कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव: केएन त्रिपाठी का नामांकन पत्र ख़ारिज, खड़गे और थरूर के बीच मुक़ाबला

कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि नामांकन प्रक्रिया के दौरान कुल 20 फॉर्म मिले थे, उनमें से चार को ख़ारिज कर दिया गया है क्योंकि हस्ताक्षर में दोहराव था या इनका मिलान नहीं हो रहा था. 

New Delhi: Chairman of Congress Central Election Authority (CEA) Madhusudan Mistry addresses a press conference in New Delhi, Saturday, Oct. 1, 2022. (PTI Photo/Asim Kamal)

कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि नामांकन प्रक्रिया के दौरान कुल 20 फॉर्म मिले थे, उनमें से चार को ख़ारिज कर दिया गया है क्योंकि हस्ताक्षर में दोहराव था या इनका मिलान नहीं हो रहा था.

कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री शनिवार (1 अक्टूबर) को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए झारखंड के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी के नामांकन पत्र को शनिवार को खारिज कर दिया गया, जिससे अब पार्टी के नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच सीधा मुकाबला होगा.

तीनों नेताओं ने शुक्रवार को नामांकन पत्र भरा था, जो इस प्रक्रिया के लिए अंतिम दिन था.

नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है और उम्मीदवारों की अंतिम सूची उसी दिन शाम पांच बजे जारी की जाएगी.

कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि नामांकन प्रक्रिया के दौरान कुल 20 फॉर्म मिले थे तथा उनमें से चार को खारिज कर दिया गया है, क्योंकि हस्ताक्षर में दोहराव था या इसका मिलान नहीं हो रहा था.

खड़गे ने 14 फॉर्म भरे थे, जबकि थरूर ने पांच और त्रिपाठी ने एक फॉर्म भरा था.

मिस्त्री ने कहा, ‘दो उम्मीदवारों खड़गे और थरूर में अब सीधा मुकाबला है. झारखंड से एक अन्य उम्मीदवार का एक फॉर्म खारिज कर दिया गया है.’

उन्होंने कहा कि आठ अक्टूबर तक फॉर्म वापस लेने के लिए सात दिन का समय है और इसके बाद तस्वीर साफ हो जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर कोई उम्मीदवार नामांकन पत्र वापस नहीं लेता है, तो मतदान कराया जाएगा.

मिस्त्री ने कहा कि त्रिपाठी का फॉर्म खारिज कर दिया गया है, क्योंकि उनके एक प्रस्तावक के हस्ताक्षर का मिलान नहीं हुआ और एक अन्य प्रस्तावक के हस्ताक्षर में दोहराव था. खारिज किया गया एक फॉर्म त्रिपाठी का था. मिस्त्री ने हालांकि इस संबंध में बताने से इनकार कर दिया कि खारिज किए गए तीन अन्य फॉर्म किसने दाखिल किए थे?

इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए और केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण द्वारा जारी वैध नामांकन पत्रों की सूची साझा करते हुए थरूर ने ट्वीट किया, ‘यह जानकर खुशी हुई कि जांच के बाद खड़गे और मैं कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए दोस्ताना मुकाबले में भाग लेंगे. ऐसी कामना है कि पार्टी और हमारे सभी सहयोगियों को इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया से फायदा मिले.’

पार्टी की ओर से 22 सितंबर को जारी अधिसूचना के मुताबिक, चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अवधि 24 से 30 सितंबर तक थी.

अगर जरूरत पड़ी तो मतदान 17 अक्टूबर को होगा. मतों की गिनती 19 अक्टूबर को होगी और उसी दिन परिणाम घोषित किया जाएगा. चुनाव में प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के नौ हजार से अधिक प्रतिनिधि (डेलीगेट) मतदान करेंगे.

खड़गे ने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष पद से दिया इस्तीफा 

इस बीच, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजसभा के नेता प्रतिपक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया है. सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी.

खड़गे ने यह कदम अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के एक दिन बाद उठाया.

खड़गे (80 वर्षीय) ने अपना त्यागपत्र कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दिया है. उन्होंने यह कदम मई में उदयपुर में आयोजित ‘चिंतन शिविर’ में तय ‘ एक व्यक्ति एक पद’ के सिद्धांत के अनुरूप उठाया है.

सूत्रों ने बताया कि खड़गे ने शुक्रवार रात अपना इस्तीफा सौंपा. सूत्रों के अनुसार माना जा रहा है कि वरिष्ठ नेता पी. चिदबंरम और दिग्विजय सिंह राजसभा में नेता प्रतिपक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)