उनके बयान पर आपत्ति जताते हुए आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया है कि सिमरनजीत सिंह मान का क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह को ‘आतंकवादी’ कहना शर्मनाक और अपमानजनक है. पंजाबी भगत सिंह की विचारधारा से जुड़े हैं और हम इस ग़ैर-ज़िम्मेदाराना टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हैं. मान की इस टिप्पणी की विभिन्न नेताओं ने आलोचना की है.
चंडीगढ़: पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हायर ने बीते शुक्रवार को कहा कि संगरूर के नवनिर्वाचित सांसद सिमरनजीत सिंह मान को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगत सिंह को ‘आतंकवादी’ कहने पर बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए.
गुरमीत सिंह ने कहा कि भगत सिंह ने देश की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था, इसलिए राज्य सरकार उन्हें शहीद का दर्जा देगी.
करनाल में बीते 14 जुलाई को संवाददाताओं से बात करते हुए सिमरनजीत सिंह मान से पूछा गया था कि उन्होंने अतीत में भगत सिंह को ‘आतंकवादी’ क्यों करार दिया था, जबकि वह तो देश के लिए शहीद हुए थे.
इस पर मान ने जवाब दिया, ‘समझने की कोशिश कीजिए. सरदार भगत सिंह ने एक युवा अंग्रेज अधिकारी को मारा था, उन्होंने एक अमृतधारी सिख कॉन्स्टेबल चन्नन सिंह की हत्या की थी. उन्होंने उस समय नेशनल असेंबली में बम फोड़ा था. अब आप मुझे बताइए कि भगत सिंह आतंकवादी थे या नहीं.’
गुरमीत सिंह ने कहा, ‘एक नए सांसद ने शहीद भगत सिंह के बलिदान का अपमान किया है, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी.’
उन्होंने कहा कि न केवल पंजाब बल्कि पूरा देश भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव द्वारा देश के लिए युवावस्था में अपने जीवन का बलिदान देने पर गर्व करता है. उन्होंने कहा कि भगत सिंह उनके आदर्श हैं.
मंत्री ने कहा, ‘मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ यह साफ करना चाहता हूं कि पंजाब सरकार भगत सिंह को शहीद का दर्जा देगी.’
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी एक लोकतांत्रिक पार्टी है और जरूरत पड़ेगी तो भगत सिंह का अपमान करने के लिए सिमरनजीत सिंह मान के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
इस बीच, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी सिमरनजीत सिंह मान की आलोचना की.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘शहीद-ए-आजम भगत सिंह पर हर सिख, हर पंजाबी और हर भारतीय को गर्व है. प्रत्येक सिख उन्हें आजादी दिलाने के लिए हमारी कौम के अभूतपूर्व योगदान के प्रतीक के रूप में मानता है. सिमरनजीत सिंह इस गौरव को कम करने और दुनिया भर में सिखों की छवि को क्षति पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं.
It is strange that @SimranjitSADA is speaking the language of #IndiraGandhi who tried to tarnish the image of Sikhs by calling our heroes as terrorist.
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) July 15, 2022
उन्होंने आगे कहा, ‘यह अजीब है कि सिमरनजीत सिंह मान इंदिरा गांधी की भाषा बोल रहे हैं, जिन्होंने हमारे नायकों को आतंकवादी कहकर सिखों की छवि खराब करने की कोशिश की.’
पंजाब की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी सरकार ने मान से उस टिप्पणी के लिए माफी मांगने की मांग की है, जिसने भावनाओं को आहत किया और स्वतंत्रता सेनानी का अपमान किया.
आप ने ट्वीट किया, ‘शर्मनाक और दयनीय. संगरूर के सांसद सिमरनजीत सिंह मान का क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह को ‘आतंकवादी’ कहना शर्मनाक और अपमानजनक है. पंजाबी भगत सिंह की विचारधारा से जुड़े हैं और हम इस गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हैं.’
Shameful and pitiful!
Sangrur MP, Simranjeet Singh Mann, calling revolutionary freedom fighter Bhagat Singh a "terrorist" is disgraceful and disrespectful
Punjabis are connected to the ideology of Bhagat Singh & we strongly condemn this irresponsible comment#ShaheedBhagatSingh https://t.co/EveKRBOn4q
— AAP Punjab (@AAPPunjab) July 15, 2022
पार्टी सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि यह शर्मनाक है कि कुछ लोग उन्हें आतंकवादी कहते हैं. चड्ढा ने ट्वीट किया, ‘शहीद-ए-आजम भगत सिंह एक नायक, एक देशभक्त, एक क्रांतिकारी और धरती के सच्चे सपूत हैं. इंकलाब जिंदाबाद.’
Shameful that some call him a terrorist. Shaheed-e-Azam Bhagat Singh is a hero, a patriot, a revolutionary and a true son of the soil.
INQUILAB ZINDABAD! pic.twitter.com/7mpTalt3g1
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) July 15, 2022
पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी मान की टिप्पणी की निंदा की.
रंधावा ने ट्वीट किया, ‘देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले और कुर्बानी देने वाले युवक (भगत सिंह) को आज आतंकवादी कहा जा रहा है. सिमरनजीत मान जी देश के लिए जान देने वालों और देश के खिलाफ जान देने वालों में फर्क करना सीखो.’
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, सिमरनजीत सिंह मान पंजाब की राजनीति में एक विवादास्पद नेता रहे हैं. हाल ही में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के गृह क्षेत्र संगरूर से उपचुनाव जीतने के बाद सांसद ने खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले को अपनी जीत का श्रेय दिया और कहा था कि वह ‘संसद में कश्मीर में भारतीय सेना के अत्याचारों’ के मुद्दों को उठाएंगे.
सिमरनजीत सिंह मान ने यह भी कहा था कि वह ‘बिहार और छत्तीसगढ़ में आदिवासी लोगों को नक्सली बताकर उनकी हत्या किए जाने के मुद्दे को भी उठाएंगे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)