गुजराती फिल्म ‘छेल्लो शो’ ऑस्कर पुरस्कार समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी

‘छेल्लो शो’ अगले साल ऑस्कर पुरस्कारों में अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म की श्रेणी में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी. निर्देशक पी. नलिन के निर्देशन में बनी यह फिल्म उनकी खुद की यादों से प्रेरित है, जिन्हें गुजरात के ग्रामीण इलाकों में बचपन में ही सिनेमा से प्यार हो गया था. यह फिल्म 14 अक्टूबर को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी. इसे कई फिल्म महोत्सवों में प्रीमियर के दौरान पुरस्कार मिल चुके हैं.

(फोटो साभार: ट्विटर/@PanNalin)

‘छेल्लो शो’ अगले साल ऑस्कर पुरस्कारों में अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म की श्रेणी में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी. निर्देशक पी. नलिन के निर्देशन में बनी यह फिल्म उनकी खुद की यादों से प्रेरित है, जिन्हें गुजरात के ग्रामीण इलाकों में बचपन में ही सिनेमा से प्यार हो गया था. यह फिल्म 14 अक्टूबर को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी. इसे कई फिल्म महोत्सवों में प्रीमियर के दौरान पुरस्कार मिल चुके हैं.

गुजराती फिल्म ‘छेल्लो शो’ का एक दृश्य. (फोटो साभार: ट्विटर/@PanNalin)

नई दिल्ली: गुजराती फिल्म ‘छेल्लो शो’ को भारत की ओर से आधिकारिक रूप से 95वें अकादमी पुरस्कारों के लिए भेजा जाएगा. फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) ने मंगलवार को इसकी घोषणा की.

फिल्म का अंग्रेजी शीर्षक ‘लास्ट फिल्म शो’ है. पी. नलिन के निर्देशन में बनी यह फिल्म 14 अक्टूबर को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी.

एफएफआई के महासचिव सुपर्ण सेन ने बताया, ‘छेल्लो शो’ को भारत की ओर से आधिकारिक रूप से ऑस्कर पुरस्कार 2023 के लिए भेजा जाएगा.’

एफएफआई के अध्यक्ष टीपी अग्रवाल के अनुसार, ‘छेल्लो शो’ को एसएस राजामौली की ‘आरआरआर’, रणबीर कपूर अभिनीत ‘ब्रह्मास्त्र: पार्ट वन शिवा’, विवेक अग्निहोत्री की ‘द कश्मीर फाइल्स’ और आर. माधवन के निर्देशन में बनी ‘रॉकेट्री’ जैसी फिल्मों पर तरजीह दी गई और इसे सर्वसम्मति से चुन लिया गया.

अग्रवाल ने बताया, ’17 सदस्यीय निर्णायक मंडल ने सर्वसम्मति से ‘छेल्लो शो’ को चुना. हिंदी की छह फिल्मों समेत विभिन्न भाषाओं की कुल 13 फिल्में थीं. हिंदी में ‘ब्रह्मास्त्र’, ‘द कश्मीर फाइल्स’, ‘अनेक’, ‘झुंड’, ‘बधाई दो’ और ‘रॉकेट्री’ शामिल थीं. जबकि स्थानीय भाषाओं में तमिल फिल्म ‘इराविन निजल’, तेलुगु में ‘आरआरआर’, बांग्ला में ‘अपराजितो’ और गुजराती में ‘छेल्लो शो’ शामिल थीं.’

ऑस्कर पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म की श्रेणी में भारत के प्रतिनिधित्व के लिए चुनी गई इस फिल्म के निर्माता सिद्धार्थ रॉय कपूर हैं और इसका निर्माण रॉय कपूर फिल्म, जुगाड़ मोशन पिक्चर्स, मानसून फिल्म्स, छेल्लो शो एलएलपी और मार्क ड्वेल ने किया है.

फिल्म में भाविन रबरी, भावेश श्रीमाली, ऋचा मीना, दीपेन रावल और परेश मेहता ने अभिनय किया है. पिछले साल जून में ‘ट्रिबेका फिल्म महोत्सव’ में उद्घाटन फिल्म के रूप में इसका वर्ल्ड प्रीमियर हुआ था.

यह फिल्म नलिन की खुद की यादों से प्रेरित है, जिन्हें गुजरात के ग्रामीण इलाकों में बचपन में ही फिल्मों से प्यार हो गया था.

सौराष्ट्र के एक सुदूर गांव पर आधारित इस फिल्म में नौ साल के एक लड़के की कहानी को दिखाया गया है, जो एक बार एक सिनेमाघर में फिल्म देखने जाता है और फिर जीवनभर के लिए सिनेमा के प्यार में पड़ जाता है.

‘संसार’, ‘वैली ऑफ फ्लॉवर्स’ और ‘एंग्री इंडियन गॉडेस’ जैसी फिल्मों के लिए चर्चित नलिन ने एफएफआई और चयन मंडल के प्रति आभार व्यक्त किया.

निर्देशक ने एक बयान में कहा, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा दिन आएगा. ‘छेल्लो शो’ को दुनिया भर से प्रशंसा मिल रही है. धन्यवाद एफएफआई, धन्यवाद निर्णायक मंडल.’

उन्होंने ट्वीट करके एफएफआई का आभार जताया और कहा कि अब मैं वापस सांस ले सकता हूं और उस सिनेमा में भरोसा कर सकता हूं जो मनोरंजित, प्रेरित और शिक्षित करता है.

यह फिल्म, फिल्म महोत्सवों में प्रीमियर के दौरान कई पुरस्कार जीत चुकी है. फिल्म ने स्पेन में 66वें ‘वलाडोलिड फिल्म महोत्सव’ में ‘गोल्डन स्पाइक’ पुरस्कार भी जीता था.

पिछले साल फिल्म निर्माता विनोदराज पीएस द्वारा निर्देशित तमिल नाटक कुड़ांगल (कंकड़) को सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय फीचर फिल्म श्रेणी में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुना गया था. हालांकि फिल्म शॉर्टलिस्ट में जगह नहीं बना पाई.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, भारतीय डॉक्युमेंट्री फीचर ‘राइटिंग विद फायर’ ने अंतिम सूची में जगह बनाई थी और अकादमी पुरस्कारों के 94वें संस्करण में नामांकन प्राप्त किया. रिंटू थॉमस और सुष्मित घोष द्वारा निर्देशित, ‘राइटिंग विद फायर’ ऑस्कर के लिए नामांकित होने वाली पहली भारतीय फीचर डॉक्युमेंट्री थी.

अभी तक किसी भी भारतीय फिल्म ने ऑस्कर नहीं जीता है. आखिरी भारतीय फिल्म जिसने सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर श्रेणी में अंतिम पांच में जगह बनाई, वह 2001 में आशुतोष गोवारिकर की आमिर खान अभिनीत ‘लगान’ थी. शीर्ष पांच में जगह बनाने वाली अन्य दो भारतीय फिल्में ‘मदर इंडिया’ (1958) और ‘सलाम बॉम्बे’ (1989) हैं.

95वां अकादमी पुरस्कार समारोह 12 मार्च 2023 को लॉस एंजिल्स के डॉल्बी थिएटर में आयोजित किया जाएगा.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)