कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को 7,897 मत प्राप्त हुए, जबकि शशि थरूर को महज 1,072 मतों से संतोष करना पड़ा. इस बीच, नतीजे आने से पहले थरूर की टीम ने चुनाव में अनियमितता का आरोप लगाते हुए उत्तर प्रदेश में डाले गए मतों को अवैध घोषित करने की मांग की थी.
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे बुधवार को पार्टी के नए अध्यक्ष निर्वाचित हो गए. उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर को 6,825 मतों के अंतर से पराजित किया.
कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने मल्लिकार्जुन खड़गे को निर्वाचित घोषित किया.
उन्होंने बताया कि खड़गे को 7,897 वोट मिले तथा थरूर को 1,072 वोट हासिल हुए.
मिस्त्री ने बताया कि चुनाव में 9,385 वोट पड़े थे और इनमें से 416 वोट अवैध करार दिए गए.
थरूर ने चुनाव नतीजों की आधिकारिक घोषणा से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली और खड़गे को बधाई दी.
थरूर ने एक बयान में कहा, ‘अंतिम फैसला खड़गे के पक्ष में रहा, कांग्रेस चुनाव में उनकी जीत के लिए मैं उन्हें हार्दिक बधाई देना चाहता हूं.’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस का अध्यक्ष बनना बड़े सम्मान, बड़ी जिम्मेदारी की बात है, मैं मल्लिकार्जुन खड़गे को इस चुनाव में उनकी सफलता के लिए बधाई देता हूं.’
उनका यह भी कहना था कि सर्वाधिक संकटपूर्ण स्थितियों में पार्टी का संबल बने रहने और नेतृत्व प्रदान करने के लिए सभी, निवर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के ऋणी हैं.
थरूर ने कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष पद का स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में अपना योगदान देने के लिए मैं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी का धन्यवाद करता हूं.’
It is a great honour & a huge responsibility to be President of @INCIndia &I wish @Kharge ji all success in that task. It was a privilege to have received the support of over a thousand colleagues,& to carry the hopes& aspirations of so many well-wishers of Congress across India. pic.twitter.com/NistXfQGN1
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) October 19, 2022
साथ ही थरूर ने उन 1,000 से अधिक कांग्रेसी साथियों को आभार व्यक्त किया जिन्होंने उन्हें वोट किया.
थरूर के प्रस्तावक रहे सांसद कार्ति चिदंबरम ने खड़गे को बधाई दी और कहा कि शशि थरूर को 1072 वैध मत मिले हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं समेत करीब 9385 डेलीगेट (निर्वाचक मंडल के सदस्यों) ने पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए सोमवार को मतदान किया था.
पार्टी मुख्यालय में मतगणना बुधवार सुबह निर्धारित समय 10 बजे के कुछ देर बाद 10.20 बजे आरंभ हुई थी. इस मौके पर अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर के प्रस्तावक सांसद कार्ति चिदंबरम और कुछ अन्य चुनावी एजेंट मौजूद थे. खड़गे की तरफ से सांसद सैयद नासिर हुसैन और कुछ अन्य नेता मौजूद थे.
द हिंदू के मुताबिक, कांग्रेसी सूत्रों का कहना है कि निर्वाचित अध्यक्ष दीवाली बाद कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में पद संभालेंगे.
प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने खड़गे को बधाई दी
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष खड़गे को बधाई दी और उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में पार्टी और उसकी विचाराधारा को मजबूती मिलेगी.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बनने पर खड़गे जी को हार्दिक शुभकामनाएं. मुझे पूरा विश्वास है कि राजनीतिक जीवन का आपका जमीनी अनुभव भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की विचारधारा को मजबूती देगा. आपके नेतृत्व में संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए कांग्रेस संघर्ष जारी रखेगी.’
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बनने पर श्री @kharge जी को हार्दिक शुभकामनाएं। मुझे पूरा विश्वास है कि राजनीतिक जीवन का आपका जमीनी अनुभव भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की विचारधारा को मजबूती देगा।
आपके नेतृत्व में संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए कांग्रेस संघर्ष जारी रखेगी।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 19, 2022
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि खड़गे की जीत उन ताकतों की विजय है जो निजी गौरव से ऊपर वैचारिक प्रतिबद्धता को रखते हैं.
श्री मल्लिकार्जुन खड़गे @kharge ने चुनावी राजनीति में 50 साल पूरे किए हैं। उन्होंने एक जनप्रतिनिधि के रूप में और राज्य तथा केंद्र में मंत्री के रूप में विशिष्टता हासिल की है। वह नेहरू,अंबेडकर,इंदिरा गांधी और देवराज उर्स से प्रेरित सामाजिक सशक्तिकरण के प्रतीक हैं। 1/3
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) October 19, 2022
मेरी भूमिका नए कांग्रेस अध्यक्ष तय करेंगे: राहुल गांधी
नवनिर्वाचित कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर निकले राहुल गांधी ने कहा कि मेरी भूमिका कांग्रेस के नए अध्यक्ष तय करेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अध्यक्ष सर्वोच्च प्राधिकारी हैं और वही (पार्टी के) आगे के रुख के बारे में फैसला करेंगे.
मीडियाकर्मियों से संक्षिप्त बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि नए अध्यक्ष यह तय करेंगे कि ‘मेरी भूमिका क्या है और मुझे क्या जिम्मेदारी दी जाएगी.’ राहुल से जब पूछा गया कि कि क्या वह नए अध्यक्ष को रिपोर्ट करेंगे, उन्होंने कहा, ‘जाहिर है.’
उन्होंने टिप्पणी की, ‘अध्यक्ष कांग्रेस में सर्वोच्च अधिकारी हैं और हर कोई उन्हें रिपोर्ट करता है. मेरी भूमिका… मैं बहुत स्पष्ट हूं… कांग्रेस अध्यक्ष तय करेंगे कि मेरी भूमिका क्या है और मुझे क्या जिम्मेदारी दी जाएगी.’
अध्यक्ष पद के चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले पत्रकारों से बात कर रहे राहुल ने एक बार कहा, ‘यह खड़गे को तय करना है.’ लेकिन बाद में अपने शब्दों को सुधारते हुए उन्होंने कहा, ‘जो कोई भी चुना जाएगा, वह सज्जन फैसला करेंगे.’
राहुल ने कहा, ‘खड़गे और थरूर व्यापक अनुभव व समझ वाले लोग हैं. उन्हें मेरी सलाह की जरूरत नहीं.’
शशि थरूर द्वारा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में अनियमितता के आरोप लगाए जाने के सवाल पर राहुल ने कहा कि इससे निपटने के लिए पार्टी के पास एक संस्थागत ढांचा है.
उन्होंने कहा, ‘हम एकमात्र ऐसी पार्टी हैं जिसके अंदर एक निर्वाचन आयोग है, जिसमें टीएन शेषन (भूतपूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त) जैसे व्यक्ति हैं. मिस्त्री बिल्कुल निष्पक्ष व्यक्ति हैं. अनियमितताओं पर फैसला हमारा निर्वाचन आयोग लेगा.’
थरूर की टीम ने उत्तर प्रदेश में डाले गए सभी मतों को अवैध घोषित करने की मांग की
गौरतलब है कि शशि थरूर की टीम ने पार्टी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश में चुनाव के दौरान अत्यंत गंभीर अनियमितताओं का मुद्दा उठाया था और मांग की कि राज्य में डाले गए सभी मतों को अमान्य किया जाए. सूत्रों द्वारा बुधवार को यह जानकारी दी गई.
थरूर की प्रचार टीम ने पंजाब और तेलंगाना में भी चुनाव के संचालन में गंभीर समस्या के मुद्दे उठाए थे.
सूत्रों ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री को लिखे पत्र में थरूर के मुख्य चुनाव एजेंट सलमान सोज ने कहा कि तथ्य ‘हानिकारक’ हैं और उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया में विश्वसनीयता और प्रमाणिकता की कमी है.
सोज ने मिस्त्री को बताया कि उत्तर प्रदेश में जो कुछ देखा गया है वह आपके कार्यालय के अधिकार को खुली चुनौती के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के आदेशों की अवमानना है.
सूत्रों के मुताबिक, सोज ने अपने पत्र में लिखा, ‘हम यह रेखांकित करना चाहेंगे कि हमारे पास इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मल्लिकार्जुन खड़गे जी को पता था कि कैसे उनके समर्थक उत्तर प्रदेश में चुनावी कदाचार में लिप्त थे. हमें यकीन है कि अगर उन्हें जानकारी होती तो उत्तर प्रदेश में जो कुछ हुआ, उसे वह कभी नहीं होने देते.’
सोज को उद्धृत करते हुए पत्र में कहा गया, ‘वह (खड़गे) ऐसे चुनाव को कलंकित नहीं होने देंगे जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.’
उत्तर प्रदेश में थरूर की टीम द्वारा जिन अनियमितताओं का उल्लेख किया गया उनमें मतपेटियों के लिए अनाधिकृत मुहरों का उपयोग, मतदान केंद्रों में अनाधिकृत व्यक्तियों की उपस्थिति, मतदान कदाचार, मतदान सारांश पत्र नहीं होने, उत्तर प्रदेश के प्रभारी एआईसीसी सचिवों की उपस्थिति आदि शामिल हैं.
सूत्रों के मुताबिक, 18 अक्टूबर की तारीख वाले पत्र में कहा गया, ‘अगर उत्तर प्रदेश की दागदार प्रक्रिया को कायम रहने दिया जाता है तो हम यह नहीं समझ पा रहे कि इस चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष कैसे माना जा सकता है. इसलिए हम मांग करते हैं कि उत्तर प्रदेश के सभी वोटों को अवैध माना जाए.’
थरूर की टीम ने कहा कि उसे इस चुनाव में मतदाता धोखाधड़ी का संदेह है और आरोप लगाया कि ऐसे निर्वाचक थे जो मतदान के दिन लखनऊ क्षेत्र में मौजूद नहीं थे और उनका मत डाला गया था. पत्र में कहा गया है कि कुछ लोगों की ओर से वोट नहीं डालने की शिकायत थी क्योंकि अन्य ने पहले ही उनका वोट डाल दिया था.
सूत्रों के मुताबिक,सोज ने कहा, ‘जब हमारे एजेंटों ने मतदाता कदाचार की शिकायत की, तो दूसरे पक्ष के समर्थक मतदान केंद्र के अंदर आ गए और हंगामा किया और हमारे मतदान एजेंटों को धमकाना शुरू कर दिया.’
यह उल्लेख करते हुए कि थरूर ने हमेशा की तरह यथास्थिति में ‘बदलाव’ के नारे के साथ चुनाव लड़ा था और उनकी टीम चुनाव की प्रमाणिकता को कायम रखने के लिए लड़ने को तैयार है.
सूत्रों के मुताबिक, सोज ने कहा, ‘जीत या हार बहुत कम मायने रखती है क्योंकि दोनों प्रतियोगी एक ही परिवार का हिस्सा हैं. हालांकि, हमारे अभियान, हमारे स्वयंसेवकों और हमारे समर्थकों के लिए यह बहुत मायने रखता है कि हम यह सुनिश्चित करें कि इस चुनाव के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मजबूत हो.’
उन्होंने कहा, ‘ऐसा तभी हो सकता है जब हम इस चुनाव की सत्यनिष्ठा को प्रमाणित करने में सक्षम हों.’
मिस्त्री को लिखे एक अन्य पत्र में, थरूर की टीम ने पंजाब और तेलंगाना में चुनाव के संचालन में भी गंभीर समस्या के मुद्दों को उठाया था.
उस पत्र में, थरूर की टीम ने आरोप लगाया कि पंजाब में डेलीगेट कार्ड बांटने के लिए अनैतिक प्रक्रिया का पालन किया गया और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग मतदान केंद्र के अंदर नियमित रूप से मतदान की पूरी अवधि के लिए मौजूद थे और ‘फर्जी मतदान की अनुमति’ दे रहे थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)