वर्ष 2020-21 में क्षेत्रीय दलों को मिले कुल चंदे का 91 प्रतिशत सिर्फ पांच दलों को गया: एडीआर

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के मुताबिक़, वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान क्षेत्रीय दलों को मिले कुल चंदे का 91.38 फीसदी यानी 113.791 करोड़ रुपये पांच दलों- जनता दल (यूनाइटेड), द्रविड़ मुनेत्र कषगम, आम आदमी पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग और तेलंगाना राष्ट्र समिति को मिला है.

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(इलस्ट्रेशन: द वायर)

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के मुताबिक़, वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान क्षेत्रीय दलों को मिले कुल चंदे का 91.38 फीसदी यानी 113.791 करोड़ रुपये पांच दलों- जनता दल (यूनाइटेड), द्रविड़ मुनेत्र कषगम, आम आदमी पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग और तेलंगाना राष्ट्र समिति को मिला है.

(इलस्ट्रेशन: द वायर)

नई दिल्ली: चुनाव अधिकारों से जुड़ी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के मुताबिक देश में क्षेत्रीय दलों को मिले कुल चंदे में से 113.791 करोड़ रुपये या करीब 91 प्रतिशत पांच पार्टियों को गया.

एडीआर द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) के समक्ष क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित चंदे पर केंद्रित है.

घोषित चंदे के मामले में शीर्ष पांच क्षेत्रीय दल – जनता दल (यूनाइटेड), द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक), आम आदमी पार्टी (आप), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि क्षेत्रीय दलों को मिले कुल चंदे का 91.38 फीसदी यानी 113.791 करोड़ रुपये इन पांचों पार्टियों के खजाने में गया है.

जहां जद (यू), द्रमुक और टीआरएस ने अपने चंदे में वृद्धि की घोषणा की है, वहीं आप और आईयूएमएल ने वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में चंदे में कमी की जानकारी दी है.

द्रमुक, टीआरएस, जद (यू) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने वित्त वर्ष 2019-20 और वित्त वर्ष 2020-21 के बीच चंदे से अपनी आय में अधिकतम प्रतिशत वृद्धि देखी.

रिपोर्ट में शामिल 54 क्षेत्रीय दलों में से केवल छह ने निर्धारित समय अवधि के भीतर निर्वाचन आयोग को अपनी दान रिपोर्ट जमा की. पच्चीस अन्य दलों ने अपनी प्रस्तुति देने में तीन से 164 दिन तक की देरी की.

27 क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित चंदे की कुल राशि 3,051 चंदे से 124.53 करोड़ रुपये थी. इसमें 20,000 रुपये से ज्यादा और कम दोनों रकम शामिल हैं.

वित्त वर्ष 2020-21 के लिए झामुमो, एनडीपीपी, डीएमडीके और आरएलटीपी द्वारा चंदा मिलने की कोई जानकारी नहीं दी गई है.

प्राप्त चंदे के मामले में, जद (यू) 330 दान से 60.155 करोड़ रुपये के साथ शीर्ष स्थान पर है, उसके बाद द्रमुक है जिसे 177 दान से 33.993 करोड़ रुपये मिले हैं. आप ने चंदे से 11.328 करोड़ रुपये प्राप्त करने की घोषणा की. आईयूएमएल और टीआरएस ने क्रमशः 4.165 करोड़ रुपये और 4.15 करोड़ रुपये का चंदा मिलने की घोषणा की है.

इससे पहले बीते मई महीने में पांच क्षेत्रीय पार्टियों ने 2020-21 में चुनावी बॉन्ड के जरिये उन्हें 250.60 करोड़ रुपये चंदा प्राप्त करने की घोषणा की थी.

एडीआर के अनुसार, 2020-21 वित्तीय वर्ष में 31 क्षेत्रीय पार्टियों को कुल 529.416 करोड़ रुपये की कुल आय हुई और उन्होंने 414.028 करोड़ रुपये अपने कुल खर्च घोषित किए थे.

रिपोर्ट में कहा गया था कि जिन पांच पार्टियों ने उस वर्ष सर्वाधिक खर्च किए, उनमें द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (218.49 करोड़ रुपये), तेलुगू देशम पार्टी (54.769 करोड़ रुपये), अन्नाद्रमुक (42.37 करोड़ रुपये), जनता दल यूनाइटेड (24.35 करोड़ रुपये) और तेलंगाना राष्ट्र समिति (22.35 करोड़ रुपये) शामिल हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा स इनपुट के साथ)