झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी ने कथित अवैध खनन मामले के संबंध में बृस्पतिवार को साढ़े नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की. सोरेन ने एजेंसी से ‘किसी छिपे हुए एजेंडे या मक़सद’ के बिना निष्पक्ष जांच करने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा के इशारे पर उन्हें फंसाने के लिए झूठे आरोप लगाए हैं.
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बृहस्पतिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से अवैध खनन पर तथ्यों और आंकड़ों का पता लगाए बिना सनसनीखेज बयान देने से बचने का आग्रह किया है.
प्रदेश के साहेबगंज में एक खनन पट्टा मामले में पूछताछ के लिए जांच एजेंसी के अधिकारियों के सामने पेश हुए सोरेन ने ईडी को लिखे पत्र में यह भी कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के पूर्व सदस्य रवि केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर मामले में ‘उन्हें फंसाने’ के लिए झूठे आरोप लगाए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पार्टी से निकाले गए केजरीवाल मेरे कट्टर दुश्मन बन गए हैं और मुझे इससे आश्चर्य नहीं है कि उन्होंने व्यक्तिगत फायदे के लिए मेरे खिलाफ झूठे आरोप लगाए हैं.’
ईडी ने साहेबगंज में कथित अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए सोरेन को राजधानी रांची स्थित अपने क्षेत्रीय कार्यालय में तलब किया है.
एजेंसी ने कहा कि उसने इस मामले में अब तक अपराध से हुई 1,000 करोड़ रुपये की कमाई का पता लगाया है.
सोरेन ने कहा, ‘1,000 करोड़ की रॉयल्टी से बचने के लिए, साहेबगंज में 8 करोड़ मीट्रिक टन से अधिक पत्थर का अवैध खनन करने की आवश्यकता होगी, जो कानूनी रूप से खनन की जाने वाली मात्रा से चार गुना अधिक है.’
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में कहा है कि पूरे झारखंड में पत्थर के खनन से पिछले दो साल में कुल रॉयल्टी आय करीब 750 करोड़ रुपये है और इसके उलट आप दावा कर रहे हैं कि अकेले साहेबगंज में 1000 करोड़ रुपये का अवैध खनन हुआ है.
सोरेन ने एजेंसी से ‘किसी छिपे हुए एजेंडे या मकसद’ के बिना निष्पक्ष जांच करने का अनुरोध किया है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय जाने से कुछ मिनट पहले उन्होंने बृहस्पतिवार को रांची में अपने घर के बाहर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, मैं मुख्यमंत्री के रूप में एक संवैधानिक पद पर हूं, लेकिन जिस तरह से जांच चल रही है, जिस तरह से मुझे तलब किया जा रहा है, ऐसा लगता है जैसे उन्हें लगता है कि मैं उस तरह का व्यक्ति हूं, जो देश से भाग जाएगा. मुझे बड़े उद्योगपतियों के अलावा किसी और का देश छोड़कर भाग जाने की याद नहीं आती. कोई राजनेता इस तरह नहीं भागा है.
ईडी ने इस मामले में सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा और दो अन्य- स्थानीय बाहुबली बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश- को गिरफ्तार किया था. एजेंसी का कहना है कि उसने राज्य में अवैध खनन से जुड़ी अब तक 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की अपराध की आय की ‘पहचान’ की है.
ईडी ने अवैध खनन और जबरन वसूली की कथित घटनाओं से जुड़े मामले में आठ जुलाई 2022 को मिश्रा और उनके कथित सहयोगियों से जुड़े परिसरों पर छापा मारा था, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई.
ईडी ने साहिबगंज जिले के अवैध खनन मामले में बरहरवा पुलिस स्टेशन में शंभू नंदन कुमार द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर अपनी जांच शुरू की है.
ईडी ने सोरेन से नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी ने कथित अवैध खनन मामले के संबंध में बृस्पतिवार को 9.5 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की.
सोरेन दोपहर के करीब केंद्रीय जांच एजेंसी के रांची कार्यालय में पहुंचे थे और रात करीब 9:40 बजे पर वहां से निकले. उनकी पत्नी कल्पना सोरेन रात करीब नौ बजे एजेंसी कार्यालय के बाहर पहुंचीं. बाद में मुख्यमंत्री जब बाहर आए तो अपनी पत्नी के साथ सीधे मुख्यमंत्री आवास गए.
इससे पहले सुबह रांची में ईडी के कार्यालय रवाना होने से पहले सोरेन ने कहा था कि खनन पट्टे संबंधी मामले में उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं.
मुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि वह विपक्ष की साजिश का शिकार हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘एजेंसी को मामले की विस्तृत जांच के बाद ही आरोप लगाना चाहिए.’
सोरेन ने कहा, ‘अगर हम खानों और खनिजों से सालाना राजस्व की गणना करें, तो यह 1000 करोड़ रुपये तक नहीं पहुंचेगा. मैं ईडी कार्यालय जा रहा हूं और यह देखना चाहता हूं कि वे उस आंकड़े पर कैसे पहुंचे.’
ईडी कार्यालय के आसपास बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी.
मालूम हो कि ईडी ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को राज्य में कथित अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए 17 नवंबर को रांची में पेश होने के लिए समन जारी किया था.
उससे पहले एजेंसी ने तीन नवंबर को पेश होने के लिए समन जारी किया था, लेकिन वह आधिकारिक व्यस्तताओं का हवाला देते हुए पेश नहीं हुए थे. इसके बाद उन्होंने समन को तीन हफ्ते के लिए टालने का अनुरोध किया था.
पूछताछ के विरोध में झामुमो का प्रदर्शन
ईडी से पूछताछ के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ एकजुटता दिखाने के लिए उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के हजारों कार्यकर्ता रांची में एकत्रित हुए.
झामुमो के समर्थक अपने हाथों में बैनर लिए हुए थे जिस पर लिखा था, ‘ईडी, सीबीआई का दुरुपयोग बंद करो’ और ‘हेमंत सोरेन जिंदाबाद’.
पार्टी कार्यकर्ता रांची के मोराबादी मैदान में इकट्ठा हुए और मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च किया. झामुमो कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी और केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.
प्रदेश के गढ़वा से यहां आए सुकुमार मुंडा ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से हेमंत सोरेन सरकार को विपक्षी दल परेशान कर रहा है और हम यहां अपने मुख्यमंत्री का समर्थन करने आए हैं. पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं ने भी सोरेन के समर्थन में अपना रोष प्रकट किया.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)