मैं एबीवीपी से नहीं डरती: कारगिल शहीद की बेटी

रामजस कॉलेज में एक ​सेमिनार को लेकर हुए विवाद के बाद से सोशल मीडिया पर एक कैंपेन शुरू हुआ है. इस कैंपेन को नाम दिया गया है, ‘आई ऐम नॉट अफरेड आॅफ एबीवीपी.’

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दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में एक सेमिनार को लेकर हुए विवाद के बाद से सोशल मीडिया पर एक कैंपेन शुरू हुआ है. इस कैंपेन को नाम दिया गया है, ‘आई ऐम नॉट अफरेड आॅफ एबीवीपी.’

Gurmehar Kaur 1
फेसबुक पर गुरमेहर कौर की प्रोफाइल पिक्चर

कारगिल में शहीद हुए कैप्टन मनदीप सिंह की बेटी गुरमेहर कौर ने, ये कैंपेन चलाया है. उन्होंने फेसबुक पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदलकर रामजस कॉलेज में हुए विवाद के खिलाफ विरोध दर्ज कराया है.

22 फरवरी को अपलोड की गई उनकी प्रोफाइल पिक्चर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है. उनकी इस तस्वीर को तकरीबन दो हज़ार लोगों ने पसंद किया है और दो हज़ार से ज़्यादा लोगों ने शेयर किया है. इस तस्वीर को उन्होंने स्टूडेंट अगेंस्ट एबीवीपी हैशटैग से चलाया है.

इस तस्वीर में वह एक प्लेकार्ड लिए हुए खड़ी हैं, जिस पर लिखा है, आई एम अ स्टूडेंट फ्रॉम दिल्ली यूनिवर्सिटी. आई एम नॉट ऐफरेड आॅफ एबीवीपी. एव्री स्टूडेंट आॅफ इंडिया इज़ विथ मी. (मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ती हूं. मैं एबीवीपी से नहीं डरती. मैं अकेली नहीं हूं, भारत का हर छात्र मेरे साथ है.)

अपनी इस तस्वीर के साथ गुरमेहर ने अंग्रेजी में एक पोस्ट भी लिखी है. जिसमें उन्होंने लिखा है, ‘निर्दोष छात्रों पर एबीवीपी की ओर से किया गया हमला परेशान करने वाला है, इसे रोका जाना चाहिए. यह हमला विरोध करने वाले छात्र छात्राओं पर नहीं बल्कि लोकतंत्र के हर उस विचार पर हमला था जो हर भारतीय के दिल के करीब है. यह हमला आदर्शों, नैतिकता, आज़ादी और देश के हर व्यक्ति के अधिकारों पर हमला हुआ है.’

रामजस कॉलेज में 22 फरवरी को एक सेमिनार का आयोजन किया गया था जिसमें जेएनयू के शोधार्थी और छात्र नेता उमर ख़ालिद और शहला राशिद को आमंत्रित किया गया था. इसका एबीवीपी ने विरोध किया जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने ये कार्यक्रम रद्द कर दिया. कार्यक्रम रद्द होने के बाद एबीवीपी और आइसा से जुड़े छात्रों में हिंसक झड़प हुई थी.

गुरमेहर दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज में पढ़ाई कर रही हैं. उनकी फेसबुक प्रोफाइल के अनुसार, वे पत्रकार भी हैं. गुरमेहर के पिता कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हो गए थे. उस वक़्त वह केवल दो साल की थीं.

पिछले साल पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम का लगातार उल्लंघन किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति थी. इसे लेकर भी गुरमेहर ने चार मिनट का वीडियो फेसबुक पर अपलोड किया था, जिसमें भारत और पाकिस्तान की सरकारों से शांति बनाए रखने की अपील उन्होंने की थी.