गुजरात चुनाव: भाजपा ने 156 सीट जीतकर इतिहास रचा, भूपेंद्र पटेल बने रहेंगे मुख्यमंत्री

किसी भी गुजरात विधानसभा चुनाव में इससे पहले सर्वाधिक सीट जीतने का रिकॉर्ड 1985 में कांग्रेस की माधव सिंह सोलंकी सरकार के नाम था. तब कांग्रेस ने 149 सीटों पर जीत दर्ज करके सरकार बनाई थी. भाजपा ने 12 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने की घोषणा की है.

किसी भी गुजरात विधानसभा चुनाव में इससे पहले सर्वाधिक सीट जीतने का रिकॉर्ड 1985 में कांग्रेस की माधव सिंह सोलंकी सरकार के नाम था. तब कांग्रेस ने 149 सीटों पर जीत दर्ज करके सरकार बनाई थी. भाजपा ने 12 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने की घोषणा की है.

गुजरात के गांधीनगर स्थित पार्टी मुख्यालय में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल. (फोटो: पीटीआई)

अहमदाबाद/शिमला: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गुजरात में लगातार सातवीं बार सरकार बनाकर इतिहास रचने जा रही है. समाचार लिखे जाने तक 182 सदस्यीय विधानसभा में निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के मुताबिक भाजपा ने 153 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है, जबकि 3 पर वह आगे है.

राज्य में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद ही निराशाजनक रहा. उसे केवल 17 सीटों पर जीत हासिल हुई है.

मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) का प्रदर्शन भी कुछ खास नहीं रहा, उसने 5 सीटों पर जीत दर्ज की है. हालांकि, ‘आप’ के लिए उपलब्धि यह रही कि पार्टी चुनाव में 12.92 फीसदी मत अर्जित करने में सफल रही और उसने एक राष्ट्रीय पार्टी होने का दर्जा पा लिया.

वहीं, भाजपा को 52.50 फीसदी मत मिले हैं और कांग्रेस को 27.28 फीसदी मतों से संतोष करना पड़ा है.

इससे पहले 1985 में कांग्रेस ने राज्य में 149 सीटें जीतकर रिकॉर्ड बनाया था, जब माधव सिंह सोलंकी मुख्यमंत्री बने थे.

गुजरात चुनाव में करीब 30 रैलियों को संबोधित करने वाले प्रधानमंत्री मोदी की जनता के बीच स्वीकार्यता का लाभ उठाते हुए भाजपा एक बार फिर सत्ता-विरोधी लहर को पार करने में कामयाब रही. वह 1995 से लेकर अब तक 27 साल लगातार पश्चिमी राज्य की सत्ता में रही है. निवर्तमान विधानसभा में उसके 99 सदस्य हैं और पिछले चुनाव में उसका मत प्रतिशत 49.1 रहा था.

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा है, ‘परिणाम काफी हद तक साफ हैं. लोगों ने गुजरात में विकास की यात्रा को आगे भी जारी रखने का विचार बनाया है. हम विनम्रता से जनता का फैसला स्वीकार करते हैं. भाजपा का हर कार्यकर्ता जनसेवा के लिए प्रतिबद्ध है.’

वहीं, गुजरात के प्रदेशाध्यक्ष सीआर पाटिल ने बताया है कि मुख्यमंत्री 12 दिसंबर को दोपहर दो बजे शपथ लेंगे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे.

भाजपा की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की जनता का आभार प्रकट किया है और कहा है कि लोगों ने विकास की राजनीति को आशीर्वाद दिया है.

मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि उनके मुताबिक गुजरात भाजपा का हर एक कार्यकर्ता चैंपियन है.

उन्होंने कहा, ‘यह ऐतिहासिक जीत हमारे कार्यकर्ताओं के परिश्रम के बगैर संभव नहीं थी. कार्यकर्ता ही हमारी पार्टी की वास्तविक मजबूती हैं.’

उन्होंने कहा, ‘धन्यवाद गुजरात. अभूतपूर्व चुनाव परिणामों को देखकर मैं बहुत सारी भावनाओं से भर गया हूं. लोगों ने विकास की राजनीति को आशीर्वाद दिया. साथ ही उन्होंने इच्छा व्यक्त की है कि विकास की यह गति और तेजी से जारी रहे. मैं गुजरात की जन शक्ति को नमन करता हूं.’

साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है, ‘गुजरात के नतीजों ने साबित कर दिया है कि विकसित भारत की इच्छा लोगों में कितनी प्रबल है. संदेश साफ है कि जब भी देश के सामने चुनौती होगी, लोग भाजपा में विश्वास दिखाएंगे.’

वही, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पार्टी की ऐतिहासिक जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया.

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा कि भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे. पटेल अहमदाबाद की घाटलोदिया सीट से 1.92 लाख मतों के अंतर से जीत गए हैं.

गुजरात में विपक्ष ने महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक उतार-चढ़ाव के मुद्दों पर भाजपा और मोदी सरकार को घेरने का प्रयास किया था, लेकिन सत्तारूढ़ दल की साख को कम नहीं कर पाई.

कांग्रेस पिछले विधानसभा चुनाव के अपने अच्छे प्रदर्शन के करीब भी नहीं पहुंच सकी है, वहीं गुजरात में यदि आप को उम्मीदों के मुताबिक सफलता मिलती तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए खुद को प्रधानमंत्री मोदी का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ते. पंजाब में उनकी पार्टी पहले ही सरकार बना चुकी है.

इस बार चुनाव में कांग्रेस का प्रचार अभियान का जिम्मा मुख्यत: स्थानीय नेताओं के कंधों पर रहा और उन्होंने घर-घर जाकर वोट मांगे, वहीं पार्टी नेता राहुल गांधी इस बार भारत जोड़ो यात्रा के चलते चुनाव प्रचार से दूर रहे. 2017 के चुनाव में राहुल ने गुजरात में जमकर पार्टी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे थे.

राज्य में आप ने इस बार खुद को दमदार तरीके से उतारकर पहली बार मुकाबले को त्रिकोणीय रूप दे दिया जिसमें पहले भाजपा और कांग्रेस, दो ही खिलाड़ी होते थे.

गुजरात भाजपा के प्रवक्ता यमल व्यास ने कहा, ‘यह पार्टी के डबल इंजन के विकास एजेंडा की जीत है. इतना बड़ा जनादेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा में जनता के विश्वास को झलकाता है. यह विकास के एजेंडा की जीत है जो पार्टी ने राज्य में किया है.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)