तेलंगाना उपचुनाव: निर्वाचन आयोग ने भाजपा प्रत्याशी से 5 करोड़ के हस्तांतरण पर जवाब मांगा

तेलंगाना में मुनुगोड़े विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव होना है. इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के. राजगोपाल रेड्डी के परिवार के स्वामित्व वाली एक कंपनी के खाते से निर्वाचन क्षेत्र के 23 बैंक खातों में 5 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की गई है.

A campaign rally in support of BJP's Munugode candidate K. Rajagopal Reddy. Photo: Twitter/@ReddySudhakar21

तेलंगाना में मुनुगोड़े विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव होना है. इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के. राजगोपाल रेड्डी के परिवार के स्वामित्व वाली एक कंपनी के खाते से निर्वाचन क्षेत्र के 23 बैंक खातों में 5 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की गई है.

भाजपा उम्मीदवार के. राजागोपाल रेड्डी के समर्थन में निकली एक चुनाव प्रचार रैली. (फोटो: Twitter/@ReddySudhakar21)

नई दिल्ली: तेलंगाना में मुनुगोड़े विधानसभा उपचुनाव से पहले निर्वाचन आयोग ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार के. राजगोपाल रेड्डी से कहा कि वह अपने परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी के खाते से निर्वाचन क्षेत्र में 23 लोगों और संस्थाओं को पांच करोड़ रुपये से अधिक के हस्तांतरण के बारे में स्पष्टीकरण दें.

रेड्डी को लिखे एक पत्र में निर्वाचन आयोग ने उनसे यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है कि विचाराधीन 5.24 करोड़ रुपये का उपयोग मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए न किया जाए.

रेड्डी को 31 अक्टूबर को शाम चार बजे तक रकम के लेन-देन के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था. रेड्डी से स्पष्टीकरण मांगने का निर्णय मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक में लिया गया.

तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने लेन-देन को लेकर निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाया था. इसने आरोप लगाया था कि राशि मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए हैं.

निर्वाचन आयोग के पत्र में कहा गया है, ‘अगर यह राशि आपके द्वारा या जैसा कि आरोप है आपके निर्देश पर परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी द्वारा हस्तांतरित की गई है तो यह सुनिश्चित करना आपका कर्तव्य है कि विभिन्न 23 बैंक खातों में हस्तांतरित इस धन का इस्तेमाल मतदाताओं को प्रलोभित करने के लिए न किया जाए, जो कि एक भ्रष्ट आचरण है.’

निर्वाचन आयोग ने भाजपा उम्मीदवार को चुनाव प्रचार के दौरान भ्रष्ट आचरण से संबंधित आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों की भी याद दिलाई.

मुनुगोड़े सीट पर उपचुनाव 3 नवंबर को होना है, उससे पहले पिछले कुछ दिनों में पैसों के हस्तांतरण के मामले सामने आ रहे हैं.

गौरतलब है कि 27 अक्टूबर को द हिंदू ने एक रिपोर्ट में बताया था कि कांग्रेस विधायक गोन प्रकाश राव ने चुनाव आयोग से उपचुनाव रद्द करने का आग्रह किया है, जिसको लेकर उन्होंने पार्टियों द्वारा चुनाव में बेशुमार पैसा झोंके जाने का हवाला दिया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)