भगवाधारी सीएम का कार्यालय भी भगवा हुआ, मंत्री बोले- जीवन में प्रकाश चाहते हैं तो भगवा अपना लेना चाहिए

मुख्यमंत्री कार्यालय में दीवारें, पर्दे, तौलिए, परिवहन विभाग बसें, पुस्तिकाएं और बच्चों के स्कूल बैग सब भगवा रंग में रंगे गए.

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मुख्यमंत्री कार्यालय में दीवारें, पर्दे, तौलिए, परिवहन विभाग बसें, पुस्तिकाएं और बच्चों के स्कूल बैग सब भगवा रंग में रंगे गए.

Lucknow: Workers paint the Secretariat Annexe building in saffro in Lucknow on Tuesday. PTI Photo by Nand Kumar(PTI10 31 2017 000140B)
लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय भवन एनेक्सी को भगवा रंग में रंगते मज़दूर. (फोटो: पीटीआई)

लखनऊ: बिना किसी अपवाद के हमेशा भगवा वस्त्र पहनने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यालय भवन एनेक्सी भी अब गेरुए रंग में रंगा जा रहा है. दूसरी ओर, यूपी के कैबिनेट मंत्री मोहसिन रज़ा ने कहा है कि ‘जो लोग अपने जीवन में प्रकाश चाहते हैं, उन्हें भगवा रंग अपना लेना चाहिए.’

लाल बहादुर शास्त्री भवन यानी एनेक्सी में मुख्यमंत्री के कार्यालय के साथ-साथ विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के दफ्तर हैं. अब इसके सफेद रंग को भगवा किया जा रहा है. राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के अनुमोदन के बाद एनेक्सी को केसरिया रंग में रंगा जा रहा है.

उन्होंने बताया कि एनेक्सी को पहले परंपरागत सफेद और नीले रंग से रंगा जाना था लेकिन हाल में आए एक प्रस्ताव पर सभी संबंधित अधिकारियों ने इसे केसरिया रंग में रंगने पर रजामंदी दे दी. सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री कार्यालय में रखे गए तौलिये भगवा रंग के हैं. साथ ही वहां लगे पर्दे भी हल्के केसरिया रंग के हैं.

हाल में मुख्यमंत्री ने भगवा रंग से रंगी 50 बसों के एक बेड़े को हरी झांडी दिखायी थी. यहां तक कि इस मौके के लिए सजाए गए मंच पर भी केसरिया पर्दें और गुब्बारे लगाए गए थे. इसके अलावा राज्य के प्राथमिक स्कूलों में विद्यार्थियों को केसरिया रंग के बैग दिए गए थे. साथ ही सरकार के 100 दिन तथा छह माह पूरे होने पर प्रकाशित पुस्तिकाएं भी भगवा रंग की थीं.

हालांकि विपक्ष एनेक्सी जैसे सर्वोच्च प्रशासनिक भवन को भगवा रंग में रंगने से नाराज है और उसने प्रदेश की भाजपा सरकार पर सरकारी इमारतों का भगवाकरण करने का आरोप लगाया है.

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी का कहना है कि सरकार का यह कदम उत्तर प्रदेश और उसकी राजनीति का भगवाकरण करने की कोशिश है. कांग्रेस के प्रवक्ता द्विजेंद्र त्रिपाठी ने इसपर कहा कि प्रदेश के सर्वोच्च प्रशासनिक भवन को किसी एक राजनीतिक दल से जुड़े रंग में रंगना सही नहीं है.

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के कार्यालय को भगवा रंग से रंगने पर विपक्ष की कड़ी आलोचना के जवाब में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री मोहसिन रज़ा ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ‘योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को प्रकाश की तरफ ले जाना चाहते हैं, क्योंकि विपक्ष ने अपने शासनकाल में देश को अंधकार में धकेल दिया था. जो लोग अपने जीवन में प्रकाश चाहते हैं, उन्हें भगवा रंग अपना लेना चाहिए. मैं शर्त लगाता हूं कि इसके बाद वे जीवन में सफल हो जाएंगे, क्योंकि भगवा रंग जीवन में ऊर्जा देता है.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)