एमसीडी चुनाव: दंगा प्रभावित उत्तर-पूर्वी दिल्ली की 19 सीटों में से भाजपा ने 12 पर जीत दर्ज की

साल 2020 के उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों के बाद से 2022 के एमसीडी चुनाव इस क्षेत्र में होने वाले पहले बड़े चुनाव थे. चुनाव में दक्षिण दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में दो वार्ड में कांग्रेस की महिला प्रत्याशियों को जीत मिली है.

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(प्रतीकात्मक फोटो: ट्विटर)

साल 2020 के उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों के बाद से 2022 के एमसीडी चुनाव इस क्षेत्र में होने वाले पहले बड़े चुनाव थे. चुनाव में दक्षिण दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में दो वार्ड में कांग्रेस की महिला प्रत्याशियों को जीत मिली है.

(प्रतीकात्मक फोटो: ट्विटर)

नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव में शिकस्त का सामना करने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने यमुना पार के इलाकों में अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसमें 2020 में सांप्रदायिक दंगों से प्रभावित रहा उत्तर-पूर्वी दिल्ली भी शामिल है. लेकिन शहर के उत्तरी और दक्षिणी इलाकों में पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा. आंकड़ों से यह जानकारी मिली है.

दंगों के बाद से 2022 के एमसीडी चुनाव इस क्षेत्र में होने वाले पहले बड़े चुनाव थे.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर-पूर्व दिल्ली में, जहां फरवरी 2020 में सांप्रदायिक दंगे भड़के थे, भाजपा ने जिले के 19 वार्डों में से 12 पर जीत हासिल की है. वहीं, आप ने चार और कांग्रेस ने दो सीटें और एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गया है.

भाजपा की ओर से 2017 में जीते कई नेता जिले में बहुमत से फिर से निर्वाचित हुए हैं. करावल नगर में भाजपा की शिमला देवी ने आप की आशा बंसल को 9,000 से अधिक मतों से हराया. 2017 में बीजेपी नेता पुनीत शर्मा ने इसी सीट से जीत दर्ज की थी.

शिमला देवी ने कहा, ‘दंगों ने घरों और जीवन को नष्ट कर दिया, लेकिन हमने इससे अपने काम को प्रभावित नहीं होने दिया. इससे लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं, यह विचार भी प्रभावित नहीं हुआ. हमने क्षेत्र में पार्कों और स्वच्छता की बेहतरी के लिए काम किया. मेरा मानना है कि लोगों ने इसे देखा और मुझ पर भरोसा किया. मुझे खुशी है कि उन्होंने मुझे वोट देकर जिता दिया.’

करावल नगर (पश्चिम) में भाजपा के सत्यपाल सिंह दोबारा पार्षद चुने गए हैं. उन्होंने कहा, ‘मीडिया और लोगों के बीच पार्टी को लेकर एक मानसिकता है. हम लोगों के लिए ही काम करते हैं. वे पार्टी पर भरोसा करते हैं और जानते हैं कि किसी भी दंगे से पार्टी का काम प्रभावित नहीं होगा.’

भाजपा ने कोंडली, मौजपुर, दयालपुर, सुभाष मोहल्ला और यमुना विहार में भी सीटें जीतीं. नेहरू विहार में, जहां आप पार्षद ताहिर हुसैन पर दंगे कराने का आरोप लगाया गया था और उन्हें गिरफ्तार किया गया है, यहां आप के प्रत्याशी को भाजपा के अरुण सिंह भाटी ने हरा दिया है.

आप की छाया गौरव शर्मा ने ब्रह्मपुरी से जीत दर्ज की और भाजपा नेता राज कुमार को मात दी, जबकि कांग्रेस की नाजिया खातून और सबीला बेगम ने बृजपुरी और मुस्तफाबाद से जीत हासिल की, जो दंगा प्रभावित क्षेत्र थे.

नंद नगरी सीट से आप के रमेश कुमार बिसैया ने भाजपा के केआर रिंकू को 54 वोटों के मामूली अंतर से हराया. उन्होंने कहा, ‘भाजपा ने इलाके में कुछ नहीं किया और दंगों के बाद भी वे चुप रहे. लोग उन्हें वोट क्यों देंगे? हम लोगों के लिए अंतहीन काम कर रहे हैं और एमसीडी में भी ऐसा ही करेंगे.’

समाचार एजेंसी पीटीआई/भाषा के अनुसार, भाजपा ने पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र में 36 में से 22 वार्ड जीते हैं. पार्टी के सांसद गौतम गंभीर के प्रतिनिधित्व वाली पूर्वी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) 11 और कांग्रेस ने तीन वार्ड जीते हैं.

उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में भाजपा ने 41 में से 21 वार्ड जीते हैं. यहां से मनोज तिवारी सांसद हैं.

हालांकि, पटेल नगर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को चार में से एक भी वार्ड पर जीत नहीं मिली. यहां भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता रहते हैं. चारों सीट पर आप ने जीत दर्ज की है.

दक्षिणी दिल्ली में भाजपा केवल मीठापुर से जीत पाई है. मीठापुर, बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत आता है, जिसका प्रतिनिधित्व दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी करते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र की बाकी सीट पर आप के उम्मीदवार विजयी घोषित किए गए हैं.

शाहीन बाग: कांग्रेस ने अबुल फजल एन्क्लेव, जाकिर नगर वार्ड में जीत हासिल की

एमसीडी चुनाव में दक्षिण दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में दो वार्ड में कांग्रेस की महिला प्रत्याशियों को जीत मिली है. शाहीन बाग नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन का केंद्र था.

आम आदमी पार्टी ने एमसीडी चुनाव में बुधवार को 134 सीट जीतकर नगर निकाय में भाजपा के 15 साल के शासन को खत्म कर दिया. एमसीडी के 250 वार्ड में हुए चुनाव में भाजपा ने 104 सीट हासिल की, जबकि कांग्रेस के हिस्से में सिर्फ नौ सीट आई.

ओखला से कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान की बेटी अरीबा ने अबुल फजल एन्क्लेव से 16,554 मतों के साथ आप प्रत्याशी वाजिद खान को 1,479 मतों के अंतर से हराया.

राज्य चुनाव आयोग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, जाकिर नगर में कांग्रेस की नाजिया दानिश ने आप के प्रत्याशी सलाम खान को 473 मतों के अंतर से हराया. ये दोनों वार्ड ओखला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं, जिस पर आप के अमानतुल्ला खान का कब्जा है. शाहीन बाग इसी क्षेत्र में पड़ता है, और वहां बड़ी संख्या में महिलाओं के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर धरना-प्रदर्शन किया गया था.

कांग्रेस की दिल्ली इकाई के प्रमुख अनिल चौधरी ने चार दिसंबर को हुए नगर निगम चुनाव से कुछ दिन पहले आरोप लगाया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में दलितों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर ‘झाड़ू’ चला दिया है.

मुस्तफाबाद में, कांग्रेस की सबिला बेगम विजयी हुईं, उन्होंने ऑल इंडिया मजलिस -ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रत्याशी को 6,582 मतों के अंतर से हराया. बृजपुरी वार्ड में भी कांग्रेस ने जीत हासिल की, जहां नाजी खातून ने आप की आफरीन नाज को 2,118 मतों के अंतर से हराया.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)