स्मृति ईरानी की बेटी ‘अवैध बार’ चला रही हैं, उन्हें बर्ख़ास्त करें प्रधानमंत्रीः कांग्रेस

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के आरोप को दुर्भावनापूर्ण क़रार देते हुए दावा किया कि नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी पर उनके मुखर रुख़ के कारण उनकी बेटी को निशाना बनाया गया है. ईरानी की बेटी द्वारा उत्तरी गोवा में संचालित एक रेस्टोरेंट विवादों में है. आरोप है कि यह पिछले कुछ समय से एक मृत व्यक्ति के नाम पर शराब लाइसेंस का नवीनीकरण हासिल करता रहा है.

Lucknow: Union Textile Minister Smriti Irani addresses during a panel discussion on 'Creating Global Opportunities and Communication Strategies for Women Entrepreneurs & Artisans', in Lucknow, Nov 16, 2018. (PTI Photo/Nand Kumar) (PTI11_16_2018_000048B)
स्मृति ईरानी. (फोटोः पीटीआई)

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के आरोप को दुर्भावनापूर्ण क़रार देते हुए दावा किया कि नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी पर उनके मुखर रुख़ के कारण उनकी बेटी को निशाना बनाया गया है. ईरानी की बेटी द्वारा उत्तरी गोवा में संचालित एक रेस्टोरेंट विवादों में है. आरोप है कि यह पिछले कुछ समय से एक मृत व्यक्ति के नाम पर शराब लाइसेंस का नवीनीकरण हासिल करता रहा है.

Lucknow: Union Textile Minister Smriti Irani addresses during a panel discussion on 'Creating Global Opportunities and Communication Strategies for Women Entrepreneurs & Artisans', in Lucknow, Nov 16, 2018. (PTI Photo/Nand Kumar) (PTI11_16_2018_000048B)
स्मृति ईरानी. (फोटोः पीटीआई)

नई दिल्ली: कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी पर गोवा में ‘अवैध बार’ चलाने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने मंत्रिमंडल से ईरानी को बर्खास्त करना चाहिए.

स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के इस आरोप को दुर्भावनापूर्ण करार दिया और उस पलटवार करते हुए दावा किया कि नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी की ‘5,000 करोड़ रुपये की लूट’ पर उनके मुखर रुख के कारण उनकी बेटी को निशाना बनाया गया है.

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेरा, पार्टी महासचिव जयराम रमेश और पार्टी के गोवा प्रमुख अमित पाटकर ने दिल्ली और पणजी में प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईरानी और उनके परिवार को निशाना बनाते हुए आरोप लगाए.

विपक्षी दल ने ईरानी की बेटी ज़ोइश ईरानी द्वारा कथित तौर पर संचालित रेस्टोरेंट एंड बार को दिए गए कथित कारण बताओ नोटिस की एक प्रति भी साझा की और आरोप लगाया कि नोटिस देने वाले आबकारी अधिकारी का कथित तौर पर अधिकारियों के दबाव के बाद तबादला किया जा रहा है.

हालांकि केंद्रीय मंत्री की बेटी के वकील कीरत नागरा ने एक बयान में कहा कि उनकी मुवक्किल ‘सिली सोल्स’ नामक रेस्टोरेंट की न तो मालकिन हैं, और न ही इसका संचालन करती हैं तथा किसी प्राधिकार की तरफ से उन्हें कोई ‘कारण बताओ नोटिस’ भी नहीं मिला है.

नागरा ने आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे लोग सिर्फ इसलिए दुष्प्रचार कर रहे हैं, ताकि तथ्यों की जांच-परख किये बिना मुद्दाविहीन बात को सनसनी बनाकर पेश किया जा सके और वे मेरी मुवक्किल को सिर्फ इसलिए बदनाम करने पर आमादा हैं कि वह एक नेता की बेटी हैं.’

दिल्ली में कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं. गोवा में उनकी बेटी ज़ोइश ईरानी द्वारा चलाए जा रहे रेस्टोरेंट में शराब परोसने के लिए फर्जी तरीके से लाइसेंस जारी करवाने का आरोप लगा है और यह कोई ‘सूत्रों के हवाले से’ अथवा एजेंसियों द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध लेने के लिए लगाया गया आरोप नहीं है, बल्कि सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत प्राप्त जानकारी में खुलासा हुआ है.’

उन्होंने दावा किया, ‘केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी ने अपने ‘सिली सोल्स कैफे एंड बार’ के लिए फर्जी दस्तावेज देकर ‘बार लाइसेंस’ जारी करवाए.’

कांग्रेस नेता के अनुसार, ‘22 जून 2022 को लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए जिस एंथनी डीगामा के नाम से आवेदन किया गया, उनकी पिछले साल मई में ही मौत हो चुकी है. एंथनी के आधार कार्ड से पता चला है कि वे मुंबई के विले पार्ले के निवासी थे. आरटीआई के तहत सूचना मांगने वाले वकील को इनका मृत्यु प्रमाण-पत्र भी मिला है.’

उन्होंने कहा, ‘हम प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि तत्काल प्रभाव से स्मृति ईरानी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए.’

खेड़ा ने यह सवाल भी किया, ‘स्मृति ईरानी को बताना चाहिए ये धांधली किसके इशारे पर हो रही है? अवैध कार्यों को अंजाम देने के पीछे कौन है? जो स्मृति ईरानी कल तक राहुल गांधी जी और सोनिया गांधी जी को लेकर तरह-तरह के सवाल पूछ रही थीं, वो आज अपने पारिवारिक भ्रष्टाचार पर चुप क्यों है?’

स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, ‘मेरी बेटी की गलती यह है कि उसकी मां सोनिया और राहुल गांधी की 5,000 करोड़ रुपये की लूट पर संवाददाता सम्मेलन करती है. उसकी गलती यह है कि उसकी मां ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा.’

भाजपा नेशनल हेराल्ड मामले में गांधी परिवार की कथित भूमिका को लेकर उन पर हमला करती रही है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोनिया और राहुल गांधी दोनों से पूछताछ की है, जिसका विपक्षी दल ने कड़ा विरोध किया है. कांग्रेस ने आरोपों को सरकार द्वारा प्रतिशोध और डराने-धमकाने की रणनीति के रूप में खारिज कर दिया है.

ईरानी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस ने उनकी बेटी ज़ोइश का चरित्र हनन किया और उसे निशाना बनाया. उन्होंने विपक्षी दल कांग्रेस को उनकी बेटी द्वारा कोई गड़बड़ी किए जाने का सबूत दिखाने की चुनौती दी.

महिला और बाल विकास मंत्री ईरानी ने पूछा कि क्या कांग्रेस नेता जयराम रमेश और पवन खेड़ा द्वारा संवाददाता सम्मेलन में दिखाए गए कथित नोटिस में उनकी बेटी का नाम है.

ईरानी ने कहा कि उनकी 18 वर्षीय बेटी कॉलेज की पहले वर्ष की छात्रा है और कोई बार नहीं चलाती. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने गांधी परिवार के इशारे पर उनकी बेटी को निशाना बनाने के लिए संवाददाता सम्मेलन किया.

स्मृति ईरानी की बेटी की ओर से भी इन आरोपों को खारिज किया गया है.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा, ‘हम इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे.’

उन्होंने कहा, ‘वरिष्ठ मंत्री के प्रभाव के बिना इस तरह की अनियमितता संभव नहीं है. प्रधानमंत्री तत्काल स्मृति ईरानी को हटाएं. यह सिर्फ आरोप नहीं है. इसके सारे कागजात सामने हैं. यह सब हुआ है, क्योंकि एक प्रभावशाली मंत्री इसके पीछे हैं. 2004 में स्मृति ईरानी ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगा था. आज प्रधानमंत्री उनका इस्तीफा लें.’

राहुल गांधी पर ईरानी के हमले के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में खेड़ा ने कहा, ‘समाचार पत्र चलाने जैसे अच्छे काम की तुलना गोवा में गैर-कानूनी बार चलाने से कतई नहीं की जा सकती.’

खेड़ा ने आरोप लगाया, ‘हम सिर्फ अखबार चला रहे हैं और आप अवैध बार चला रहे हैं.’

उन्होंने पूछा, ‘क्या यह सब उनकी (ईरानी की) जानकारी के बिना हो रहा था और क्या लाइसेंस बिना उनके प्रभाव के मिल गया होगा?’

उन्होंने आरोप लगाया कि रेस्टोरेंट तक मीडिया की पहुंच न होने देने के लिए गोवा में इसके चारों ओर निजी सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं. उन्होंने पूछा, ‘हम आपसे जानना चाहते हैं कि यह सब किसके प्रभाव से किया जा रहा है? इस गैर-कानूनी कार्य के पीछे कौन है?’

खेड़ा ने बाद में एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘कौन स्मृति ईरानी झूठ बोल रही हैं? वह, जिन्होंने 14 अप्रैल, 2022 को कहा था कि उन्हें बेटी के रेस्टोरेंट पर गर्व है या फिर वह, जिन्होंने आज कहा कि उनकी बेटी का सिली सोल्स बार एंड कैफे से कोई लेना-देना नहीं है?’

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने गांधी परिवार के इशारे पर उनकी बेटी को निशाना बनाने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है. उन्होंने कहा, जिन लोगों ने मेरी बेटी का चरित्र हनन किया है मैं उनको कानून की अदालत और लोगों की अदालत में देखूंगी

भाजपा नेता ईरानी ने आरोप पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा, ‘जिन लोगों ने मेरी बेटी का चरित्र हनन किया है मैं कानून की अदालत और लोगों की अदालत में उनसे जवाब मांगूंगी.’

खेड़ा ने यह भी आरोप लगाया कि गोवा में उनके रेस्टोरेंट के आसपास बाउंसर तैनात किए गए हैं, ताकि मीडिया को बाहर रखा जा सके.

इधर, पणजी में कांग्रेस प्रमुख अमित पाटकर ने आरोप लगाया कि एक मृत व्यक्ति के नाम पर रेस्टोरेंट के बार लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए आवेदन किया गया है. उन्होंने दावा किया कि आबकारी आयुक्त ने धोखाधड़ी के खिलाफ शिकायत का जवाब देते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया था.

उन्होंने आगे कहा, ‘हम समझ चुके हैं कि अधिकारी पर कार्रवाई न करने का दबाव डाला गया है. अगर सरकार कार्रवाई करती है तो कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतरेगी. उन्हें नियमों के अनुसार पूछताछ करने दें.’

मालूम हो कि स्मृति ईरानी की बेटी ज़ोइश द्वारा उत्तरी गोवा के असगाओ में संचालित एक रेस्टोरेंट विवादास्पद तरीके से सुर्खियों में आ गया. विवाद इस बात पर है कि यह रेस्टोरेंट पिछले कुछ समय से एक मृत व्यक्ति के नाम पर शराब लाइसेंस का नवीनीकरण हासिल करता रहा है.

बीते 21 जुलाई को गोवा के आबकारी आयुक्त नारायण एम. ने वकील एरेस रोड्रिग्स द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर ज़ोइश ईरानी द्वारा संचालित ‘सिली सोल्स कैफे एंड बार’ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. आरोप है कि शराब लाइसेंस पाने के लिए धोखाधड़ी वाले और मनगढ़ंत दस्तावेज पेश किए गए.

कारण बताओ नोटिस में कहा गया है, ‘लाइसेंस धारक की 17/05/2021 को मृत्यु हो जाने के बावजूद पिछले महीने लाइसेंस का नवीनीकरण किया गया था.’

यह नोट किया गया कि लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए आवेदन 22 जून 2022 को एंथनी डीगामा के नाम पर किया गया था. हालांकि पिछले साल मई में उनकी मौत हो गई थी.

इस मामले की सुनवाई 29 जुलाई को तय की गई है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)