जम्मू कश्मीर: बांदीपोरा में प्रवासी मज़दूर की गोली मारकर हत्या

पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों ने मध्यरात्रि में बांदीपोरा के सोदनारा संबल में बिहार के प्रवासी मज़दूर को गोली मारकर घायल कर दिया था. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. वह बिहार के मधेपुरा ज़िले के रहने वाले थे.

Srinagar: Security personnel stands guard at a blocked road on the 33rd day of strike and restrictions imposed after the abrogration of Article of 370 and bifurcation of state, in Srinagar, Friday, Sept. 6, 2019. (PTI Photo) (PTI9_6_2019_000063A)
(प्रतीकात्मक फाइल फोटो: पीटीआई)

पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों ने मध्यरात्रि में बांदीपोरा के सोदनारा संबल में बिहार के प्रवासी मज़दूर को गोली मारकर घायल कर दिया था. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. वह बिहार के मधेपुरा ज़िले के रहने वाले थे.

Srinagar: Security personnel stands guard at a blocked road on the 33rd day of strike and restrictions imposed after the abrogration of Article of 370 and bifurcation of state, in Srinagar, Friday, Sept. 6, 2019. (PTI Photo) (PTI9_6_2019_000063A)
(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा जिले में आतंकवादियों ने बिहार के एक प्रवासी मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि हमला मध्यरात्रि के करीब हुआ.

कश्मीर जोन की पुलिस ने ट्वीट कर कहा, ‘मध्यरात्रि के दौरान आतंकवादियों ने बांदीपोरा के सोदनारा संबल में बिहार के मधेपुरा में बेसाढ़ के निवासी प्रवासी मजदूर मोहम्मद अमरेज पुत्र मोहम्मद जलील पर गोली चलाई और उन्हें घायल कर दिया.’

पुलिस ने बताया कि अमरेज को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. अमरेज के भाई ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, लगभग 12.20 बजे मेरे एक भाई ने मुझे जगाया और कहा कि फायरिंग शुरू हो गई है. तब अमरेज आसपास नहीं था, हमें लगा कि वह शौचालय गया है. हम जांच करने गए, तो उसे खून से लथपथ देखा और सुरक्षाकर्मियों से संपर्क किया. उसे हाजिन लाया गया और बाद में रेफर कर दिया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई.’

 

यह घटना जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में सेना के एक शिविर में हमले के एक दिन बाद हुई है. बृहस्पतिवार को एक संदिग्ध आत्मघाती समूह ने सेना के एक शिविर में घुसने की कोशिश की थी, जिसके बाद हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए और तीन जवान शहीद हो गए थे.

गौरतलब है कि घाटी में आतंकी गैर-स्थानीय लोगों को सुनियोजित तरीके से निशाना बना रहे हैं. बीते 2 जून को राजस्थान के एक बैंककर्मी की कुलगाम में आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

उसके बाद तीन जून को बडगाम जिले में आतंकवदियों ने ईंट-भट्टा पर काम कर रहे दो मजदूरों को गोली मार दी थी. इस हमले में बिहार के एक मजदूर की मौत हो गई थी.

बीते 27 जुलाई को एक सवाल के जवाब में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में बताया था कि जम्मू कश्मीर में 2017 से आतंकवादियों द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों एवं प्रवासी कामगारों को लक्ष्य बनाकर किए हमलों में 28 प्रवासी मजदूर मारे गए. जिनमें सात कामगार बिहार के, दो महाराष्ट्र और एक झारखंड के थे.

बीते 20 जुलाई को राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में नित्यानंद राय ने बताया था कि जम्मू कश्मीर में 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद आतंकी हमलों में 118 आम नागरिक मारे गए हैं, जिनमें पांच कश्मीरी पंडित और 16 अन्य हिंदू/सिख समुदाय के थे.

उन्होंने बताया था कि वर्ष 2018 से 30 जून, 2022 तक जम्मू एवं कश्मीर में 108 आम नागरिकों पर हमले हुए.

केंद्र सरकार ने अगस्त 2019 में जम्मू एवं कश्मीर राज्य से संविधान का अनुच्छेद 370 हटाने और राज्य का विभाजन दो केंद्रशासित क्षेत्रों- जम्मू एवं कश्मीर एवं लद्दाख के रूप में करने की घोषणा की थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)