‘बिना तिरंगे के परिवारों पर भरोसा नहीं’ वाले बयान पर आलोचना से घिरे उत्तराखंड भाजपा प्रमुख

कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि करोड़ों लोगों के पास अपने रोज़ाना के भोजन का प्रबंधन करना एक बड़ा सवाल है. ये लोग झंडे के लिए पैसे की व्यवस्था कैसे कर सकते हैं. उत्तराखंड भाजपा के प्रमुख महेंद्र भट्ट ने कहा था कि भारत उन लोगों पर भरोसा नहीं कर सकता, जो राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराते हैं.

महेंद्र भट्ट. (फोटो साभार: फेसबुक)

कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि करोड़ों लोगों के पास अपने रोज़ाना के भोजन का प्रबंधन करना एक बड़ा सवाल है. ये लोग झंडे के लिए पैसे की व्यवस्था कैसे कर सकते हैं. उत्तराखंड भाजपा के प्रमुख महेंद्र भट्ट ने कहा था कि भारत उन लोगों पर भरोसा नहीं कर सकता, जो राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराते हैं.

महेंद्र भट्ट. (फोटो साभार: फेसबुक)

देहरादून: घरों पर तिरंगा नहीं लगाने वाले परिवारों पर भरोसा नहीं करने के अपने बयान पर विपक्षी कांग्रेस की आलोचना का सामना करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तराखंड इकाई के नवनियुक्त अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा है कि उनके बयान को संदर्भ से बाहर रखकर देखा गया.

उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा, ‘मैंने सिर्फ इतना कहा था कि जिनके पास तिरंगा नहीं है, उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता. तिरंगा लगाने में किसी को दिक्कत क्यों होगी? यह उस तरह का अविश्वास है, जिसके बारे में मैं बात कर रहा था.’

बीते 10 अगस्त को सरकार के ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह के हिस्से के रूप में नैनीताल जिले के हल्द्वानी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भट्ट ने कहा था कि भारत उन लोगों पर भरोसा नहीं कर सकता, जो राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराते हैं.

भट्ट ने कहा था, ‘जिसके घर में तिरंगा नहीं लगेगा, हम उसे विश्वास की नजर से कभी देख नहीं पाएंगे. मुझे उस घर का फोटो चाहिए, जिस घर में तिरंगा न लगा हो. समाज देखना चाहता है उस घर को… उस परिवार को देखना चाहता है. भारत को लेकर सम्मान का भाव किस परिवार के अंदर है.’

महेंद्र भट्ट ने 30 जुलाई को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया था.

भट्ट के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘किसी की देशभक्ति को मापने वाली भाजपा कौन है? और अगर तिरंगा फहराना ही देशभक्ति है तो उनके करीबी कई ऐसे व्यक्ति और संगठन हैं, जिन्होंने सालों तक तिरंगा नहीं फहराया. वे शायद आज भी हिचकिचाते हैं.’

उन्होंने कहा, ‘आज देश में 42 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा के नीचे हैं और 50.55 करोड़ से अधिक लोगों के पास अपने रोजाना के भोजन का प्रबंधन करना एक बड़ा सवाल है. ये लोग झंडे के लिए पैसे की व्यवस्था कैसे कर सकते हैं.’

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण महारा ने कहा कि भट्ट के बयान को देखते हुए लोगों को उस आरएसएस पर भी भरोसा नहीं करना चाहिए, जिसने 52 वर्षों में अपने मुख्यालय पर तिरंगा नहीं फहराया है.

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राष्ट्रीय ध्वज के नीचे अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रही है.

उनके बयान पर विवाद मचने के बाद उत्तराखंड भाजपा के प्रमुख महेंद्र भट्ट ने शुक्रवार को स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराने वाले मकानों के तस्वीरों की उनकी मांग आम जनता के लिए नहीं बल्कि केवल पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए है.

भट्ट ने कहा कि देश के लिए सच्ची भावना रखने वाला कोई भी व्यक्ति आजादी के 75 साल का जश्न मनाने के लिए अपने घर पर तिरंगा फहराने से नहीं हिचकेगा.

उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणी केवल पार्टी कार्यकर्ताओं के संदर्भ में थी. हालांकि, उन्होंने कहा, ‘मेरा यह दृढ विश्वास है कि जो भी व्यक्ति इस देश के लिए महसूस करता है, अपने घर पर तिरंगा लगाने से नहीं हिचकेगा.’

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि तिरंगे के सम्मान के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानी फांसी के फंदे पर चढ़ गए. उन्होंने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि प्रधानमंत्री के ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ को मनाने के आह्वान पर देश भर में हर घर पर तिरंगा फहराया जाए.’

इस बीच उत्तराखंड की भाजपा सरकार में मंत्री रेखा आर्या ने कांग्रेस पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि भट्ट के बयान के पीछे मुख्य मकसद यह सुनिश्चित करना था कि हर घर में तिरंगा फहराया जाए. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस की आदत है कि वह बिना बात के मुद्दा बना देती है.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)