उत्तर प्रदेशः उद्घाटन के बाद पहली बारिश में ही बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे कई जगह क्षतिग्रस्त

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 16 जुलाई को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में 296 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया था. इसके बाद से लगातार इसके जगह-जगह धंसने की ख़बरें आ रही हैं. विपक्ष ने योगी सरकार पर निधाना साधा है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि एक्सप्रेसवे कुछ देर की बरसात झेल नहीं पाया. इससे लगता है कि इसके निर्माण में लूट नहीं, डकैती हुई है.

(फोटो: पीटीआई)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 16 जुलाई को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में 296 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया था. इसके बाद से लगातार इसके जगह-जगह धंसने की ख़बरें आ रही हैं. विपक्ष ने योगी सरकार पर निधाना साधा है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि एक्सप्रेसवे कुछ देर की बरसात झेल नहीं पाया. इससे लगता है कि इसके निर्माण में लूट नहीं, डकैती हुई है.

जालौन जिले में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर माधोगढ़ के चिरिया सलेमपुर में भारी बारिश के चलते गहरा गड्ढा हो गया. इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. (फोटो: पीटीआई)

कन्नौज/इटावा/जालौन: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोकार्पण के चंद दिनों बाद ही पहली बारिश में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के जगह-जगह से उखड़ जाने को लेकर सोमवार को तंज करते हुए आरोप लगाया कि इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में लूट नहीं बल्कि डकैती हुई है.

अखिलेश ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लोकार्पण में बड़े-बड़े नेताओं ने लंबी चौड़ी बातें की और लोकार्पण के पांच दिनों बाद ही उस पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए. एक्सप्रेसवे कुछ देर की बरसात झेल नहीं पाया. इससे लगता है कि इसके निर्माण में लूट नहीं, डकैती हुई है.’

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उन्होंने इटावा में भी संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य में मानकों और गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है. यादव ने कहा कि किसानों की उपज की खरीद फरोख्त को सुगम बनाने के लिए एक्सप्रेसवे के किनारे किसान मंडी का निर्माण किया जाना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है.

अखिलेश ने बीते 25 जुलाई को ट्वीट कर कहा ट्वीट कर कहा, ‘बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का पहले उद्घाटन हुआ और अब उसके तथाकथित रूप से पूर्ण होने का रहस्योद्घाटन हो रहा है. यही है भाजपाई काम, हर काम का काम-तमाम! भाजपा सरकार से आग्रह है कि जनता का जीवन ख़तरे में न डाले.’

यहां हादसे का शिकार हुए एक व्यक्ति का वीडियो शेयर करते हुए बीते 24 जुलाई को उन्होंने ट्वीट किया था, ‘बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की खामियों और खराबियों का खामियाजा जनता क्यों भुगते. जनता टैक्स का पैसा भी दे और इलाज का भी. भाजपा सरकार ने जितनी जल्दबाजी उद्घाटन में दिखाई थी, उससे भी जल्दी ये एक्सप्रेसवे जगह.जगह उखड़ गया है. इसको बनवाने वालों और बनाने वालों पर बुलडोजर कब चलेगा?’

बीते 22 जुलाई को उन्होंने एक वीडियो ट्वीट कर कहा था, ‘ये हैं भाजपा के तथाकथित नवीनतम विकास के नवीनतम खंडहर! बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की ये जो दरार है दरअसल ये भाजपा का भ्रष्टाचार है. जनता को नफरत की राजनीति में झोंककर विकास के नाम पर आटे तक पर वसूले जा रहे पैसों से क्या ऐसा ही विकास होगा. कारवां ठहर गया… वो सरकारें तोड़ते रहे…’

बीते 21 जुलाई को उन्होंने कहा था, ‘ये है भाजपा के आधे-अधूरे विकास की गुणवत्ता का नमूना. उधर, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का बड़े लोगों ने उद्घाटन किया ही था कि इधर एक हफ़्ते में ही इस पर भ्रष्टाचार के बड़े-बड़े गड्ढे निकल आए. अच्छा हुआ इस पर रनवे नहीं बना.’

अखिलेश ने एक्सप्रेसवे का एक वीडियो भी साझा किया.

समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर कहा, ‘उद्घाटन के कुछ ही दिन बाद बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की सड़क का धंसना ‘डबल इंजन’ भाजपा सरकार के सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार को सत्यापित करता है. आधे-अधूरे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करवा लोगों के जीवन को खतरे में डालने के लिए माफ़ी मांगें मुख्यमंत्री.’

यादव ने पूरे प्रदेश में मेडिकल कॉलेज खोले जाने को लेकर भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में तिर्वा में कैंसर हॉस्पिटल का निर्माण कराया था, जो बनकर तैयार हो गया, लेकिन भाजपा सरकार अपने पिछले 5 साल के कार्यकाल में वहां एक डॉक्टर तैनात नहीं कर पाई.

सपा ने बीते 25 जुलाई को कहा, ‘भाजपा सरकार ने किया भ्रष्टाचार, जनता हो रही हादसों का शिकार. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की धंसी सड़क पर अनियंत्रित होकर पलटी स्कार्पियो, 5 लोग घायल। अत्यंत दुःख! घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना. एक्सप्रेसवे की धंसी सड़क को तत्काल सही करवाएं मुख्यमंत्री.’

आम आदमी पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई की ओर से कहा गया, 15 हजार करोड़ की लागत से बने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का महज 5 दिन भी नहीं चल पाना भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार की कहानी बयां कर रहा है. मोदी जी रोजाना आ रही एक्सप्रेसवे के धंसने की घटनाएं साबित कर रही है कि रेवड़ी बहुत बड़े स्तर पर बंटी है. मोदी जी, इन दुर्घटनाओं का जिम्मेदार कौन?

बीते 24 जुलाई को अमर उजाला में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, बारिश से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की सड़क पर चार और जगह दरारें आ गईं हैं. दो जगह पुलिया धंस गई हैं. 20 से ज्यादा जगह कगार की मिट्टी कटकर बह गई है. जिस लेन पर दरारें आई हैं, उसे रोककर दूसरी ओर से वाहनों को निकाला जा रहा है.

बीते 21 जुलाई से हुई तेज बारिश से एक्सप्रेसवे पर किलोमीटर संख्या 288 से 296 तक आठ किलोमीटर की दूरी में छह जगह कटान हो गया. किलोमीटर संख्या 284 पर एक जगह और किलोमीटर संख्या 286.5 से 286.7 तक 200 मीटर दूरी में चार बड़े कटान हुए थे. किलोमीटर संख्या 290 पर भी एक कटान हुआ है. किलोमीटर संख्या 288 पर सड़क भी धंस गई है.

बीते 21 जुलाई को ही उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर माधोगढ़ के चिरिया सलेमपुर में भारी बारिश के चलते गहरा गड्ढा हो गया. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के अनुसार, क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत की जा रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 16 जुलाई को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में 296 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया था.

सड़क के क्षतिग्रस्त होने भाजपा सांसद वरुण गांधी के अलावा कांग्रेस ने भी प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा था. बीते 21 जुलाई को वरुण गांधी ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाया और संबंधित अधिकारियों और कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.

गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘15 हजार करोड़ की लागत से बना एक्सप्रेसवे अगर बरसात के 5 दिन भी ना झेल सके तो उसकी गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्न खड़े होते हैं. इस परियोजना के मुखिया, संबंधित इंजीनियर और जिम्मेदार कंपनियों को तत्काल तलब कर उन पर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करनी होगी.’

उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा था, ‘गड्ढा मुक्त उत्तर प्रदेश का वादा करने वालों द्वारा बनाया गया नया एक्सप्रेसवे ही ‘गड्ढा युक्त’ हो गया है.’

बीते 23 जुलाई को युवा कांग्रेस के नेता श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट कर कहा था, ‘मोदी जी के कर कमलों से शुरू हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का छठवां दिन, जालौन के बाद बांदा और इटावा में भी धंसा! लगता है 2024 में मोदी जी की विदाई के पहले ही पूरा एक्सप्रेसवे पाताल में समा जाएगा.’

22 जुलाई को एक ट्वीट में कांग्रेस ने कहा, ‘एक बारिश से धंस चुके बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का मुआयना करने पहुंचे कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने पाया कि अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए भाजपा सरकार 15 साल के बच्चों से सड़क की मरम्मत करवा रही है. सरकार को जिन्हें स्कूल भेजना चाहिए, उनसे मजदूरी करवा रही हैए शर्मनाक!’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)