गुजरात: दिवाली पर आतिशबाज़ी को लेकर सांप्रदायिक संघर्ष, 20 से अधिक लोग हिरासत में

गुजरात के वडोदरा शहर का मामला. पुलिस ने कहा कि झड़प के दौरान पथराव किया गया और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पर एक पेट्रोल बम फेंका गया. इलाके में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है और हालात नियंत्रण में हैं.

(फाइल फोटो: पीटीआई)

गुजरात के वडोदरा शहर का मामला. पुलिस ने कहा कि झड़प के दौरान पथराव किया गया और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पर एक पेट्रोल बम फेंका गया. इलाके में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है और हालात नियंत्रण में हैं.

(फाइल फोटो: पीटीआई)

वडोदरा: गुजरात के वडोदरा शहर में दिवाली पर आतिशबाजी को लेकर दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक संघर्ष हो गया, जिसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

घटना सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील पानीगेट इलाके में सोमवार देर रात करीब 12:45 बजे की है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, वडोदरा सिटी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि झड़प के दौरान पथराव किया गया और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पर एक पेट्रोल बम फेंका गया.

वडोदरा के पुलिस उपायुक्त यशपाल जगनिया ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों में एक व्यक्ति शामिल है, जिसने कथित रूप से संघर्ष शुरू होने के करीब एक घंटे बाद तीसरी मंजिल के एक घर से एक पुलिसकर्मी पर बम फेंका था.

अधिकारी के अनुसार, घटना में कोई घायल नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि एक रॉकेट के गिरने से इलाके में खड़ी एक मोटरसाइकिल में आग लग गई थी.

उन्होंने कहा, ‘पटाखे चलाने और एक दूसरे पर रॉकेट बम फेंकने को लेकर पैदा विवाद के बाद दोनों पक्षों के लोगों ने एक दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया.’

अधिकारी ने कहा कि घटना के बाद इलाके में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है और हालात काबू में हैं. उन्होंने कहा कि दोनों समुदायों के संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार दोपहर द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्होंने एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

उन्होंने कहा, ‘हमने चश्मदीदों के बयान दर्ज करना शुरू कर दिया है. उन्होंने हमें बताया है कि स्ट्रीट लाइट लगभग 1 बजे बंद हो गई थीं, उस समय भी कुछ निवासी दिवाली मना रहे थे. इसी दौरान पटाखे फोड़ने को लेकर कुछ असहमति हुई और स्ट्रीट लाइट बंद होने के बाद मुस्लिम मेडिकल सेंटर के पास पथराव शुरू हो गया.’

उन्होंने कहा, ‘यहां तक ​​कि जैसे ही पुलिस टीम झड़प को रोकने के लिए वहां पहुंची, यह अन्य हिस्सों में फैल गई. हमने सोमवार देर रात 19 लोगों को हिरासत में लिया और कुछ अन्य लोगों को भी मंगलवार सुबह उठाया गया है.’

बहरहाल पुलिस झड़प के कारणों का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. जिस पुलिस अधिकारी पर पेट्रोल बम फेंका गया उनकी पहचान डिप्टी पुलिस कमिश्नर (जोन 3) यशपाल जगनिया के रूप में हुई है.

जगनिया ने कहा, ‘हमने पेट्रोल बम फेंके जाने की घटना के संबंध में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है. अन्य आरोपियों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)