उत्तराखंड: रिज़ॉर्ट में काम करने वाली लड़की की हत्या के मामले में भाजपा नेता का बेटा गिरफ़्तार

उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल ज़िले में हुई घटना. अंकिता भंडारी वनतारा रिज़ॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थीं. वह बीते 19 सितंबर से लापता थीं. पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों - भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे रिज़ॉर्ट संचालक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता - को गिरफ़्तार किया है.

/
(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल ज़िले में हुई घटना. अंकिता भंडारी वनतारा रिज़ॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थीं. वह बीते 19 सितंबर से लापता थीं. पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों – भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे रिज़ॉर्ट संचालक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता – को गिरफ़्तार किया है.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

यमकेश्वर: उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर क्षेत्र में एक रिजॉर्ट से पांच दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में लापता 19 वर्षीय अंकिता भंडारी की हत्या के आरोप में शुक्रवार को भाजपा नेता के रिजॉर्ट संचालक पुत्र और उनके दो अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया.

पौड़ी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता वनतारा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थीं और 19 सितंबर से लापता थीं.

पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों- रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया है.

मुख्य आरोपी पुलकित हरिद्वार के भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे हैं. विनोद आर्य पूर्व में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं. आर्य को उत्तराखंड माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के साथ राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया था.

पौड़ी गढ़वाल के एसएसपी यशवंत सिंह ने बताया, ‘जांच के दौरान पता चला कि अंकिता तीन लोगों के साथ रिजॉर्ट से निकली थी और वापस नहीं लौटी. ये तीन संदिग्ध पुलकित, अंकित और भास्कर थे. हमने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और शुक्रवार को अदालत के सामने पेश किया था, जहां से उन्हें रिमांड पर जेल भेज दिया गया.’

भाजपा नेता के बेटे की गिरफ्तारी के अगले दिन शनिवार को अंकिता के शव को बरामद कर लिया गया. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है.

शनिवार को धामी ने ट्वीट कर कहा, ‘आज प्रात: काल बेटी अंकिता का पार्थिव शव बरामद कर लिया गया. इस हृदय विदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है. दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) पी. रेणुका देवी जी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर इस गंभीर मामले की गहराई से जांच के भी आदेश दे दिए हैं.’

उन्होंने कहा, ‘आरोपियों के गैर-कानूनी रूप से बने रिजॉर्ट पर बुलडोजर द्वारा कार्रवाई भी कल (शुक्रवार) देर रात की गई है. हमारा संकल्प है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.’

सरकारी कार्रवाई के इतर स्थानीय लोगों का गुस्सा भी घटना पर फूट पड़ा है. शनिवार की दोपहर ऋषिकेश में स्थानीय लोगों ने भाजपा नेता के बेटे के रिजॉर्ट में आग लगा दी.

वहीं, स्थानीय लोगों की गुस्साई भीड़ ने शनिवार को कथित तौर पर यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट के वाहन पर हमला बोल दिया क्योंकि उन्होंने अंकिता की हत्या पर देर से प्रतिक्रिया दी.

पुलिस अधिकारियों ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि अंकिता का शव ऋषिकेश में चिल्ला नहर से बरामद किया गया. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘मृतक के भाई और पिता वहां मौजूद थे, उन्होंने शव की पहचान की. शव को ऋषिकेश स्थित एम्स ले जाया गया है.’

पौड़ी गढ़वाल के डीएम विजय कुमार जोगदांडे ने बताया, ‘परिवार के सामने पंचनामा किया गया और पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है. एक पैनल के माध्यम से पोस्टमॉर्टम करने का निर्णय लिया गया है. पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जा रही है.’

बहरहाल, शनिवार शाम ऋषिकेश एम्स में अंकिता के पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है.

जोगदांडे ने आगे कहा कि सभी तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके बयान दर्ज किए गए हैं. आरोपियों ने अंकिता को नहर में धकेल दिया था. एसडीआरएफ ने इलाके की तलाशी ली. जलस्तर ऊंचा था, इसलिए स्तर कम किया गया और उनका शव आज सुबह बरामद कर लिया गया.

इससे पहले बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना को दुखद करार देते हुए इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे.

धामी ने कहा था कि जिस किसी ने यह अपराध किया है, उसे कड़ी सजा दिलाई जाएगी.

उन्होंने कहा था, ‘यह दुखद और जघन्य घटना है. पुलिस अपना काम कर रही है. ऐसे जघन्य अपराध करने वालों पर कठोर से कठोर कार्रवाई होगी. पीड़िता को न्याय दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा.’

पौड़ी के अपर पुलिस अधीक्षक शेखर चंद्र सुयाल ने बताया कि अंकिता की गुमशुदगी के संबंध में राजस्व पुलिस चौकी उदयपुर तल्ला में मामला दर्ज कराया गया था.

उन्होंने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए बृहस्पतिवार (22 सितंबर) को उसे लक्ष्मण झूला पुलिस को सौंपा गया, जिसने 24 घंटे के अंदर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

सुयाल ने बताया कि आरोपियों ने अंकिता की हत्या कर उसका शव चिल्ला नहर में फेंकने की बात स्वीकार कर ली है. अंकिता से विवाद के बाद उन्होंने यह कदम उठाया.

उधर, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने अशोक कुमार ने कहा कि प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ हत्या एवं साक्ष्य छिपाने की धाराएं जोड़ी गई हैं, क्योंकि अंकिता की हत्या करने के बाद उन्होंने स्वयं उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई थी.

इस बीच, मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के सभी जिलाधिकारियों को प्रदेश के सभी रिजॉर्ट की जांच करने तथा अवैध बने या गैरकानूनी रूप से संचालित रिजॉर्ट के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.

उन्होंने कहा कि रिजॉर्ट, होटल तथा अतिथि गृहों में काम करने वाले कर्मचारियों से भी उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली जाए तथा इस संबंध में शिकायतों पर कदम उठाए जाएं.

वहीं, भाजपा के मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने बताया कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष महेंद्र भट्ट के आदेश पर मुख्य आरोपी पुलकित के पिता विनोद आर्य और भाई अंकित आर्य के खिलाफ कार्रवाई की गई है.

भाजपा ने दोनों को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया है. साथ ही, अंकित को राज्य सरकार द्वारा उत्तराखंड ओबीसी आयोग के उपाध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है.

इस बीच, टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया है कि रिजॉर्ट का मालिक अंकिता पर मेहमानों को ‘स्पेशल सर्विस’ देने का दबाव बना रहा था.

वहीं, अंकिता के एक फेसबुक मित्र ने भी बताया है कि उसकी हत्या इसलिए की गई क्योंकि रिजॉर्ट मालिक की मांग पर उसने मेहमानों के साथ शारीरिक संबंध बनाने से इनकार कर दिया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)