अरविंद केजरीवाल ने कहा, उनके 40 विधायकों को ख़रीदने के लिए भाजपा ने 800 करोड़ रुपये रखे हैं

आप के सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर बृहस्पतिवार सुबह बैठक कर भाजपा द्वारा विधायकों को ख़रीदने के कथित प्रयासों का मुक़ाबला करने के लिए रणनीति तैयार की. बैठक के बाद विधायकों के साथ केजरीवाल भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ की विफलता की प्रार्थना करने के लिए महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट गए. भाजपा ने इसे पार्टी का ड्रामा बताया है.

New Delhi: Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal addresses a press conference, in New Delhi, Friday, Sept. 6, 2019. (PTI Photo/Ravi Choudhary) (PTI9_6_2019_000042B)
अरविंद केजरीवाल. (फोटो: पीटीआई)

आप के सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर बृहस्पतिवार सुबह बैठक कर भाजपा द्वारा विधायकों को ख़रीदने के कथित प्रयासों का मुक़ाबला करने के लिए रणनीति तैयार की. बैठक के बाद विधायकों के साथ केजरीवाल भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ की विफलता की प्रार्थना करने के लिए महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट गए. भाजपा ने इसे पार्टी का ड्रामा बताया है.

New Delhi: Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal addresses a press conference, in New Delhi, Friday, Sept. 6, 2019. (PTI Photo/Ravi Choudhary) (PTI9_6_2019_000042B)
अरविंद केजरीवाल. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को उन 800 करोड़ रुपये के स्रोत पर सवाल उठाया जिनकी कथित रूप से पेशकश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से आम आदमी पार्टी (आप) के 40 विधायकों को पाला बदलने के लिए की गई है.

आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि भाजपा ने 20 करोड़ रुपये में 40 विधायकों को खरीदकर उनकी सरकार को गिराने के लिए 800 करोड़ रुपये अलग रखे हैं. 70 सदस्यीय सदन में आप के 62 विधायक हैं, जबकि भाजपा के आठ विधायक हैं.

केजरीवाल ने ट्विटर पर कहा, ‘दिल्ली सरकार गिराने के लिए इन्होंने 800 करोड़ रखे हैं. प्रति एमएलए 20 करोड़, 40 एमएलए तोड़ना चाहते हैं. देश जानना चाहता है कि ये 800 करोड़ किसके हैं, कहां रखे हैं? हमारा कोई एमएलए नहीं टूट रहा. सरकार स्थिर है. दिल्ली में चल रहे सभी अच्छे काम जारी रहेंगे.’

इससे पहले बृहस्पतिवार सुबह आप के सभी विधायकों ने केजरीवाल के आवास पर बैठक की और भाजपा द्वारा विधायकों को खरीदने के कथित प्रयासों का मुकाबला करने के लिए रणनीति तैयार की.

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल के घर पर बुलाई गई बैठक में 53 विधायकों ने शिरकत की, जिनमें केजरीवाल भी शामिल हैं. वहीं सात विधायक दिल्ली से बाहर हैं, जबकि मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में हैं.

बैठक के बाद केजरीवाल अपने विधायकों के साथ भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ की विफलता की प्रार्थना करने के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट गए.

केजरीवाल ने आरोप लगाया, ‘उन्होंने (भाजपा ने) हमारे विधायकों को 20-20 करोड़ रुपये की पेशकश दी है. उन्होंने दिल्ली सरकार गिराने के लिए 800 करोड़ रुपये रखे हैं.’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इस देश के नागरिक इस पैसे का स्रोत जानना चाहते हैं. यह जीएसटी (माल एवं सेवा कर) से आया है या ‘पीएम केयर्स’ कोष से? कुछ दोस्तों ने उन्हें यह पैसा दिया है?’

उन्होंने यह भी कहा कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को एक ‘झूठी एफआईआर’ में नामजद किया गया है. सिसोदिया आबकारी नीति 2021-22 में कथित भ्रष्टाचार को लेकर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच का सामना कर रहे हैं.

केजरीवाल ने पत्रकारों से कहा, ‘सीबीआई ने सिसोदिया के घर के गद्दों और दीवारों तक की तलाशी ली, लेकिन एक रुपया भी ऐसा नहीं मिला, जिसका हिसाब न हो. कोई आपत्तिजनक दस्तावेज या जेवरात नहीं मिले. हम सोच रहे थे कि हमारे साथ ऐसा क्यों हो रहा है, क्योंकि वे यह भी जानते हैं कि सिसोदिया एक कट्टर ईमानदार व्यक्ति हैं और देशभक्त हैं जिन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में शिक्षा पर काम किया है.’

सिसोदिया के दावे को दोहराते हुए केजरीवाल ने कहा कि सीबीआई के छापे के एक दिन बाद भाजपा ने सिसोदिया से संपर्क किया और उन्हें मुख्यमंत्री पद की पेशकश की.

‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने दावा किया, ‘छापेमारी के बाद अगले दिन उन्होंने सिसोदिया को संदेश भेजा कि आप केजरीवाल को छोड़ दें, कुछ विधायक लें और हमारे पास आ जाएं. हम दिल्ली सरकार को गिरा देंगे और आपके खिलाफ सीबीआई, ईडी के मामले बंद कर देंगे.’

उन्होंने कहा, ‘मेरे ख्याल से मैंने पहले कुछ अच्छे कर्म किए होंगे, जो मुझे सिसोदिया जैसा साथी मिला. वे (भाजपा) उन्हें (सिसोदिया को) मुख्यमंत्री पद की पेशकश कर रहे थे, उन्होंने इनकार कर दिया. उन्होंने उनकी पेशकश को ठुकरा दिया.’

केजरीवाल ने आरोप लगाया भाजपा ‘आप’ के विधायकों को दिल्ली सरकार गिराने की साजिश के तहत ‘20-20 करोड़’ रुपये की पेशकश कर रही है.

उन्होंने कहा, ‘मुझे बेहद खुशी है कि कोई भी विधायक दबाव में नहीं आया. वे 40 विधायकों को तोड़ना चाहते हैं, लेकिन मैं दिल्ली के लोगों को बताना चाहता हूं कि उन्होंने एक कट्टर ईमानदार सरकार को वोट दिया है. न मैं और न ही मेरे विधायक और मंत्री देश के साथ विश्वासघात करेंगे.’

भाजपा ने ‘आप’ को उन लोगों के नाम उजागर करने की चुनौती दी है, जिन्होंने पार्टी बदलने की पेशकश के साथ उसके विधायकों से कथित रूप से संपर्क किया है. उसने आरोप लगाया कि केजरीवाल नीत पार्टी दिल्ली सरकार के शराब ‘घोटाले’ से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है.

केजरीवाल ने कहा, ‘कभी वे कहते हैं कि डेढ़ लाख करोड़ रुपये का घोटाला है. इतना तो दिल्ली सरकार का बजट भी नहीं है. कोई कह रहा था कि 8,000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. लेकिन यह घोटाला क्या है? दो नेताओं ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि 1,100 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. उपराज्यपाल की रिपोर्ट में कहा गया है कि 144 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. सीबीआई की एफआईआर में कहा गया है कि एक करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. यह घोटाला क्या है? इसमें कुछ है भी? यह सब बकवास है.’

उन्होंने कहा कि ‘आप’ विधायकों ने राजघाट पर देश में शांति के लिए प्रार्थना की, जहां वर्तमान में स्थिति ‘राज्य सरकारों को गिराने के प्रयासों’ के इर्द-गिर्द घूम रही है.

‘आप’ प्रमुख ने कहा, ‘ऐसी स्थिति अच्छी नहीं हैं, जिसमें वे सरकारों को गिरा रहे हैं. वे हमसे क्यों लड़ रहे हैं? हमने ध्यान किया और प्रार्थना की कि देश की स्थिति में सुधार हो. हमने राजघाट पर देश की प्रगति और शांति के लिए प्रार्थना की.’

दिल्ली में ‘ऑपरेशन लोटस’ विफल हुआ: ‘आप’ नेता भारद्वाज

आम आदमी पार्टी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भाजपा का ‘ऑपरेशन लोटस’ दिल्ली में विफल हो गया है और कहा कि पार्टी यह सुनिश्चित करने के लिए अपने विधायकों के संपर्क में रहेगी कि वे भाजपा से प्रभावित न हों.

‘आप’ ने यह आरोप भी लगाया कि उसके दिल्ली के 40 विधायकों को भाजपा ने निशाना बनाया और उन्हें पाला बदलने के लिए 20-20 करोड़ रुपये की पेशकश की गई है, हालांकि सभी 62 विधायक पार्टी के साथ हैं.

‘आप’ के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि देश ने महाराष्ट्र और गोवा जैसे राज्यों में अन्य दलों के विधायकों को प्रलोभन देने के भाजपा के हथकंडे को देखा है.

उन्होंने कहा, ‘हमें खुशी है कि दिल्ली में ‘ऑपरेशन लोटस’ विफल रहा. हमने हाल में अन्य राज्यों में देखा है, चाहे महाराष्ट्र हो या गोवा कि भाजपा ने विधायकों को कैसे प्रलोभन दिया और सरकारों को गिराने की कोशिश की, लेकिन वह दिल्ली में ऐसा नहीं कर पाई.’

भारद्वाज ने कहा, ‘हम अपने विधायकों के संपर्क में रहेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि वे प्रभावित न हों. हम भाजपा और उसके भविष्य के कदमों पर नजर रखेंगे.’

दिल्ली सरकार की अब रद्द कर दी गई आबकारी नीति पर भाजपा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए भारद्वाज ने कहा कि भाजपा को सबसे पहले इस मुद्दे पर अपना विमर्श तय करने की जरूरत है. आप नेता ने कहा, ‘उन्हें तय करना चाहिए कि यह एक करोड़ रुपये का घोटाला है या 1.5 लाख करोड़ रुपये का घोटाला है.’

आरोपों को भाजपा ने बताया उसका ‘स्वांग’, राजघाट पर गंगाजल का छिड़काव करेंगे

भाजपा ने दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी द्वारा उसके विधायकों को तोड़े जाने और पाला बदलने के लिए धन की पेशकश के आरोपों को ‘अनर्गल’ बताया और कहा कि आबकारी नीति में हुए कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे को भटकाने के लिए वह नित नए ‘स्वांग’ रच रही है.

भाजपा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप के विधायकों के महात्मा गांधी की समाधि राजघाट जाने और वहां प्रार्थना करने पर भी निशाना साधा और कहा कि उसके कार्यकर्ता राजघाट जाकर वहां गंगाजल का छिड़काव करेंगे.

भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार की आबकारी नीति में हुए भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी उनसे सीधे और स्पष्ट सवाल पूछ रही है लेकिन वह मुद्दे को भटकाने के लिए ‘ड्रामा’ कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘वह जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं इसलिए नित नए स्वांग रच रहे हैं. वह हर दिन एक नया रूप बदलकर विषय को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. आप सत्य के सबसे बड़े प्रतीक की समाधि (राजघाट) पर जाकर सच को ढंकने का प्रयास करेंगे तो यह संभव नहीं है. आप का चरित्र उजागर हो रहा है.’

त्रिवेदी ने कहा, ‘अनर्गल आरोप लगाना इनकी नैसर्गिक प्रवृत्ति हो गई है.’

केजरीवाल पर निशाना साधते हुए त्रिवेदी ने कहा कि उन्होंने नितिन गडकरी और अरुण जेटली सहित कई अन्य नेताओं पर भी आरोप लगाए थे और बाद में उच्चतम न्यायालय में माफी मांग ली थी.

भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘इनकी प्रामाणिकता और सत्यनिष्ठा पूर्णत: संदिग्ध हो गई है.’

दिल्ली से भाजपा के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने दावा किया कि आबकारी नीति में हुए भ्रष्टाचार के मुद्दे को भटकाने के लिए आप की ओर से लगातार नए प्रयास किए जा रहे हैं.

अपने कुछ विधायकों से संपर्क न हो पाने के आप के दावे पर वर्मा ने कहा कि आप के नेताओं को उन विधायकों के नाम बताने चाहिए, जिनसे वह संपर्क नहीं कर पा रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘आप हमें उनके नाम बताइए. हम उन्हें सुरक्षित आपके पास या विधानसभा में पहुंचा देंगे.’

आप विधायकों को तोड़े जाने के आरोपों का जवाब देते हुए वर्मा ने कहा कि 2013 में भाजपा को जब दिल्ली में 32 सीटें मिली थीं और आप को 28 सीटें प्राप्त हुई थीं, उस समय अगर यह आरोप लगाया गया होता तो जनता मान भी लेती.

उन्होंने कहा, ‘लेकिन आज जब हमारे केवल आठ विधायक हैं और उनके 62 विधायक हैं… अगर 50 विधायक भी आ जाएंगे तो भी हमारी सरकार नहीं बनेगी. ऐसे में विधायकों को खरीदे जाने के आरोपों में कोई दम ही नहीं है.’

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि शराब नीति में भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी ने आज राजघाट जैसे पवित्र स्थान को भी गंदा कर दिया.

उन्होंने कहा, ‘हमारे कार्यकर्ता वहां जाएंगे और गंगाजल का छिड़काव करेंगे.’

मालूम हो कि नई आबकारी नीति 2021-22, 17 नवंबर 2021 से लागू की गई थी, जिसके तहत 32 मंडलों में विभाजित शहर में 849 ठेकों के लिए बोली लगाने वाली निजी संस्थाओं को खुदरा लाइसेंस दिए गए. कई शराब की दुकानें खुल नहीं पाईं. ऐसे कई ठेके नगर निगम ने सील कर दिए.

तब भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने इस नीति का पुरजोर विरोध किया था और इसकी जांच के लिए उपराज्यपाल के साथ केंद्रीय एजेंसियों में शिकायत दर्ज कराई थी.

आरोप है कि मनीष सिसोदिया ने कथित तौर पर कोविड-19 महामारी के बहाने निविदा लाइसेंस शुल्क पर शराब कारोबारियों को 144.36 करोड़ रुपये की छूट की अनुमति दी है. यह भी आरोप लगाया गया है कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब चुनाव के दौरान इस पैसे का इस्तेमाल किया होगा.

उपराज्यपाल द्वारा आबकारी नीति में अनियमितताओं की सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 30 जुलाई 2022 को जानकारी दी थी कि दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति को फिलहाल वापस लेने का फैसला किया है और सरकार द्वारा संचालित दुकानों के जरिये शराब की बिक्री किए जाने का निर्देश दिया है.

सिसोदिया ने आरोप लगाया था कि भाजपा दिल्ली में शराब माफिया को बढ़ावा देने के लिए गंदी राजनीति कर रही है. यह भी आरोप लगाया था कि भाजपा शराब की दुकानों के लाइसेंसधारियों और आबकारी अधिकारियों को धमकाने के लिए सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है.

इसी कड़ी में, सीबीआई ने शुक्रवार (19 अगस्त) को मध्य दिल्ली में सिसोदिया के आधिकारिक आवास और सात राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में 30 अन्य स्थानों पर छापे मारे थे. केंद्रीय एजेंसी ने आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों से संबंधित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं के तहत 17 अगस्त को दर्ज अपनी एफआईआर में 15 लोगों का नाम लिया है.

मनीष सिसोदिया के साथ तत्कालीन आयुक्त (आबकारी) आरव गोपी कृष्ण, तत्कालीन उपायुक्त (आबकारी) आनंद तिवारी, सहायक आयुक्त (आबकारी) पंकज भटनागर, मनोरंजन और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ‘ओनली मच लाउडर’ के पूर्व सीईओ विजय नायर, पर्नोड रिकॉर्ड के पूर्व कर्मचारी मनोज राय, ब्रिंडको स्पिरिट्स सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमनदीप ढल, इंडोस्पिरिट ग्रुप के प्रबंध निदेशक समीर महेंद्रू के नाम एफआईआर में दर्ज हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)