कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 50 फीसदी टिकट युवाओं को देंगे: कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उदयपुर में पार्टी द्वारा की गई घोषणा का हवाला देते हुए अपने सहयोगियों से कहा है कि उनका इरादा अगले साल होने वाले कर्नाटक के विधानसभा चुनावों में 50 फीसदी टिकट युवाओं के लिए आरक्षित रखने का है.

कांग्रेस के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे. (फोटो: रॉयटर्स)

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उदयपुर में पार्टी द्वारा की गई घोषणा का हवाला देते हुए अपने सहयोगियों से कहा है कि उनका इरादा अगले साल होने वाले कर्नाटक के विधानसभा चुनावों में 50 फीसदी टिकट युवाओं के लिए आरक्षित रखने का है.

कांग्रेस के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे. (फोटो: रॉयटर्स)

बेंगलुरू: कांग्रेस के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कथित तौर पर अपने सहयोगियों से कहा है कि उनका इरादा अगले साल के कर्नाटक विधानसभा चुनावों में 50 फीसदी टिकट युवाओं के लिए आरक्षित रखने का है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, खड़गे ने इसी साल मई में पार्टी द्वारा उदयपुर में की गई घोषणा का हवाला दिया. कहा जा रहा है कि उन्होंने रविवार को पार्टी की कर्नाटक इकाई द्वारा उन्हें सम्मानित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की.

कर्नाटक पार्टी कांग्रेस समिति (केपीसीसी) के कार्यकारी अध्यक्ष सलीम अहमद ने कहा, ‘कर्नाटक कांग्रेस विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए युवाओं और महिलाओं की पहचान करने हेतु ईमानदारी से प्रयास करेगी. एक शॉर्टलिस्ट बनाई जाएगी और प्रदेश चुनाव समिति हर क्षेत्र में नामों को अंतिम रूप देगी. पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा इसकी जांच की जाएगी.’

पदाधिकारियों का कहना है कि पार्टी ने 2023 का चुनाव लड़ने के इच्छुक आवेदकों की जीतने की संभावना का आकलन करने के लिए तीन सर्वेक्षण किए हैं.पार्टी 224 विधानसभा सीटों में से प्रत्येक के लिए एक से तीन उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करेगी.

एक पदाधिकारी ने कहा, ‘तीनों में से, हमारा इरादा 50 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति और यदि संभव हो तो एक महिला को शॉर्टलिस्ट करने का है.’

लेकिन इस बात पर गहरा संशय है कि स्वयं 80 वर्ष के खड़गे इस घोषणा को जमीन पर लागू कर पाएंगे. एक पदाधिकारी ने बताया, ’68 मौजूदा विधायकों को टिकट से मना नहीं किया जा सकता है और 60 ऐसे वरिष्ठ नेता हैं जो या तो हार गए थे या मौके का इंतजार कर रहे हैं. इसलिए, युवाओं के लिए जगह कहां है?’

पांच बार के विधायक और एक बार के सांसद 66 वर्षीय बसवराज रायरेड्डी 2018 का विधानसभा चुनाव हार गए थे. जब उनसे पूछा गया कि क्या इस घोषणा को अगले चुनाव में लागू किया जा सकता है तो उन्होंने स्वीकारा कि इस विचार को अमल में लाना मुश्किल हो सकता है.

उन्होंने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि पार्टी को युवा जोश की जरूरत है लेकिन बड़ी चुनौती जिताऊ उम्मीदवारों को ढूढ़ना है. अंतत: जीत ही एकमात्र मानदंड है.’

खड़गे के करीबी विधायकों का कहना है कि कांग्रेस, भाजपा और जद (एस) के गढ़ माने जाने वाले क्षेत्रों में युवाओं के साथ प्रयोग कर सकती है.

एक विधायक ने कहा, ‘शिकारीपुरा जैसे कई क्षेत्र हैं, जहां येदियुरप्पा का बोलबाला है और हंगल इलाका जो मुख्यमंत्री बोम्मई का गृह क्षेत्र है. हम वहां युवाओं को चुनौती पेश करने के लिए आगे कर सकते हैं.’