भाजपा ने पंजाब सरकार गिराने के लिए हमारे विधायकों को 20-25 करोड़ रुपये की पेशकश की: आप

पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने आरोप लगाया कि भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत आम आदमी पार्टी के सात से दस विधायकों को पैसे और मंत्री पद का प्रस्ताव देते हुए संपर्क साधा गया है. 

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पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान. (फोटो साभार: फेसबुक)

पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने आरोप लगाया कि भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत आम आदमी पार्टी के सात से दस विधायकों को पैसे और मंत्री पद का प्रस्ताव देते हुए संपर्क साधा गया है.

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान. (फोटो साभार: फेसबुक)

चंडीगढ़: पंजाब में सत्तारूढ़ दल आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राज्य में भगवंत मान की अगुवाई वाली सरकार को गिराने के प्रयास में उसके विधायकों को 20-25 करोड़ रुपये की पेशकश करने का आरोप लगाया.

भाजपा की पंजाब इकाई ने आरोपों को निराधार और झूठ का पुलिंदा करार दिया और कहा कि ‘आप’ अपनी नाकामियों से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है.

पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत राज्य के कुछ ‘आप’ विधायकों से संपर्क साधा गया है.

आप के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि आप के सात से 10 विधायकों से पैसे और मंत्री पद की पेशकश के साथ संपर्क किया गया है.

चीमा ने कहा, ‘पंजाब में हमारे विधायकों से संपर्क किया जा रहा है. भाजपा के कुछ लोगों द्वारा उनसे टेलीफोन पर संपर्क किया जा रहा है, जिन्हें भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने हमारे विधायकों को पार्टी से अलग करने के लिए भेजा था.’

चीमा ने कहा, ‘उन्होंने हमारे विधायकों से संपर्क किया और उन्हें बताया कि उनकी बैठक ‘वड्डे बाउजी’ और दिल्ली में बड़े नेताओं के साथ कराई जाएगी, और उन्हें 25-25 करोड़ रुपये की पेशकश की.’

चीमा ने आरोप लगाया कि भाजपा के सरकार बनाने पर आप विधायकों को मंत्री पद की पेशकश की गई. राज्य के वित्त मंत्री ने आगे आरोप लगाया, ‘उनसे कहा गया कि अगर आप तीन-चार विधायक लाते हैं, तो आपको 50-70 करोड़ रुपये की पेशकश की जाएगी.’

चीमा ने कहा कि जब पार्टी के एक विधायक ने पूछा कि वह 92 विधायकों वाली आप नीत सरकार को कैसे गिराएंगे, तो उन्हें बताया गया कि उन्हें सरकार गिराने के लिए सिर्फ 35 विधायकों की जरूरत है क्योंकि वे अन्य दलों के विधायकों के संपर्क में हैं.

उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में कांग्रेस विधायकों को खरीदा गया. चीमा ने आरोप लगाया, ‘हो सकता है कि यहां भी वे (भाजपा) उनके (कांग्रेस विधायकों) के संपर्क में हों.’

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने पंजाब में 55 विधायकों को तोड़ने के लिए 1,375 करोड़ रुपये रखे हैं. चीमा ने आरोप लगाया, ‘भाजपा आप सरकार को गिराने के लिए पंजाब में 1,375 करोड़ रुपये खर्च करना चाहती है.’

साथ ही, उन्होंने कहा कि भाजपा ने 800 करोड़ रुपये के साथ दिल्ली में आप नीत सरकार को गिराने की कोशिश की.

आप नेता चीमा ने आरोप लगाया कि भाजपा ने दिल्ली में लोकतंत्र की ‘हत्या’ करने की कोशिश की थी और पंजाब में भी यही प्रयास किया जा रहा है लेकिन वह अपने प्रयास में सफल नहीं होगी.

चीमा ने कहा कि आप के विधायक, नेता और कार्यकर्ता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं.

चीमा ने कथित रूप से संपर्क किए गए विधायकों का नाम लेने से इनकार करते हुए कहा, ‘भाजपा ने अपने लोगों के माध्यम से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सात से 10 विधायकों से संपर्क किया.’

संपर्क किए गए विधायकों के नाम के बारे में पूछे जाने पर चीमा ने कहा, ‘कई विधायकों को फोन आए हैं. यह जांच का विषय है.’

उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में आप के नेता पहले से ही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निशाने पर हैं.

चीमा ने कहा, ‘हमारी कानूनी टीम देखेगी कि किस फोरम पर (मामले में) कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस समय हम विधायकों के नामों का खुलासा नहीं कर सकते. आने वाले समय में हमारे विधायक सामने आएंगे और हम जनता के सामने सबूत और इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड प्रस्तुत करेंगे.’

यह उल्लेख किए जाने पर कि आप नीत सरकार के पास पुलिस और खुफिया विभाग है, ऐसे में वह इस मामले में कार्रवाई का इंतजार क्यों कर रही है, चीमा ने कहा, ‘बहुत जल्द, कानूनी कार्रवाई की जाएगी क्योंकि हमारे कानूनी विशेषज्ञ इस पर काम कर रहे हैं.’

चीमा ने कहा कि भाजपा के जिन लोगों ने विधायकों से संपर्क किया उनमें पंजाब और दिल्ली के कुछ लोग शामिल हैं.

वहीं, भाजपा की पंजाब इकाई के महासचिव जीवन गुप्ता ने आरोपों पर आप की आलोचना करते हुए कहा, ‘आप नीत सरकार अपनी गारंटी को पूरा करने में विफल रही है और जब लोग उनके बारे में सवाल पूछते हैं, तो वे इस तरह के झूठे आरोप लगाकर ध्यान हटाने की कोशिश करते हैं.’

भाजपा नेता अनिल सरीन ने चीमा से सवाल किया कि वह तुरंत बताएं कि उनके विधायकों को कहां से फोन आए और किसने उन्हें प्रलोभन देने की कोशिश की. उन्होंने मांग की कि या तो चीमा को सार्वजनिक रूप से उन फोन नंबर के बारे में बताना चाहिए, जहां से कॉल आए थे या अपना पद छोड़ देना चाहिए.

इस बीच, कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने ‘आप’ द्वारा लगाए गए आरोपों को हास्यास्पद बताया. वड़िंग ने एक बयान में कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि भाजपा ऐसा करने में काफी सक्षम है और इसका विपक्षी विधायकों को खरीदने और सरकारों को अस्थिर करने, जनादेश की चोरी करने का इतिहास है. लेकिन इस मामले में, ‘आप’ अपनी विफलताओं से जनता का ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है.’

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘हो सकता है कि ‘आप’ में कुछ असंतोष पनप रहा हो. विधायक बेचैन महसूस कर रहे हों और पार्टी नेतृत्व इस तरह के किसी भी कदम को टालने की कोशिश कर रहा है.’

मालूम हो कि पिछले महीने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दावा किया था कि भाजपा ने उन्हें पार्टी से जुड़ने पर उनके खिलाफ सभी मामले बंद करने का प्रस्ताव दिया है.’

सिसोदिया ने ट्वीट किया था, ‘मेरे पास भाजपा का संदेश आया है – ‘आप’ छोड़कर भाजपा में आ जाओ, आपके खिलाफ सीबीआई और ईडी के सारे मामले बंद करवा देंगे.’

ज्ञात हो कि सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं के संबंध में दर्ज एक एफआईआर में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत 15 अन्य लोगों तथा संस्थाओं को नामजद किया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)