गुजरात: पूर्व टीवी पत्रकार इसुदान गढ़वी को आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया

गुजरात में द्वारका ज़िले के एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले पूर्व टीवी पत्रकार इसुदान गढ़वी ओबीसी समुदाय से आते हैं, जो राज्य की आबादी का 48 फीसदी हिस्सा हैं. गढ़वी को आम आदमी पार्टी द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में 73 प्रतिशत वोट मिले हैं. वर्तमान में वह पार्टी के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव हैं.

/
इसुदान गढ़वी. (फोटो साभार: ट्विटर/@AAPGujarat)

गुजरात में द्वारका ज़िले के एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले पूर्व टीवी पत्रकार इसुदान गढ़वी ओबीसी समुदाय से आते हैं, जो राज्य की आबादी का 48 फीसदी हिस्सा हैं. गढ़वी को आम आदमी पार्टी द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में 73 प्रतिशत वोट मिले हैं. वर्तमान में वह पार्टी के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव हैं.

इसुदान गढ़वी. (फोटो साभार: ट्विटर/@AAPGujarat)

अहमदाबाद: आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को पूर्व टीवी प्रस्तोता और पत्रकार इसुदान गढ़वी को गुजरात में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है.

यह घोषणा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की. उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में 16 लाख से अधिक लोगों ने मतदान किया और 40 वर्षीय गढ़वी को 73 प्रतिशत वोट मिले हैं.

गढ़वी के सामने पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख गोपाल इटालिया थे, जिन्होंने पाटीदार समुदाय के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

केजरीवाल की घोषणा के समय गढ़वी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी कार्यक्रम में मौजूद थे.

उन्होंने कहा, ‘यह लोग थे, केजरीवाल नहीं, जिन्होंने मान को पंजाब का मुख्यमंत्री चुना. पंजाब चुनाव के दौरान हमने लोगों से पूछा था कि अगला मुख्यमंत्री कौन होना चाहिए. लोगों ने भारी बहुमत से भगवंत मान का नाम लिया और जनता की इच्छा के अनुसार, हमने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया.’

इस दौरान गढ़वी ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ने और राजनीति में उतरने का फैसला किया, क्योंकि वह केजरीवाल से प्रेरित थे, जिन्होंने राजनीति में प्रवेश करने के लिए अपनी सरकारी नौकरी भी छोड़ दी थी.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार उन्होंने कहा, ‘अच्छे लोग एक शौक के रूप में नहीं, मजबूरी से राजनीति में शामिल होते हैं. हमें इसे साफ करने के लिए व्यवस्था में प्रवेश करना होगा. मैं राजनीति में प्रवेश कर रहा हूं, क्योंकि मैंने गुजरात के लोगों की पीड़ा देखी है. यहां तक कि एक पत्रकार के रूप में अपने करिअर के दौरान, मैंने हमेशा किसानों, बेरोजगार युवाओं, महिलाओं, मजदूरों और दुकानदारों के मुद्दों को उठाया है.’

उनके नाम की घोषणा होने के साथ कार्यक्रम में मौजूद गढ़वी के परिवार के सदस्य अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए रोने लगे थे. उनकी मां मणिबेन ने कहा, ‘लोगों की मदद करना इसुदान के स्वभाव में है. मुझे विश्वास है कि गुजरात के लोग उनका समर्थन करेंगे.’

गढ़वी की पत्नी हीराल गढ़वी ने इतनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के साथ उन पर भरोसा करने के लिए गुजरात और आप के लोगों को धन्यवाद दिया.

गढ़वी द्वारका जिले के पिपलिया गांव के एक किसान परिवार से हैं और ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जो राज्य की आबादी का 48 फीसदी हिस्सा हैं.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व टीवी पत्रकार गढ़वी ने दूरदर्शन के एक लोकप्रिय शो ‘योजना’ में काम किया है. वर्तमान में वह आप के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव हैं.

उन्होंने 2007 से 2011 तक ईटीवी गुजराती के लिए पोरबंदर में एक फील्ड पत्रकार के रूप में काम किया है. उन्हें अपने शो में गुजरात के डांग और कपराडा तालुका में अवैध वनों की कटाई के 150 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश करने के लिए जाना जाता है.

बाद में वे वीटीवी गुजराती से जुड़ गए, जहां उन्होंने ‘महामंथन’ नामक लोकप्रिय प्राइम टाइम शो की मेजबानी की. गढ़वी जून 2021 में आप में शामिल हुए थे.

केजरीवाल ने कहा कि पार्टी ने लोगों से फोन नंबर पर फोन करने और रिकॉर्ड किए गए संदेश को सुनने के लिए कहा, जिसमें उन्हें अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार चुनने के लिए कहा गया था.

मालूम हो कि बीते 29 अक्टूबर को केजरीवाल ने जनता से अपील की थी कि वह पार्टी से एसएमएस, वॉट्सऐप, वायस मेल और ई-मेल के जरिये संपर्क करके बताएं कि राज्य में पार्टी का मुख्यमंत्री उम्मीदवार किसे होना चाहिए.

उन्होंने तीन नवंबर तक लोगों से अपनी राय देने के लिए कहा था, जिसके आधार पर चार नवंबर को पार्टी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार का ऐलान होना था.

मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की दौड़ में शामिल आप नेताओं में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया, राष्ट्रीय महासचिव इसुदान गढ़वी और महासचिव मनोज सोराठिया शामिल थे.

आप ने बीते बृहस्पतिवार को गुजरात चुनावों के लिए 10 उम्मीदवारों की अपनी नौवीं सूची की घोषणा की थी, जिससे अब तक उसके घोषित उम्मीदवारों की संख्या 118 हो गई है.

182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा के चुनाव दो चरण में एक और पांच दिसंबर को होंगे और मतगणना आठ दिसंबर को होगी. पहले चरण में 89 सीटों पर और दूसरे चरण में 93 सीटों पर मतदान होगा.

भाजपा ने गुजरात में पिछले छह विधानसभा चुनावों में लगातार जीत दर्ज की है. वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 99 सीट जीती थीं, जबकि कांग्रेस को 77 सीट मिली थीं.

प्रतिशत के लिहाज से देखा जाए तो उस चुनाव में भाजपा को 49.05 प्रतिशत मत मिले थे, जबकि कांग्रेस को 42.97 प्रतिशत मत मिले थे.

पिछले विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के कई विधायक भाजपा में शामिल हो गए. इस वजह से विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या बढ़कर 111 हो गई, जबकि कांग्रेस के सदस्यों की संख्या घटकर 62 पर पहुंच गई.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)