हरियाणा के नूह ज़िले के तावड़ू में तैनात डीएसपी सुरेंद्र सिंह अवैध पत्थर खनन की जांच कर रहे थे, जब एक डंपर ट्रक ने उन्हें कुचल दिया. डीएसपी सिंह वर्ष 1994 में बतौर सब इंस्पेक्टर हरियाणा पुलिस में भर्ती हुए थे और चार महीने में रिटायर होने वाले थे.
गुड़गांव/नई दिल्ली: अवैध पत्थर खनन की जांच कर रहे हरियाणा के नूह जिले के तावड़ू में तैनात पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) सुरेंद्र सिंह को एक डंपर ट्रक ने कुचल दिया, जिससे उनकी मौत हो गई. पुलिस ने इसकी जानकरी दी.
वहीं, घटना के कुछ घंटों बाद पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक व्यक्ति घायल हुआ है, जिसके बारे में माना जा रहा है कि वह डीएसपी को कुचलने वाले ट्रक का चालक है.
जानकारी के मुताबिक, सिंह ने डंपर ट्रक को दस्तावेजों की जांच के लिए रुकने का इशारा किया, लेकिन चालक ने रुकने के बजाय वाहन की गति बढ़ा दी और उन्हें कुचलते हुए निकल गया.
इस दौरान डीएसपी के अंगरक्षक और उनके चालक ने सड़क के किनारे छलांग लगाकर जान बचाई, लेकिन इस घटना में सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए. पुलिस ने बताया कि सिंह को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
उन्होंने बताया कि सिंह अपनी टीम के साथ तावड़ू के नजदीक पंचगांव में अरावली की पहाड़ियों से हो रहे अवैध खनन को रोकने के लिए छापेमारी की कार्रवाई करने गए थे और अपराह्न 11 बजकर 50 मिनट पर उन्होंने ट्रक को देखा.
उन्होंने बताया कि ट्रक और उसके चालक का पता लगाने के लिए पुलिस टीम तैनात की गई थी.
अधिकारी ने बताया कि जब ट्रक चालक का पता चला तो दोनों तरफ से (पुलिस और चालक) गोलीबारी हुई और इस घटना में चालक घायल हो गया. उन्होंने बताया कि चालक को अस्पताल ले जाया गया है.
उसकी (चालक) हालत की जानकारी तत्काल नहीं मिल सकी है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, नूह पुलिस के प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने बताया, पुलिस टीम द्वारा डंपर ट्रक का पीछा करने के कुछ देर बाद रास्ते में डंपर चालक ने अपने वाहन को रोककर बोल्डर गिराने लगा, जिससे रास्ता जाम हो गया. डीएसपी पुलिस वाहन से उतरे और डंपर को रोकने के लिए उसके आगे चले गए. डंपर चालक ने अचानक वाहन को गति बढ़ा दी और उन्हें कुचलते हुए निकल गया. डीएसपी डंपर के नीचे दब गए और उनकी मौत हो गई, जबकि अन्य कर्मचारी रास्ते से हटने में सफल रहे थे.’
अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2015 से हर साल नूह में करीब 50 शिकायतें अवैध खनन की आती हैं. उन्होंने बताया कि अक्सर इसे पुलिस और खनन माफिया की सांठगांठ से किया जाता है.
डीएसपी सिंह वर्ष 1994 में बतौर सब इंस्पेक्टर हरियाणा पुलिस में भर्ती हुए थे और चार महीने में सेवानिवृत्त होने वाले थे. उनका परिवार कुरुक्षेत्र में रहता है और वह मूल रूप से हिसार जिले के सारंगपुर के रहने वाले थे.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने डीएसपी सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए एक करोड़ रुपये का मुआवजा और पीड़ित के परिवार के एक सदस्य को नौकरी और पुलिस अधिकारी को ‘शहीद का दर्जा’ देने की घोषणा की है.
डीएसपी श्री सुरेंद्र सिंह को शहीद का दर्जा दिया जाएगा तथा उनके परिजनों को ₹1 करोड़ की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
— Manohar Lal (@mlkhattar) July 19, 2022
राज्य में खनन माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन देते हुए खट्टर ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल ने शाम को नूह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दिवंगत डीएसपी के परिवार से मुलाकात की.
हरियाणा पुलिस ने ट्विटर पर पोस्ट किया, ‘डीएसपी तावड़ू सुरेंद्र सिंह ने आज ड्यूटी के दौरान अपनी जान दे दी. हरियाणा पुलिस ने वीर अधिकारी के शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. अपराधियों को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी.’
DSP Taoru Sh Surender Singh laid down his life today in the course of duty. #HaryanaPolice extends its deepest condolences to the bereaved family of the brave officer. No effort shall be spared in bringing the offenders to face justice.
…@cmohry— Haryana Police (@police_haryana) July 19, 2022
इस घटना पर विपक्ष के नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया की है.
पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा, ‘इस घटना के लिए पूरी तरह से सरकार जिम्मेदार है. सरकार को घटना को गंभीरता से लेना चाहिए और सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए. कांग्रेस के शासनकाल में ऐसा कोई अवैध खनन नहीं हुआ था. कांग्रेस ने सभी अवैध खनन बंद कर दिया था.’
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा कि डीएसपी की हत्या हरियाणा में पूरी सरकारी व्यवस्था की विफलता का परिणाम है.
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘अत्यधिक दुखद. हरियाणा में एक पुलिस अधिकारी की हत्या हरियाणा में पूरी सरकारी व्यवस्था की विफलता का परिणाम है. जहां पुलिस सुरक्षित नहीं है वहां जनता कैसे सुरक्षित रहेगी? शहीद पुलिस अधिकारी की आत्मा को शांति मिले और ईश्वर इस दुख की घड़ी में परिवार को हिम्मत दे.’
बेहद दुखद। हरियाणा में पुलिस अधिकारी की यूं सरेआम हत्या हरियाणा के पूरे सरकारी सिस्टम की नाकामी का ही नतीजा है। जहां पुलिस ही सुरक्षित नहीं वहाँ जनता सुरक्षित कैसे होगी?
शहीद पुलिस अधिकारी की आत्मा को प्रभु अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिवार को इस दुख की घड़ी में हिम्मत दें। https://t.co/NJj0fjIYRl
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 19, 2022
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा, ‘मैंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. चाहे जितनी भी फोर्स लगानी पड़े, किसी को बख्शा नहीं जाएगा.’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद बृजेंद्र सिंह ने मंगलवार को डीएसपी की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि यह स्वीकार्य नहीं है और प्रदेश सरकार को अपराधियों को स्पष्ट संदेश देने के लिए सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
इस घटना की निंदा करते हुए सिरसा से भाजपा सांसद ने कहा कि यह खनन माफिया द्वारा ‘निर्मम हत्या’ है और इसकी जांच होनी चाहिए.
उन्होंने दिल्ली में संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की इस तरह से हत्या स्वीकार्य नहीं है. राज्य में आपराधिक तत्वों को स्पष्ट संदेश देने के लिये प्रदेश सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.’
बृजेंद्र सिंह ने कहा, ‘अगर एक वरिष्ठ अधिकारी की हत्या होती है तो स्पष्ट है हरियाणा में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए जाएंगे. यह संगठित अपराध जैसा मामला लगता है और इससे सख्ती से निपटा जाना चाहिए.’
हरियाणा में भाजपा-जननायक जनता पार्टी (जजपा) गठबंधन सत्ता में है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)