कर्नाटक के रामनगर ज़िले के कंचुगल बंदेमठ का मामला. मठ के लिंगायत संत 44 वर्षीय बसवलिंगा स्वामी का शव अपने कमरे में फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला. उनके कमरे में मिले एक कथित सुसाइड नोट में कहा गया है कि संत को कुछ लोगों द्वारा मानहानि की धमकी देकर परेशान किया जा रहा था.
रामनगर: कर्नाटक के रामनगर जिले के कंचुगल बंदेमठ के प्रधान पुजारी (लिंगायत संत) सोमवार को अपने आश्रम में मृत पाए गए. पुलिस ने आत्महत्या के इस संदिग्ध मामले में जिले के कुदुर थाने में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस के मुताबिक, प्रधान पुजारी का शव मठ में फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.
सोमवार सुबह कंचुगल बंदेमठ के प्रधान पुजारी 44 वर्षीय बसवलिंगा स्वामी ने जब अपने कमरे का दरवाजा नहीं खोला और भक्तों के फोन का जवाब नहीं दिया तो उन्होंने (भक्तों ने) दरवाजा तोड़ दिया अंदर पुजारी मृत पाए गए.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, बंदेमठ द्वारा संचालित एक स्कूल के शिक्षक रमेश एल. ने मौत के संबंध में एक बयान में पुलिस को बताया कि संत द्वारा लिखा गया दो पेज का नोट कमरे में मिला.
नोट में कथित तौर पर कहा गया है कि संत को कुछ लोगों द्वारा मानहानि की धमकी देकर परेशान किया जा रहा था.
बंदेमठ 400 से अधिक वर्षों से अस्तित्व में है और पिछले 25 वर्षों से बसवलिंगा स्वामी मठ के संत थे. रामनगर पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज होने के बाद साधु की मौत की जांच शुरू कर दी है.
पिछले महीने, आत्महत्या के एक मामले में बेलगावी जिले के बैलाहोंगला तालुक के नेगीनाहला गांव में श्री गुरु मदीवालेश्वर मठ के पुजारी बसवसिद्दलिंग स्वामी भी मृत पाए गए थे. सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद उनकी मौत हुई, जिसमें कहा गया था कि सत्ता के लिए वह अपने पद का दुरुपयोग कर रहे थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)