समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का निधन

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री 82 वर्षीय मुलायम सिंह यादव का सोमवार सुबह गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया. उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कई गंभीर समस्याएं थीं. उत्तर प्रदेश सरकार ने यादव के निधन पर तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है.

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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री 82 वर्षीय मुलायम सिंह यादव का सोमवार सुबह गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया. उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कई गंभीर समस्याएं थीं. उत्तर प्रदेश सरकार ने यादव के निधन पर तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है.

Lucknow: Samajwadi Party patron Mulayam Singh Yadav addresses a press conference at party office in Lucknow, Tuesday , Sept 3, 2019. (PTI Photo/ Nand Kumar)(PTI9_3_2019_000081B)
मुलायम सिंह यादव. (फोटो: पीटीआई)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव का सोमवार को निधन हो गया. वह 82 वर्ष के थे.
सपा अध्यक्ष और मुलायम के पुत्र अखिलेश यादव ने एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली.

अखिलेश ने ट्वीट में कहा, ‘मेरे आदरणीय पिता जी और सबके नेता जी नहीं रहे.’

82 वर्षीय मुलायम सिंह यादव को दो अक्टूबर को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें निम्न रक्तचाप और ऑक्सीजन की कमी समेत कई गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं.

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यादव का सुबह 8.16 बजे निधन हो गया. अस्पताल द्वारा जारी बयान के अनुसार, वह मेदांता अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में गंभीर स्थिति में थे और उन्हें जीवन रक्षक दवाएं दी जा रही थीं.’

यादव को 22 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद 2 अक्टूबर को उन्हें आईसीयू में ले जाया गया था.

मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर, 1939 को हुआ था. वह एक वरिष्ठ भारतीय राजनेता और समाजवादी पार्टी के संस्थापक थे. उन्होंने लोकसभा में मैनपुरी का प्रतिनिधित्व किया था.

पहलवान रहे यादव उत्तर प्रदेश की राजनीति में 1970 के दशक के बाद तीव्र सामाजिक और राजनीतिक उथल-पुथल के दौर में उभरे थे.

एक समाजवादी नेता के रूप में उभरते हुए मुलायम सिंह ने जल्द ही खुद को एक ओबीसी दिग्गज के रूप में स्थापित कर लिया और कांग्रेस द्वारा खाली किए गए राजनीतिक स्थान पर कब्जा कर लिया. उन्होंने 1989 में उत्तर प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी.

यादव उत्तर प्रदेश के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक थे. यादव ने तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री और भारत के रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया. वे विधानसभा के सदस्य के रूप में 10 बार और लोकसभा सदस्य के रूप में सात बार चुने गए.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अनेक नेताओं ने यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने यादव के निधन पर तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी ट्वीट कर यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ‘मुलायम सिंह यादव का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है. साधारण परिवेश से आए मुलायम सिंह यादव जी की उपलब्धियां असाधारण थीं. ‘धरती पुत्र’ मुलायम सिंह यादव जी जमीन से जुड़े दिग्गज नेता थे. उनका सम्मान सभी दलों के लोग करते थे. उनके परिवार-जन व समर्थकों के प्रति मेरी गहन शोक-संवेदनाएं.’

प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, ‘हम दोनों जब मुख्यमंत्री (गुजरात और उत्तर प्रदेश) थे, तब हमारे बीच लगातार संवाद हुआ करता था और यह सिलसिला आगे भी जारी रहा. मैं महत्वपूर्ण मुद्दों पर उनसे उनकी राय भी लेता था. उनके निधन से मुझे गहरा दुख पहुंचा है. उनके परिवार और उनके समर्थकों के प्रति संवेदनाएं.’

मोदी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश और देश की राजनीति में अहम स्थान हासिल किया.

उन्होंने कहा, ‘वह आपातकाल के दौरान लोकतंत्र के प्रमुख सिपाही थे. देश के रक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने भारत को मजबूत करने की दिशा में काम किया. संसद की कार्यवाही के दौरान उनके हस्तक्षेप भी बहुत महत्वपूर्ण एवं राष्ट्रहित में हुआ करते थे.’

मुलायम सिंह यादव को एक जमीनी नेता के रूप में याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील थे.

उन्होंने कहा कि नेताजी ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण और डॉक्टर राम मनोहर लोहिया के आदर्शों के प्रचार के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी यादव के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए सपा संस्थापक के निधन पर तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की.

मुख्यमंत्री ने यादव के पुत्र सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से फोन पर बात कर शोक संवेदना व्यक्त की और कहा कि यादव के निधन से समाजवाद की एक प्रमुख स्तंभ और एक संघर्षशील युग का अंत हो गया है.

बाद में, उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यादव का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा और वह खुद भी सैफई जाकर प्रदेश शासन की ओर से दिवंगत आत्मा को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.

उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव एक जुझारू और संघर्षशील नेता तथा समाजवादी विचारधारा से जुड़े एक महत्वपूर्ण स्तंभ थे. वह संघर्षों से तपे बढ़े और प्रदेश की राजनीति के पांच दशक तक केंद्र बिंदु बने रहे. देश और प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन लंबे समय तक उन्होंने किया.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन पर दुख जताते हुए सोमवार को कहा कि रक्षा मंत्री एवं सामाजिक न्याय के सशक्त पैरोकार के रूप में उनका अतुलनीय योगदान हमेशा याद रखा जाएगा.

प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘मुलायम सिंह यादव जी के निधन का दुखद समाचार मिला. भारतीय राजनीति में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, भारत सरकार के रक्षा मंत्री व सामाजिक न्याय के सशक्त पैरोकार के रूप में उनका अतुलनीय योगदान हमेशा याद रखा जाएगा.’

उन्होंने कहा, ‘अखिलेश यादव व अन्य सभी प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं. ईश्वर श्री मुलायम सिंह यादव जी को श्रीचरणों में स्थान दें.’

वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन पर सोमवार को शोक व्यक्त किया और उनके परिवार एवं प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त की.

केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव जी के निधन का दुखद समाचार मिला. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं उनके सभी प्रशंसकों और परिजनों को ये अपार दुख सहने की शक्ति दें.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)