आरोप है कि उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर ज़िले के तिलहर विधानसभा क्षेत्र की भाजपा विधायक सलोना कुशवाहा ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर परिवार रजिस्टर में सपा के पूर्व विधायक रोशनलाल वर्मा के मृत बेटे विनोद वर्मा की पत्नी के रूप में सरिता यादव का नाम शामिल करा दिया था. सरिता विनोद की पत्नी होने का दावा करती हैं.
शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में अदालत के आदेश पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विधायक समेत ब्लॉक कार्यालय के कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
इन सभी पर परिवार रजिस्टर में छेड़छाड़ करने का आरोप है.
अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) संजय कुमार ने शुक्रवार को बताया कि थाना निगोही अंतर्गत समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक रोशनलाल वर्मा की पुत्रवधू रुचि वर्मा की शिकायत पर अदालत के आदेश पर तिलहर विधानसभा क्षेत्र की भाजपा विधायक सलोना कुशवाहा, सरिता यादव तथा ब्लॉक कार्यालय में कार्यरत लिपिक दानिश व अन्य कर्मचारियों के खिलाफ बृहस्पतिवार (27 अक्टूबर) देर रात एफआईआर दर्ज की गई है.
रुचि वर्मा की शिकायत पर एमपी/एमएलए अदालत की अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आसमा सुल्ताना ने सलोना कुशवाहा तथा अन्य पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था.
पुलिस ने आरोपी विधायक, ब्लॉक कर्मचारियों समेत अन्य लोगों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 218 (लोक सेवक द्वारा अशुद्ध अभिलेख की संरचना) व 120बी (साजिश) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
कुमार ने एफआईआर के हवाले से बताया कि अदालत में की गई शिकायत में रुचि वर्मा ने कहा है कि उनके ससुर रोशन लाल वर्मा ने समाजवादी पार्टी की टिकट पर तिलहर विधानसभा से चुनाव लड़ा था और भाजपा की सलोना कुशवाहा से चुनाव हार गए थे.
आरोप है कि इसके बाद से सलोना कुशवाहा लगातार उनके परिवार का आर्थिक तथा सामाजिक रूप से उत्पीड़न कर प्रताड़ित कर रही हैं.
शिकायत में पूर्व विधायक की पुत्रवधू ने आरोप लगाया कि निगोही ब्लॉक कार्यालय में मौजूद परिवार रजिस्टर का निरीक्षण करने के बाद भाजपा विधायक सलोना कुशवाहा ने लिपिक दानिश से परिवार रजिस्टर ले लिया और उसे लेकर चली गईं.
शिकायत के मुताबिक, बाद में जब रजिस्टर वापस किया तो उसमें रोशन लाल वर्मा के परिवार में उनकी पुत्रवधू के रूप में सरिता यादव का नाम जोड़ा हुआ था.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, रुचि ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि भाजपा विधायक ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया और रोशनलाल वर्मा के मृत बेटे विनोद वर्मा की पत्नी के रूप में सरिता यादव का नाम शामिल किया.
रुचि के पति विनोद का 2018 में निधन हो गया था. पूर्व विधायक के परिवार ने सरिता को अपने मृत बेटे की दूसरी पत्नी के रूप में स्वीकार करने से इनकार कर दिया है. विनोद का कथित तौर पर सरिता के साथ विवाहेतर संबंध था.
गौरतलब है कि सरिता यादव का दावा है कि वह पूर्व विधायक रोशनलाल वर्मा के बेटे दिवंगत विनोद वर्मा की दूसरी पत्नी हैं, जबकि रोशन लाल वर्मा का कहना है कि सरिता उनके बेटे की पत्नी नहीं हैं.
विनोद वर्मा की मौत के बाद से ही जायदाद को लेकर पारिवारिक विवाद जारी है.
वहीं, विधायक सलोना कुशवाहा ने बताया कि परिवार रजिस्टर के संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है और राजनीतिक द्वेष भावना के चलते उन पर ये आरोप लगाए जा रहे हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)