आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उनकी पार्टी के राष्ट्रीय दर्जा पाने की घोषणा की है. पार्टी के सांसद संजय सिंह ने बताया कि गुजरात में पार्टी को 35 लाख से अधिक वोट मिलने के बाद ‘आप’ राष्ट्रीय पार्टी बन गई है. हालांकि, उनके इस दावे को निर्वाचन आयोग से मान्यता मिलना बाकी है.
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी ने महज 10 साल में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल किया और इसके लिए उन्होंने गुजरात की जनता का शुक्रिया अदा किया.
सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी के नेताओं ने कड़ी मेहनत की और ‘हम गुजरात के लोगों के शुक्रगुजार हैं जिनकी वजह से हमें यह पहचान मिली.’
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ‘आप सिर्फ 10 साल में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने में कामयाब रही. यही इस पार्टी के विकास की गति है. हमें गुजरात में करीब 35 लाख वोट मिले. सभी नेताओं ने कड़ी मेहनत की और गुजरात के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया.’
उन्होंने कहा, ‘गुजरात को भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है, फिर भी आप 35 लाख वोट हासिल करने में कामयाब रही.’
हालांकि, आम आदमी पार्टी के इस दावे को लेकर निर्वाचन आयोग द्वारा मान्यता दी जानी बाकी है.
उधर, पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पार्टी के राष्ट्रीय दर्जा पाने पर ख़ुशी जाहिर की है.
ट्विटर पर जारी एक वीडियो में उन्होंने कहा, ‘आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन गई है. गुजरात चुनाव के नतीजे आ रहे हैं, काफी नतीजे आ चुके हैं और काफी नतीजे अभी आना बाकी हैं. गुजरात के लोगों ने आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बना दिया है. जितने वोट आम आदमी पार्टी को गुजरात चुनाव में मिले हैं, उस हिसाब से कानूनन आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन रही है. यह बहुत बड़ी बात है. देश में बहुत बहुत कम पार्टियां हैं, जिनको राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त है. चंद पार्टियों में अब आपकी आम आदमी पार्टी भी शामिल है.’
राष्ट्रीय पार्टी बनने पर आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और सभी देशवासियों को बधाई। pic.twitter.com/sba9Q1sz1f
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 8, 2022
उन्होंने आगे कहा, ‘उन्होंने कहा कि महज 10 साल पहले आम आदमी पार्टी छोटी-सी पार्टी थी… आज उसकी दो राज्यों में सरकार है. लेकिन आज वह राष्ट्रीय पार्टी बन रही है और लोग जब यह सुनते हैं तो दांतों तले उंगली दबा लेते हैं. यह बहुत ही आश्चर्यजनक उपलब्धि है. गुजरात के लोगों से खासतौर पर शुक्रिया अदा करना चाहता हूं.’
केजरीवाल ने जोड़ा, ‘गुजरात एक तरह से भाजपा का गढ़ माना जाता है, उस किले को भेदने में हम सफल हुए. आज गुजरात में हमें 13% के लगभग वोट मिला है. अब तक 39 लाख वोट के करीब हमें मिल चुके हैं, अभी गिनती जारी है. इतने लोगों ने हमारे ऊपर भरोसा किया और पहली बार हम को वोट दिया. इतना प्रेम देने के लिए मैं सभी लोगों का आभारी हूं.’
उल्लेखनीय है कि पार्टी को गुजरात चुनाव में कुछ सीटें मिली हैं, लेकिन हिमाचल प्रदेश में उसे खाली हाथ रहना पड़ा है.
ज्ञात हो कि दिल्ली, पंजाब और गोवा में पहले से ही राज्य पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त करके आप राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने से सिर्फ एक राज्य दूर थी.
एक राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिए एक राजनीतिक संगठन को कम से कम चार राज्यों में मान्यता प्राप्त करनी होती है. राज्य पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए किसी दल को राज्य की कम से कम दो सीट पर जीत और विधानसभा चुनाव में छह प्रतिशत वोट हासिल करने की आवश्यकता होती है.
देश में फिलहाल तीन तरह- राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय और क्षेत्रीय- की पार्टियां हैं, जिसमें सात राष्ट्रीय दल हैं, जिनमें भाजपा, कांग्रेस, बसपा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, नेशलिस्ट कांग्रेस पार्टी और तृणमूल कांग्रेस शामिल हैं.
राज्य स्तरीय दलों की संख्या 35 और क्षेत्रीय दलों की संख्या करीब साढ़े तीन सौ है.
ज्ञात हो कि किसी राजनीतिक दल के लिए राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने की तीन शर्तें तय हैं- 1. वह दल लोकसभा चुनाव के दौरान किन्हीं तीन प्रदेशों में दो प्रतिशत सीटें जीते, 2. कोई दल चार लोकसभा सीटें जीतने के साथ लोकसभा चुनाव में छह फीसदी वोट पाए अथवा न्यूनतम चार या इससे ज्यादा राज्यों में छह प्रतिशत मत हासिल करे, 3. वह दल चार या इससे अधिक राज्यों में क्षेत्रीय दल की मान्यता रखे.
कोई पार्टी इनमें से यदि कोई एक शर्त भी पूरी करती है, तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सकता है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)