 माकपा कार्यकर्ता मारे गए.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विजयन की छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है. गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के एक विवादास्पद बयान का जिक्र करते हुए बालाकृष्णन ने कहा कि पर्रिकर को एक शिक्षित व्यक्ति माना जाता था. लेकिन उनके बयान से अब यह स्पष्ट है कि वह एक निकृष्ट मुख्यमंत्री हैं.
विकास के मुद्दों पर चर्चा किए जाने की शाह की चुनौती को स्वीकार करते हुए माकपा नेता ने कहा कि किसी भाजपा शासित राज्य की तुलना में केरल सामाजिक और अन्य क्षेत्रों में उनसे आगे है.
‘हिंसा भड़काती रही तो भाजपा केरल में एक भी सीट नहीं जीतेगी’
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने मंगलवार को आरएसएस-भाजपा पर केरल में हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर यह जारी रहा तो भगवा दल राज्य में एक भी सीट नहीं जीत पाएगा.
यहां भाजपा मुख्यालय तक मार्च निकालने के बाद येचुरी ने यह कहा. उन्होंने भाजपा की जनरक्षा रैली के मुकाबले में यह मार्च निकाला. भाजपा कार्यालय के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, हम भाजपा को चेतावनी देते हैं कि यदि वह केरल में हिंसा जारी रखेंगे तो राज्य में उनका एक भी विधायक नहीं जीतेगा.
वाम दल का यह मार्च केरल में भाजपा-संघ की कथित हिंसक गतिविधियों के विरोध में था. जबकि भाजपा की रैलियों में हिंसा के पीछे वाम दलों का हाथ बताया गया. येचुरी ने कहा, भाजपा-संघ हिंसा और आतंक के जरिये अपना राजनीतिक और सामाजिक आधार बनाने की कोशिश कर रही है.
(समाचार एजेंसी भाषा से सहयोग के साथ)