1975 बैच के भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी के. विजय कुमार को सीआरपीएफ के महानिदेशक के रूप में 2012 में सेवानिवृत्त होने के बाद गृह मंत्रालय के वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्हें चंदन तस्कर वीरप्पन को खत्म करने का श्रेय दिया जाता है.
नई दिल्ली: वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के. विजय कुमार ने गृह मंत्रालय में वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्हें चंदन तस्कर वीरप्पन को खत्म करने का श्रेय दिया जाता है.
कुमार ने कुछ समय पहले व्यक्तिगत कारणों से पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने दिल्ली में अपना घर खाली कर दिया और चेन्नई चले गए हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई से फोन पर बातचीत में उन्होंने कहा, ‘मैंने व्यक्तिगत कारणों से गृह मंत्रालय के साथ अपना कार्यकाल समाप्त करने का फैसला किया है. अब मैं चेन्नई में हूं.’
कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, गृह मंत्रालय के अधिकारियों और सभी राज्यों के पुलिस बलों के प्रमुखों को उनके पूरे कार्यकाल में सहयोग देने के लिए आभार व्यक्त किया है.
कुमार ज्यादातर जम्मू कश्मीर के अलावा वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) के मुद्दों पर सरकार को सलाह दे रहे थे.
1975 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीसी) अधिकारी के. विजय कुमार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक के रूप में 2012 में सेवानिवृत्त होने के बाद गृह मंत्रालय के वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था.
उन्होंने 2019 में गृह मंत्रालय में वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के रूप में फिर से नियुक्त होने से पहले जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के सलाहकार के रूप में कार्य किया था.
कुमार ने स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) तमिलनाडु के प्रमुख के रूप में भी काम किया है, जिसे वीरप्पन को पकड़ने का काम सौंपा गया था. इसके अलावा वह चेन्नई पुलिस के आयुक्त और कश्मीर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिरीक्षक भी रहे हैं.
साल 2004 में वीरप्पन तमिलनाडु में कुमार के नेतृत्व में चलाए गए एक सुनियोजित ऑपरेशन में मारा गया था.