महाराष्ट्र: वन विभाग ने कर्मचारियों से फोन पर ‘हेलो’ की जगह ‘वंदे मातरम’ कहने का आदेश जारी किया

इस आदेश से कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के नवनियुक्त संस्कृति एवं वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने सभी सरकारी अधिकारियों को अपने कार्यालयों में फोन रिसीव करने पर ‘हेलो’ के स्थान पर ‘वंदे मातरम’ कहने का निर्देश दिया था.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

इस आदेश से कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के नवनियुक्त संस्कृति एवं वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने सभी सरकारी अधिकारियों को अपने कार्यालयों में फोन रिसीव करने पर ‘हेलो’ के स्थान पर ‘वंदे मातरम’ कहने का निर्देश दिया था.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

पुणे: महाराष्ट्र के वन विभाग ने बृहस्पतिवार को एक आदेश जारी कर अपने कर्मचारियों से सरकारी कामकाज से संबंधित फोन आने पर ‘वंदे मातरम’ बोलकर जवाब देने की अपील की.

इस आदेश/सरकारी प्रस्ताव से कुछ दिन पहले नवनियुक्त संस्कृति एवं वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने सभी सरकारी अधिकारियों को अपने कार्यालयों में फोन रिसीव करने पर ‘हेलो’ के स्थान पर ‘वंदे मातरम’ कहने का निर्देश दिया था.

सरकारी प्रस्ताव में कहा गया है, ‘वन विभाग के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अपील की गई है कि सरकारी कामकाज के सिलसिले में आम लोगों या जन प्रतिनिधियों के फोन रिसीव करते समय ‘हेलो’ की जगह ‘वंदे मातरम’ बोलें.’

बीते 14 अगस्त को मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने पहले कहा था, ‘हम आजादी के 76वें साल में कदम रख रहे हैं. हम अमृत महोत्सव मना रहे हैं. इसलिए मैं चाहता हूं कि अधिकारी फोन पर ‘हेलो’ के बजाय ‘वंदे मातरम’ कहें.’

मुनगंटीवार ने कहा था, ‘वंदे मातरम हमारा राष्ट्रगीत है. यह केवल एक शब्द नहीं है, बल्कि भारत माता के प्रति भारतीयों की भावनाओं का प्रतीक है. 1875 में बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा लिखा गया यह गीत स्वतंत्रता सेनानियों को ऊर्जा प्रदान करता था. उन्होंने कई लोगों के दिलों में देशभक्ति की एक चिंगारी जगा दी थी.’

मंत्री ने कहा था, ‘मैं चाहता हूं कि राज्य के सभी सरकारी अधिकारी अगले साल 26 जनवरी तक (फोन उठाने पर) ‘वंदे मातरम’ कहें.’

मंत्रालय आवंटित होने के बाद यह मुनगंटीवार द्वारा लिया गया सबसे पहला निर्णय था.

अपने फैसले के संबंध में उन्होंने ट्वीट भी किया था, जिसके अनुसार, ‘मंत्रालय मिलने के तत्काल बाद आज मैं संस्कृति मामलों के मंत्री के रूप में प्रत्येक नागरिक और सरकारी कार्यालय के कर्मचारी से अपील करता हूं कि वे बातचीत शुरू करने के लिए ‘हेलो’ के बजाय ‘वंदे मातरम’ का इस्तेमाल करें.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)