देश में सरकारों को गिराने के लिए पैसे और ताक़त का इस्तेमाल किया जा रहा: शरद पवार

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि राज्य में एक नया शब्द 'खोखा' (करोड़) लोकप्रिय हो रहा है और इसे जनप्रतिनिधियों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.

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शरद पवार. (फोटो साभार: फेसबुक/@PawarSpeaks)

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि राज्य में एक नया शब्द ‘खोखा’ (करोड़) लोकप्रिय हो रहा है और इसे जनप्रतिनिधियों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.

शरद पवार. (फोटो साभार: फेसबुक/@PawarSpeaks)

पुणे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने बृहस्पतिवार को भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि देश में सरकारों को गिराने के लिए पैसे, ताकत और अन्य साधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि देश में इतने बड़े स्तर पर इस प्रकार की गतिविधियां पहले नहीं होती थीं. राकांपा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में एक नया शब्द ‘खोखा’ (करोड़) लोकप्रिय हो रहा है और इसे जनप्रतिनिधियों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.

जून में महा विकास अघाड़ी सरकार के गिरने के बाद से शिवसेना और भाजपा एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं और इस शब्द (खोखा) का इस्तेमाल यह आरोप लगाने के लिए किया जा रहा है कि विधायकों को पक्ष बदलने के लिए पैसे का आदान-प्रदान किया गया था.

गोवा में आठ कांग्रेसी विधायकों के भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने और आम आदमी पार्टी द्वारा भाजपा पर पंजाब में विधायकों को खरीदने का प्रयास करने का आरोप लगाने के बाबत पूछे गए सवाल के जवाब में पवार ने कहा कि इस तरह की गतिविधियों से कर्नाटक और मध्य प्रदेश में सरकार बदल गई थी.

उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र में, 40-50 विधायकों ने पाला बदल लिया (शिवसेना में बगावत का संदर्भ देते हुए) और सरकार बदल गई. मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार गिर गई और शिवराज सिंह चौहान फिर मुख्यमंत्री बन गए.’

पवार ने कहा, ‘वे (भाजपा) पैसे, ताकत और अन्य साधनों का इस्तेमाल स्थिर सरकारों को अस्थिर करने और अपनी इच्छा की सरकार बनाने के लिए कर रहे हैं. यह केंद्र में सत्तारूढ़ दल द्वारा शुरू किया गया नए तरह का कार्यक्रम है.’

मालूम हो कि बीते 13 सितंबर को पंजाब में सत्तारूढ़ दल आम आदमी पार्टी (आप) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राज्य में भगवंत मान की अगुवाई वाली सरकार को गिराने के प्रयास में उसके विधायकों को 20-25 करोड़ रुपये की पेशकश करने का आरोप लगाया था.

पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने आरोप लगाया था कि भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत राज्य के कुछ ‘आप’ विधायकों से संपर्क साधा गया है.

इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा था कि उनके 40 विधायकों को ख़रीदने के लिए भाजपा ने 800 करोड़ रुपये रखे हैं.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्षी दलों और उनके नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के कदमों का उल्टा असर होगा क्योंकि (सत्ता में) स्थिति स्थायी नहीं होती, परिवर्तन आज नहीं तो कल होगा.’

भाजपा द्वारा आगामी चुनावों में उनके गृह क्षेत्र बारामती पर कब्जा करने की घोषणा और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के निर्वाचन क्षेत्र के प्रस्तावित दौरे के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि सभी दलों को सीटें जीतने के लिए प्रयास करने का अधिकार है.

2024 के आम चुनावों में भाजपा से लड़ने के लिए संयुक्त विपक्ष के कदम के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि एक वैचारिक प्रक्रिया है कि एक साथ आकर कुछ किया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा, ‘नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, दिल्ली और पंजाब की पार्टियों जैसे कई लोग हैं, जिनके साथ बातचीत हो सकती है. एक इच्छा है कि इस तरह के (एकता के) प्रयास किए जाने की जरूरत है, लेकिन यह अभी तक शुरू नहीं हुआ है.’

उन्होंने 30 जून को सत्ता में आई एकनाथ शिंदे सरकार का भी मजाक उड़ाते हुए कहा कि उन्होंने कोई काम होते नहीं देखा, हालांकि मुख्यमंत्री राज्य को समझने के लिए तेज गति से आगे बढ़ रहे हैं.

यह पूछे जाने पर कि क्या राकांपा कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होगी, पवार ने कहा कि इस पहलू पर अभी तक कोई विचार नहीं किया गया है.

पवार ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाले मार्च को महाराष्ट्र पहुंचने में काफी समय है.

एक पार्टी द्वारा राहुल गांधी का लगातार मजाक उड़ाए जाने की निंदा करते हुए पवार ने कहा, ‘आप किसी पार्टी की नीतियों, कार्यक्रम की आलोचना करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन व्यक्तिगत स्तर पर किसी का उपहास करना एक बचकाना तरीका है.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)