उत्तराखंड के उधम सिंह नगर ज़िले के काशीपुर के पास स्थानीय निवासियों और उत्तर प्रदेश पुलिस के बीच बुधवार शाम हुई, गोलीबारी में जिस महिला की मौत हुई, उनकी पहचान स्थानीय भाजपा नेता गुरताज भुल्लर की पत्नी गुरप्रीत कौर के रूप में हुई है. उत्तराखंड पुलिस ने यूपी पुलिस पर हत्या का मामला दर्ज किया है.
देहरादून: उत्तर प्रदेश पुलिस के कुछ अधिकारियों को पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में हत्या के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है. यूपी पुलिस बुधवार शाम को एक वांछित अपराधी का पीछा कर रही थी, इस दौरान हुई गोलीबारी में एक भाजपा नेता और ब्लॉक प्रमुख की पत्नी की मौत हो गई.
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर के पास स्थानीय निवासियों और उत्तर प्रदेश पुलिस के कर्मचारियों के बीच बुधवार शाम हुई गोलीबारी में जिस महिला की मौत हुई, उनकी पहचान स्थानीय भाजपा नेता और ब्लॉक प्रमुख गुरताज भुल्लर की पत्नी गुरप्रीत कौर के रूप में हुई है. इस घटना में उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद पुलिस के पांच कर्मचारी भी घायल हो गए.
एक अधिकारी के मुताबिक, यह गोलीबारी तब हुई, जब मुरादाबाद जिले के ठाकुरद्वारा से उत्तर प्रदेश पुलिस का एक दल खनन माफिया की तलाश में भाजपा नेता और जसपुर ब्लॉक प्रमुख गुरताज भुल्लर के घर की तलाशी लेने के लिए भरतपुर गांव पहुंचा था.
अधिकारी के अनुसार, पुलिस दल को गुप्त सूचना मिली थी कि खनन माफिया जफर ब्लॉक प्रमुख भुल्लर के घर में छिपकर बैठा है. पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था.
अधिकारी के मुताबिक, सादे कपड़ों में पुलिस दल के सदस्य भुल्लर के घर पहुंचे, जिसके बाद विवाद हो गया. उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें काम से घर लौट रहीं भुल्लर की पत्नी गुरप्रीत की मौत हो गई.
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध में हाईवे जाम कर दिया. काशीपुर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, गदरपुर विधायक अरविंद पांडे और पूर्व सांसद बलराज पासी प्रदर्शनकारियों में शामिल हुए. रात 11 बजे जिला पुलिस के समझाने पर प्रदर्शनकारी हटे.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड पुलिस का आरोप है कि यूपी पुलिस की फायरिंग में उनकी मौत हो गई. भाजपा नेता की पत्नी की मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने कथित तौर पर चार पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया और उनके हथियार छीन लिए. दो पुलिसकर्मी लापता हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शलभ माथुर ने कहा, ‘आरोपी एक वांछित अपराधी है. जिस पर 50,000 रुपये का इनाम है. वह वहां भरतपुर गांव से भाग गया. जब हमारी पुलिस टीम पहुंची, तो उन्हें बंधक बना लिया गया और उनके हथियार छीन लिए गए.’
गोलीबारी में घायल पांच पुलिसकर्मियों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, दो लापता पुलिसकर्मियों की तलाश जारी है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, उधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मंजूनाथ टीसी ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के दल ने उत्तराखंड पुलिस को कार्रवाई के बारे में पहले से सूचित नहीं किया था.
अधीक्षक ने बताया कि मृतक के परिवार द्वारा शिकायत दर्ज करवाने के बाद उत्तराखंड पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस के 10-12 कर्मचारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 147 (दंगा), 148 (दंगा, घातक हथियार से लैस), 149 (गैरकानूनी सभा), 302 (हत्या), 452 (चोट, हमला की तैयारी के साथ किसी के घर में घुसना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जान-बूझकर अपमान) और 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)