हादसा बुधवार तड़के क़रीब तीन बजे हुआ. पांच मृतकों के साथ आठ लोग घायल भी हुए हैं. पुलिस के मुताबिक, हादसे का शिकार बने लोग पुल पर बने डिवाइडर से टकराई एक कार की मदद कर रहे थे, तभी पीछे से तेज़ रफ़्तार में आई एक अन्य कार ने उनमें टक्कर मार दी.
मुंबई: मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर बुधवार तड़के एक कार सड़क पर खड़ी तीन कार और एक एम्बुलेंस से टकरा गई, जिसके कारण पांच लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य लोग घायल हो गए.
यह हादसा पश्चिमी उपनगर के बांद्रा को दक्षिण मुंबई के वर्ली से जोड़ने वाले सी लिंक पुल पर खंभा संख्या 76 और 78 के बीच तड़के करीब तीन बजे हुआ.
Maharashtra | 10 people got injured in a collision between four cars and an ambulance on Mumbai’s Bandra Worli Sea Link pic.twitter.com/7ihc7xnZv5
— ANI (@ANI) October 5, 2022
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने इस हादसे में लोगों की मौत होने पर शोक व्यक्त किया.
Pained by the loss of lives due to an accident on the Bandra-Worli Sea Link in Mumbai. Condolences to the bereaved families. I hope that those who have been injured have a speedy recovery: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 5, 2022
पीएमओ ने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हवाले से कहा, ‘मुंबई में बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर हुए हादसे में लोगों की मौत होने से दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि घायलों की हालत में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं. दुर्घटना की जांच की जा रही है और आगे कार्रवाई की जाएगी.
वांद्रे-वरळी सी-लिंक वर झालेल्या अपघातात मृत्युमुखी पडलेल्यांच्या कुटुंबियांच्या दुःखात आम्ही सहभागी आहोत. जखमींच्या प्रकृतीत लवकरात लवकर सुधारणा व्हावी यासाठी प्रयत्न सुरु आहेत. अपघाताची अधिक चौकशी सुरु असून पुढील कारवाई केली जाईल.
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) October 5, 2022
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हादसे की जांच के दौरान पता चला कि पहले एक कार पुल पर बने डिवाइडर से टकरा गई, जिसके बाद उसकी सहायता के लिए एक एम्बुलेंस को भेजा गया.
उन्होंने बताया कि दो अन्य कार चालकों ने मदद करने के लिए अपने वाहन रोके.
अधिकारी ने बताया कि इसी दौरान पीछे से आ रही एक अन्य कार ने सड़क पर खड़ी तीनों कार और एम्बुलेंस को टक्कर मार दी.
उन्होंने बताया कि एक महिला और सी-लिंक के एक कर्मचारी समेत 13 घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से पांच लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई.
पुलिस ने बताया कि छह घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज जारी है. उन्होंने बताया कि दो अन्य लोगों को मामूली चोटें आई हैं और उन्हें उपचार के बाद घर जाने की अनुमति दे दी गई.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मृतकों में चार टोल प्लाजा के कर्मचारी और एक एम्बुलेंस ड्राइवर शामिल हैं.
टोल प्लाजा कर्मियों की पहचान चेतन कदम (36), गजराज सिंह (42) सतेंद्र सिंह (35) और एक अज्ञात के तौर पर हुई है. जबकि, एम्बुलेंस ड्राइवर की पहचान 32 वर्षीय सोमनाथ साल्वे के तौर पर हुई है.
सिक्योरिटी सुपरवाइजर चेतन कदम मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की युवा इकाई के अध्यक्ष भी थे.
पुलिस के मुताबिक, वे पहली दुर्घटना में घायल हुए यात्रियों की मदद करने के लिए अन्य कर्मचारियों के साथ घटनास्थल पर गए थे.
घायलों को बचाने के लिए कदम अपने साथ एम्बुलेंस लेकर गए थे.
हादसे का शिकार बने लोग घायलों की मदद करने में लगे थे कि तभी एक तेज रफ्तार एसयूवी ने खड़े वाहनों में टक्कर मार दी, जिससे उनकी (कदम) मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
अस्पताल के बाहर कदम के भाई प्रसाद ने बताया, ‘मेरे भाई को उन लोगों की जान बचाने के लिए जाना जाता था जो आत्महत्या करने के लिए सी लिंक पर आते थे.’
कदम करीब पांच साल पहले भी तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने एक व्यक्ति को आत्महत्या करने से बचाने में पुलिस की मदद की थी. एक सीसीटीवी क्लिप में, कदम को उस व्यक्ति के पास दौड़ते हुए और उसे पुल से नीचे खींचते हुए देखा गया था.
कदम के परिवार की मदद के लिए अस्पताल में मौजूद एनसीपी के प्रवक्ता अमोल मटेले ने कहा, ‘चालक के साथ-साथ उस कंपनी के खिलाफ भी गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की जरूरत है जिसने कदम और अन्य मृतक को काम पर रखा था, क्योंकि वे लापरवाह हैं, उन्होंने अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किसी भी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया. उन्हें ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए रिफ्लेक्टिव जैकेट जैसी सुरक्षा किट या पर्याप्त प्रशिक्षण नहीं दिया गया था.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हम सरकार से मुआवजा और अन्य सभी बकाया भी चाहते हैं क्योंकि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए मारे गए.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)