सीवी आनंद बोस पश्चिम बंगाल के राज्यपाल नियुक्त

सीवी आनंद बोस केरल कैडर के 1977 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं. 2011 में सेवानिवृत्त होने से पहले उन्होंने दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय में एक प्रशासक के रूप में कार्य किया था. वह केरल में कोल्लम ज़िले के कलेक्टर भी रहे हैं.

सी. वी. आनंद बोस. (फोटो साभार: ट्विटर/@KeralaGovernor)

सीवी आनंद बोस केरल कैडर के 1977 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं. 2011 में सेवानिवृत्त होने से पहले उन्होंने दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय में एक प्रशासक के रूप में कार्य किया था. वह केरल में कोल्लम ज़िले के कलेक्टर भी रहे हैं.

सीवी आनंद बोस. (फोटो साभार: ट्विटर/@KeralaGovernor)

नई दिल्ली: सीवी आनंद बोस को बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया. राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है.

71 वर्षीय बोस केरल कैडर के 1977 बैच के (सेवानिवृत्त) भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं. उन्होंने 2011 में सेवानिवृत्त होने से पहले दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय में एक प्रशासक के रूप में कार्य किया था.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि उनकी नियुक्ति उनके पदभार ग्रहण करने की तारीख से प्रभावी होगी.

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इसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति ने डॉ. सीवी आनंद बोस को पश्चिम बंगाल का नियमित राज्यपाल नियुक्त किया है.

मणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन इस साल जुलाई में जगदीप धनखड़ को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) द्वारा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किए जाने के बाद से पश्चिम बंगाल का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे.

बोस ने अपने कैडर राज्य केरल और केंद्र दोनों में अलग-अलग पदों पर काम किया है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, वह केरल में कोल्लम जिले के कलेक्टर रहे हैं, उनके आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, उन्होंने राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री के सचिव और कृषि मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में भी कार्य किया है.

पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने बुधवार को दावा किया था कि राज्य को जल्द ही एक नया राज्यपाल मिलेगा, जो धनखड़ के नक्शेकदम पर चलेंगे, जिसकी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार के साथ अक्सर टकराव होता रहता था.

भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में चुने जाने से पहले धनखड़ लगभग तीन वर्षों तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे. उन्होंने राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति और अन्य मुद्दों पर कई मौकों पर ममता बनर्जी सरकार के साथ संघर्ष किया था.

ला गणेशन, हालांकि, राज्य सरकार के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध साझा करते हैं.

बनर्जी इस महीने की शुरुआत में ला गणेशन के निमंत्रण पर एक पारिवारिक समारोह में शामिल होने के लिए तमिलनाडु गई थीं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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