भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,46,23,997 हो गई है और इस महामारी की चपेट में आकर 5,28,857 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण के 62.38 करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 65.64 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है.
नई दिल्ली: भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 2,678 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,46,23,997 हो गई है. वहीं, उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 26,583 पर पहुंच गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार सुबह आठ बजे साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 से 10 और लोगों के दम तोड़ने से मृतक संख्या बढ़कर 5,28,857 हो गई है.
इन 10 मामलों में वे तीन लोग भी शामिल हैं, जिनके नाम संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुन:मिलान करते हुए केरल ने वैश्विक महामारी से जान गंवाने वाले मरीजों की सूची में जोड़े हैं.
इस तरह बीते 24 घंटों में संक्रमण से जिन सात लोगों की मौत हुई है, उनमें कर्नाटक के तीन और गोवा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं पश्चिम बंगाल के एक-एक मरीज शामिल हैं.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 62,38,38,784 हो गए हैं और इस संक्रमण के चलते दुनियाभर में अब तक 65,64,922 लोगों की मौत हो चुकी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारत में उपचाराधीन मरीजों की संख्या कुल मामलों का 0.06 प्रतिशत है, जबकि कोविड-19 से ठीक होने वालों की राष्ट्रीय दर बढ़कर 98.76 प्रतिशत हो गई है. मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 74 मामलों का इजाफा हुआ है.
6मंत्रालय के अनुसार, भारत में दैनिक संक्रमण दर 1.13 प्रतिशत और साप्ताहिक संक्रमण दर 1.07 प्रतिशत दर्ज की गई है. मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 से उबरने वालों की संख्या बढ़कर 4,40,68,557 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत दर्ज की गई है.
मंत्रालय के मुताबिक, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद से देशभर में कोविड-19 रोधी टीके की अब तक 219.21 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया.
चार मई 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे. इसके बाद तकरीबन नौ महीने बाद 26 जनवरी 2022 को कुल मामलों की संख्या चार करोड़ के पार हो गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
अक्टूबर महीने की बात करें तो एक दिन या 24 घंटे में बीते 13 अक्टूबर को 2,786, 12 अक्टूबर को 2,139, 11 अक्टूबर को 1,957, 10 अक्टूबर को 2,424, नौ अक्टूबर को 2,756, आठ अक्टूबर को 2,797, सात अक्टूबर को 1,997, छह अक्टूबर को 2,529, पांच अक्टूबर को 2,468, चार अक्टूबर को 1,968, तीन अक्टूबर को 3,011, दो अक्टूबर को 3,375, एक अक्टूबर को संक्रमण के 3,805 नए मामले सामने आए थे.
इस अवधि में बीते 13 अक्टूबर को 12, 12 अक्टूबर को 13, 11 अक्टूबर को 8, 10 अक्टूबर को 15, नौ अक्टूबर को 21, आठ अक्टूबर को 24, सात अक्टूबर को 9, छह अक्टूबर को 12, पांच अक्टूबर को 17, चार अक्टूबर को 15, तीन अक्टूबर को 28, दो अक्टूबर को 18 और एक अक्टूबर को 26 लोगों की जान गई थी.
सितंबर महीने की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 7,946 मामले एक सितंबर को सामने आए थे और (केरल के आंकड़ों के पुनर्मिलान के बाद) सर्वाधिक 35 लोगों की जान 18 सितंबर को गई थी.
अगस्त महीने की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 20,551 मामले पांच अगस्त को सामने आए थे और (केरल के आंकड़ों के पुनर्मिलान के बाद) सर्वाधिक 72 लोगों की जान 18 अगस्त को गई थी.
जुलाई महीने में एक दिन या 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण के सबसे ज्यादा 21,880 मामले बीते 22 जुलाई को सामने आए थे और सबसे अधिक 67 मौतें बीते 23 जुलाई को दर्ज की गई थीं.
जून में कोविड-19 संक्रमण की बात करें तो एक दिन या 24 घंटे में बीते 24 जून को सर्वाधिक 17,336 नए मामले दर्ज किए गए थे. और इस दौरान सर्वाधिक 38 लोगों की मौत 23 जून को हुई थी.
मई महीने में एक दिन या 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक 3,805 नए मामले सात मई को दर्ज किए गए थे और इस दौरान सबसे अधिक 65 मौतें 22 मई को दर्ज की गई थीं.
अप्रैल महीने में एक दिन या 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक 3,688 नए मामले 30 अप्रैल को दर्ज किए गए थे और इस दौरान सबसे अधिक 1,399 (असम और केरल में आंकड़ों में संशोधन के बाद) मौतें 26 अप्रैल को दर्ज की गई थीं.
मार्च के महीने में एक दिन या 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक 7,554 नए मामले दो मार्च को आए थे और इस दौरान सबसे अधिक 4,100 (महाराष्ट्र और केरल के आंकड़ों में संशोधन के साथ) मौतें 26 मार्च को दर्ज की गई थीं.
फरवरी महीने में कोविड-19 संक्रमण के एक दिन या 24 घंटे में सर्वाधिक 1,72,433 मामले तीन फरवरी को रिकॉर्ड किए गए और इस अवधि में सबसे अधिक 1,733 लोगों की मौत दो फरवरी को हुई थीं.
इस साल जनवरी महीने की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक 3,89,03,731 मामले 22 जनवरी को दर्ज किए गए थे और इस अवधि सबसे अधिक 959 मौतें 30 जनवरी को हुई थीं.
मई 2021 रहा है सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.
इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
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(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)