महाचोर भाजपा को हराने के लिए चोर कांग्रेस का साथ दे रहा हूं: हार्दिक पटेल

गुजरात चुनाव राउंडअप: पाटीदार नेता हार्दिक ने कांग्रेस संगठन में बड़े प्रतिनिधित्व की मांग रखी. ओपिनियन पोल सर्वे ने भाजपा को जिताया.

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गुजरात चुनाव राउंडअप: पाटीदार नेता हार्दिक ने कांग्रेस संगठन में बड़े प्रतिनिधित्व की मांग रखी. ओपिनियन पोल सर्वे ने भाजपा को जिताया.

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पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर मचे राजनीतिक शोर के बीच बुधवार को चुनाव आयोग राज्य में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है. इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से एक खबर दी है, जिसमें कहा गया है कि ‘चुनाव आयोग बुधवार को गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है. संभवत: आज दोपहर एक बजे चुनाव आयोग की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी. राज्य में दो चरणों में चुनाव कराने की योजना है.’ गुजरात में पाटीदार मतदाताओं को लुभाने की होड़ के बीच पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने के लिए सरकारी नौकरी और शैक्षणिक संस्थानों में पाटीदारों के लिए आरक्षण के आश्वासन सहित विभिन्न मांगों की शर्त रखी है.

इसके पहले सोमवार को एक रैली के दौरान हार्दिक पटेल ने कहा था कि कांग्रेस चोर है लेकिन महाचोर भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस का साथ दे रहे हैं. पहले हार्दिक पटेल ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात से इनकार किया लेकिन अहमदाबाद के एक होटल में सीसीटीवी फुटेज के जरिये उनकी मुलाकात का खुलासा हुआ तो हार्दिक पटेल ने सफाई देने के सिलसिले में कहा कि वे महाचोर को हराने के लिए चोर का साथ दे रहे हैं.

दूसरी ओर, एक ओपिनियन पोल सर्वेक्षण में कहा गया है कि गुजरात और हिमाचल दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार बनेगी. आज तक की वेबसाइट पर ‘इंडिया टुडे-एक्सिस ओपिनियन पोल: गुजरात के गढ़ पर BJP का कब्जा बरकरार’ शीर्षक से छपी खबर में कहा गया है, ‘बीजेपी के हाथ में 22 साल से गुजरात की कमान होने से सत्ता विरोधी रुझान की संभावना जताए जाने के बावजूद, GST और नोटबंदी को लेकर व्यापारियों में बड़ी बेचैनी के बावजूद, पाटीदार-ओबीसी-ठाकोर-दलितों के आंदोलन के बावजूद गुजरात में फिर कमल खिलने जा रहा है. इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी अपने गढ़ माने जाने वाले इस राज्य को अपने पास ही बरकरार रखने जा रही है.’

इस ओपिनियन पोल के मुताबिक, ‘एक्सिस की ओर से 15 सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच गुजरात की सभी 182 विधानसभा सीटों के लिए कराए गए ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी 115 से 125 सीटों पर जीत का परचम लहराने जा रही है. जबकि कांग्रेस के खाते में 57 से 65 सीटें आती दिख रही हैं.’

दैनिक भास्कर की हेडिंग है, ‘गुजरात-हिमाचल में BJP बना सकती है सरकार: ओपिनियन पोल‘ इस खबर में कहा गया है, ‘गुजरात और हिमाचल प्रदेश के असेंबली इलेक्शन में बीजेपी को बहुमत मिलने का अनुमान है. इंडिया टुडे ग्रुप के ओपिनियन पोल के मुताबिक, गुजरात विधानसभा में बीजेपी को सर्वे में 115-125 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं, कांग्रेस को 57-65 सीटें मिल सकती हैं. हिमाचल में बीजेपी को 43 से 47 सीटें मिल सकती हैं, जबकि कांग्रेस को 21 से 25 सीटें मिलने की बात कही जा रही है.’

दैनिक जागरण ने ‘गुजरात और हिमाचल में केसरिया परचम‘ शीर्षक की खबर में लिखा है, ‘गुजरात और हिमाचल प्रदेश में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत लगभग तय मानी जा रही है. इंडिया टुडे ग्रुप और एेक्सिस माइ इंडिया के संयुक्त सर्वे में जनता ने भाजपा को अपनी पहली पसंद बताया है.’

सरकारी नौकरी, शैक्षणिक संस्थानों में पाटीदारों आरक्षण की मांग

कांग्रेस पार्टी में सूत्रों ने बताया कि पटेल ने पाटीदार बहुल निर्वाचन क्षेत्रों में उनके उम्मीदवारों के लिए अधिकतम टिकटों की मांग की है. गुजरात के लिए कांग्रेस के प्रभारी अशोक गहलोत के साथ अपनी वार्ता के दौरान पाटीदार अनामत आंदोलन के 24 वर्षीय नेता ने राजनीतिक रूप से असरदार पटेलों के लिए पार्टी के सांगठनिक ढांचे में बड़े प्रतिनिधित्व की मांग की थी. पटेलों को भाजपा का समर्थक माना जाता है.

सूत्रों ने बताया कि पटेल ने गुजरात में कांग्रेस के सांगठनिक ढांचे में पटेलों के प्रतिनिधित्व को न्यूनतम बताया. पाटीदार समुदाय के नेता ने उनके लिए आरक्षण के प्रावधान को संवैधानिक सुरक्षा की पैरवी की ताकि न्यायिक समीक्षा रोकी जा सके.

गहलोत ने सोमवार रात ट्वीट किया, हार्दिक पटेल और उनके सहयोगियों के साथ अच्छी बैठक हुई. विधानसभा या लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पटेल योग्य नहीं हैं क्योंकि चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम उम्र 25 साल होनी चाहिए. उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि वह गहलोत से मिलने के लिए एक होटल में गए थे और कांग्रेस पार्टी के समक्ष अपनी मांगे रखीं.

पिछड़े वर्ग के नेता और गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना के संयोजक अल्पेश ठाकोर कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में सोमवार को पार्टी में शामिल हुए.

गुजरात सरकार में हताशा के संकेत दिख रहे हैं: उमर

गुजरात में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले कर्मचारियों के लिए तोहफों की घोषणा पर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को गुजरात सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी में हताशा और घबराहट के संकेत दिख रहे हैं.

नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष उमर ने गुजरात में सत्तारूढ़ पार्टी की बात मान कर चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं करने के लिए निर्वाचन आयोग की आलोचना की.

उमर ने ट्वीटर पर गुजरात के मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य कर्मियों आशा कर्मी के भत्तों में 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी के ऐलान से संबंधित एक खबर को शेयर करते हुए लिखा है, निर्वाचन आयोग के सहयोग से ये जो घोषणाएं हो रही हैं वह क्या हताशा का संकेत है जो कुछ महीने पहले वहां नहीं था.

पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ऐसी लोक लुभावन घोषणाएं गुजरात मॉडल की कमियां हैं. एक अन्य ट्वीट में उमर ने कहा, एक राजनीतिक दल के लिए जो कई सालों से सत्ता में है और अंतिम समय में ऐसी घोषणाएं कर 150 से अधिक सीटों की अपेक्षा कर रही है यह गुजरात माडल की असफलता है.

हिमाचल-गुजरात में तैनात होंगे 42000 केंद्रीय सशस्त्र बलों के जवान

आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए सीआरपीएफ और बीएसएफ जैसे केंद्रीय सशस्त्र बलों के 32000 से ज्यादा और राज्य पुलिस के करीब 55000 कर्मियों को तैनात किए जाने की संभावना है.

हिमाचल प्रदेश में नौ नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों से 10,000 और राज्य पुलिस से 14000 कर्मियों की तैनाती की उम्मीद है.

घटनाक्रम से वाकिफ एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि चुनाव आयोग की जरूरत के मुताबिक गुजरात में केंद्रीय सशस्त्र बलों की 320 कंपनियां और हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा कर्मियों की 100 कंपनियां तैनात किये जाने की उम्मीद है.

अधिकारी ने बताया कि चुनाव आयोग और केंद्रीय गृह मंत्रालय के बीच कई दौर का विचार-विमर्श हुआ और गुजरात विधानसभा चुनावों का कार्यक्रम घोषित हो जाने के बाद चुनावी राज्यों के लिए तैनात किए जाने वाले सुरक्षा कर्मियों की कुल संख्या पर निर्णय हो जाएगा.

गुजरात में राज्य पुलिस के करीब 55000 कर्मियों और हिमाचल प्रदेश में राज्य पुलिस के 14000 कर्मियों को तैनात किए जाने की संभावना है. हिमाचल प्रदेश में चुनाव नौ नवंबर को होना है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)