बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर के अल्पसंख्यकों के बारे में हालिया बयान के ख़िलाफ़ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए यह कार्रवाई की. ठाकोर ने कथित तौर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विचारों का समर्थन किया था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का होना चाहिए और कहा था कि कांग्रेस इस विचारधारा से पीछे नहीं हटेगी.
अहमदाबाद: बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार तड़के अहमदाबाद स्थित कांग्रेस की गुजरात इकाई के मुख्यालय की इमारत पर पोस्टर चिपका दिए, जिसमें लिखा था कि पार्टी कार्यालय का नाम बदलकर ‘हज हाउस’ कर दिया गया है.
बजरंग दल की सहयोगी संस्था विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कहा कि उसके कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर के अल्पसंख्यकों के बारे में हालिया बयान के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए यह कार्रवाई की.
हालांकि, कांग्रेस ने दक्षिणपंथी संगठन पर निशाना साधते हुए कहा कि उसकी कार्रवाई विपक्षी दल के कार्यालय पर हमले के समान है और वह पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रही है.
#WATCH | Posters & banners at the Gujarat Congress Pradesh Committee's office in Ahmedabad defaced. Posters reading 'From today the name of this office has been changed to Hajj House' pasted over them.
Act allegedly committed by Bajrang Dal activists. pic.twitter.com/PTXiz3AQOc— ANI (@ANI) July 22, 2022
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढ़वाडिया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ठाकोर के बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया है.
ठाकोर ने बीते बुधवार (20 जुलाई) को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कथित तौर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विचारों का समर्थन किया था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का होना चाहिए और कहा था कि कांग्रेस इस विचारधारा से पीछे नहीं हटेगी, भले ही उसे चुनावों में हार का सामना करना पड़े.
कांग्रेस की गुजरात इकाई के प्रवक्ता मनीष दोशी ने शहर के पालदी इलाके में स्थित पार्टी की प्रदेश इकाई के मुख्यालय राजीव गांधी भवन पर बजरंग दल के हमले की निंदा करते हुए कहा कि इन युवाओं की ‘मति भ्रष्ट’ हो गई है.
उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा पर ‘गुंडागर्दी’ को प्रायोजित करने का भी आरोप लगाया.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, दोशी ने कहा, ‘बजरंग दल या भाजपा ने विरोध क्यों नहीं किया, जब हाल ही में इतनी गायें भूख और बीमारी से मर गईं? बजरंग दल ने विरोध क्यों नहीं किया जब पेपर लीक के कारण लाखों युवा नौकरियों से वंचित हो गए? सत्ता पर काबिज रहने के लिए भाजपा किसी भी हद तक जाएगी.’
विहिप द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में प्रदर्शनकारी पार्टी कार्यालय की दीवारों पर रंग वाले स्प्रे का उपयोग करते हुए ‘हज हाउस’ लिखते हुए और परिसर में लगाए गए बैनरों पर विभिन्न कांग्रेस नेताओं की तस्वीरों को विरूपित करते हुए दिख रहे हैं.
गुजरात विहिप के प्रवक्ता हितेंद्र सिंह राजपूत ने कहा, ‘प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि देश के संसाधनों पर सबसे पहले अल्पसंख्यकों का अधिकार है. यह पार्टी एक तरफ धर्मनिरपेक्षता और समानता की बात करती है और फिर वोट के लिए तुष्टीकरण की राजनीति करती है. हम इस धर्म-केंद्रित राजनीति के खिलाफ हैं, क्योंकि यह देश और समाज में विभाजन पैदा करती है. यह देश सभी 135 करोड़ नागरिकों का है.’
उन्होंने कहा, ‘अपना विरोध जताने के लिए बजरंग दल के लगभग 20 कार्यकर्ताओं ने सुबह-सुबह भवन के अंदर और बाहर पोस्टर चिपकाए और प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय का नाम बदलकर ‘हज हाउस’ कर दिया. चूंकि मुख्य दरवाजा बंद था, इसलिए हमने मुख्य दरवाजे पर ही एक पोस्टर चिपका दिया, जिसमें घोषणा की गई है कि ठाकोर ने इमारत का नाम बदलकर ‘हज हाउस’ कर दिया है.’
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, बजरंग दल के कार्यकर्ता ने पोस्टरों पर कांग्रेस नेताओं के चेहरे भी चिपकाए और यह कहते हुए पोस्टर लगाए कि गुजरात कांग्रेस मुख्यालय का नाम बदलकर ‘हज हाउस’ कर दिया गया है और साथ में ठाकोर की टोपी पहने हुए तस्वीर भी है.
बजरंग दल के उत्तर गुजरात संयोजक ज्वलित मेहता ने कहा, ‘कांग्रेस द्वारा तुष्टीकरण की राजनीति के कारण बहुसंख्यक समुदाय में जो गुस्सा पैदा हुआ है, उसने (कांग्रेस) इस तरह की राजनीति के कारण देश भर में अपनी जमीन खो दी है. बजरंग दल गुजरात कांग्रेस मुख्यालय में नेताओं की तस्वीरों को खराब करने की जिम्मेदारी लेता है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)