तेलंगाना: पुलिस ने वाईएस शर्मिला का अनिश्चितकालीन अनशन जबरन तुड़वाकर अस्पताल में भर्ती कराया

वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला राज्यव्यापी पदयात्रा निकाल रही थीं, जिसे जारी रखने की अनुमति देने से सरकार के इनकार करने के बाद वे पार्टी कार्यालय में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई थीं. पार्टी तेलंगाना में विभिन्न वर्गों की दुर्दशा को उजागर करने के लिए शांतिपूर्ण पदयात्रा निकाल रही है. 

YSR Telangana Party President YS Sharmila with supporters stages a protest after reportedly denial of permission for her ‘padyatra’, in Hyderabad, Saturday, Dec. 10, 2022. Photo: PTI

वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला राज्यव्यापी पदयात्रा निकाल रही थीं, जिसे जारी रखने की अनुमति देने से सरकार के इनकार करने के बाद वे पार्टी कार्यालय में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई थीं. पार्टी तेलंगाना में विभिन्न वर्गों की दुर्दशा को उजागर करने के लिए शांतिपूर्ण पदयात्रा निकाल रही है.

अनशन के दौरान वाईएस शर्मिला. (फोटो: पीटीआई)

हैदराबाद: तेलंगाना पुलिस ने वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला का अनिश्चिकालीन अनशन तुड़वाकर उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें शनिवार (10 दिसंबर) देर रात हैदराबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया.

शर्मिला ने राज्यव्यापी ‘पदयात्रा’ जारी रखने की अनुमति देने से कथित तौर पर इनकार करने के खिलाफ शुक्रवार (9 दिसंबर) को हैदराबाद में पार्टी मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी. शर्मिला के भाई जगन मोहन रेड्डी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं.

पार्टी ने बताया कि पुलिस ने मीडियाकर्मियों, पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को घटनास्थल से जाने के लिए मजबूर किया और देर रात करीब एक बजे शर्मिला को ‘बलपूर्वक’ अस्पताल में भर्ती कराने से पहले उनका अनशन तुड़वाया.

वाईएसआरटीपी के मुताबिक, शर्मिला ने पानी तक नहीं पीया था, जिससे उनकी हालत तेजी से बिगड़ने लगी थी.

पार्टी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि शर्मिला का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया था कि उनका ब्लड प्रेशर और ग्लूकोज का स्तर चिंताजनक स्तर तक गिर गया था.

अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की बेटी शर्मिला ने ‘पदयात्रा’ की मंजूरी न दिए जाने के खिलाफ शुक्रवार को हुसैन सागर झील के पास आंबेडकर प्रतिमा पर एक ज्ञापन सौंपा था और वहां अनशन शुरू करने का ऐलान किया था.

शर्मिला ने इंडिया टुडे को बताया था, ‘शुरुआत में कोर्ट ने हमें पदयात्रा करने की अनुमति दे दी थी. यह हमारे पास मौजूद मूल अनुमति से अलग है. इन सबके बावजूद केसीआर सरकार ने हमें पदयात्रा करने की अनुमति नहीं दी. मेरे सभी पार्टी कैडरों को कल गिरफ्तार कर लिया गया था.’

पुलिस ने कहा था कि आंबेडकर प्रतिमा पर ऐसे अनशन की अनुमति नहीं है, क्योंकि वहां आमतौर पर माल्यार्पण जैसी गतिविधियां होती रहती हैं. इसके बाद शर्मिला को हैदराबाद के लोटस पॉन्ड इलाके में स्थित उनके पार्टी कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया था.

इस बीच, शर्मिला का इलाज कर रहे निजी अस्पताल ने एक बयान जारी कर कहा कि उन्हें लो ब्लड प्रेशर, कमजोरी, चक्कर आने, शरीर में पानी की कमी और ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन की समस्या है. इसके अलावा उनके शरीर में अतिरिक्त एसिड और एजोटीमिया की समस्या भी पाई गई है.

अस्पताल ने एक स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा, ‘शर्मिला का अभी इलाज चल रहा है, वे स्वस्थ हो रही हैं और उन्हें आज या कल सुबह अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है.’

उन्हें दो या तीन हफ्तों तक पूरी तरह आराम करने की सलाह दी गई है.

गौरतलब है कि पिछले महीने के अंत में शर्मिला की कार को पुलिस क्रेन से तब उठा ले गई, जब वह उसके अंदर बैठी हुई थीं. इसके बाद तेलंगाना में उनके और सत्तारूढ़ दल के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया था.

तब शर्मिला ने कहा था, ‘पिछले 223 दिनों से मैं और मेरी पार्टी के नेता और प्रतिनिधि तेलंगाना में विभिन्न वर्गों के लोगों की दुर्दशा को उजागर करने के लिए शांतिपूर्ण पदयात्रा कर रहे हैं. हमारी बढ़ती लोकप्रियता ने मुख्यमंत्री केसीआर और उनकी पार्टी के लोगों को झकझोर कर रख दिया है, जो मुझे किसी भी कीमत पर रोकना चाहते हैं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)