जादूगर ओपी शर्मा के परिजनों के मुताबिक, कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बाद से पिछले दो सालों से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था. उन्हें किडनी संबंधी समस्याएं परेशान करने लगी थीं और हफ्ते में दो बार उन्हें डायलिसिस के लिए जाना पड़ता था.
नई दिल्ली: प्रसिद्ध जादूगर ओपी शर्मा का शनिवार (15 अक्टूबर) रात उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार थे.
ओपी शर्मा मूल रूप से बलिया जिले से ताल्लुक रखते थे और डायलिसिस पर थे. इलाज के दौरान उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली. वे 76 साल के थे.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ओपी शर्मा के रिश्तेदार मुकेश गुप्ता ने एक बयान में कहा, ‘कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बाद से पिछले दो सालों से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था. उसके बाद से उन्हें किडनी संबंधी समस्याएं परेशान करने लगीं और उन्हें हफ्ते में दो बार डायलिसिस के लिए जाना पड़ता था.’
उन्होंने आगे कहा, ‘लेकिन पिछले 4-5 दिनों से उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई और उन्हें एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया. अस्पताल के डॉक्टरों मे 15 अक्टूबर रात 11 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया.’
अपनी नायाब कला के द्वारा दशकों से लोगों का मनोरंजन कर रहे प्रख्यात जादूगर श्री ओ.पी. शर्मा जी का निधन अत्यंत दुःखद है।
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व उनके शोकाकुल परिजनों एवं असंख्य प्रशंसकों को यह दुःख सहने की शक्ति दें।
ॐ शांति!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 16, 2022
ओपी शर्मा का आवास कानपुर के बर्रा क्षेत्र में था और इसका नाम ‘भूत बंगला’ रखा गया था, जिसके मुख्य द्वार पर असामान्य दिखने वालीं मूर्तियां बनी थीं.
प्रसिद्ध जादूगर होने के साथ-साथ ओपी शर्मा समाजवादी पार्टी (सपा) से जुड़े राजनेता भी थे. उन्होंने गोविंदनगर विधानसभा क्षेत्र से सपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ा.
मुकेश गुप्ता ने कहा, ‘बचपन से ही उन्हें जादू में बहुत दिलचस्पी थी और पूरे भारत में व विदेशों में भी कई शो किए. ओपी शर्मा जैसा दूसरा कोई नहीं होगा.’
दैनिक जागरण के मुताबिक, ओपी शर्मा के बेटे पंकज शर्मा ने बताया कि उनके पिता ने देश-विदेश में 34 हजार से अधिक शो किए थे. उनका पहला व्यवसायिक शो मुंबई में हुआ था. उन्हें वर्ष 2001 में इंडियन मैजिक मीडिया सर्कल ने शहंशाह-ए-जादू की उपाधि दी थी.
उन्होंने वर्ष 2018 के बाद से कोई शो नहीं किया. उसके बाद से उनके एक और बेटे सत्यप्रकाश जूनियर ओपी शर्मा के रूप में शो कर रहे हैं. जब ओपी शर्मा ने प्राण त्यागे, तब उनका मेरठ में शो चल रहा था.