ज़हरीली शराब त्रासदी: बिहार के दो अन्य ज़िलों में आठ और लोगों की मौत

अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि कथित तौर पर ज़हरीली शराब पीने से छपरा से सटे सिवान ज़िले में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि बेगूसराय में दो अन्य लोगों की मौत हो गई. बीते दिनों ज़हरीली शराब पीने से छपरा में कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई थी.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: एएनआई)

अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि कथित तौर पर ज़हरीली शराब पीने से छपरा से सटे सिवान ज़िले में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि बेगूसराय में दो अन्य लोगों की मौत हो गई. बीते दिनों ज़हरीली शराब पीने से छपरा में कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई थी.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: एएनआई)

पटना: बिहार के छपरा (सारण) जिले में जहरीली शराब त्रासदी (जिसमें कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई थी) के बाद अब प्रदेश के दो अन्य जिलों में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से आठ और लोगों की मौत हो गई है.

अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से छपरा से सटे सिवान जिले में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि बेगूसराय में दो अन्य लोगों की मौत हो गई.

अपुष्ट खबरों में दावा किया गया है कि छपरा जिले में अवैध रूप से बनी देशी शराब पीने से 60 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 के मौत की अभी तक आधिकारिक तौर पर पुष्टि हो सकी है.

सिवान जिले के भगवानपुर संभाग में बृहस्पतिवार (15 दिसंबर) से हुईं छह मौतों के बारे में अनुमंडल दंडाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है.

संजय ने कहा कि हम शराब की बिक्री और खरीद में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए इलाके में तलाशी भी ले रहे हैं.

बेगूसराय के पुलिस उपाधीक्षक चंद्रमोहन प्रसाद ने संवाददाताओं को बताया कि तेघड़ा प्रमंडल में शुक्रवार (16 दिसंबर) को किसी जहरीले रसायन के सेवन से दो युवकों की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की जांच जारी है.

बिहार में अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार सरकार द्वारा शराब की बिक्री और इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. हालांकि, शराब तस्करों के खिलाफ चल रहे अभियान के बावजूद राज्य में शराब की तस्करी जारी है.

मुजफ्फरपुर जिले के सदर थाना क्षेत्र में पुलिस ने शनिवार तड़के एक ट्रक से कई पेटी शराब बरामद किया गया. पेटी को लकड़ी के तख्तों के नीचे छिपाया गया था.

छपरा के साथ अपनी सीमा साझा करने वाले सिवान जिले के ब्रह्मस्थान गांव में शुक्रवार को चार लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन इसके पहले बृहस्पतिवार को सोंधनी गांव में एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई थी. छपरा जिले के रहने वाले एक और व्यक्ति की भी शुक्रवार को सिवान में मौत हो गई.

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा, जिन्होंने बृहस्पतिवार को छपरा में प्रभावित मशरक प्रखंड का दौरा किया था, ने शुक्रवार को विधानसभा के अंदर दावा किया कि जहरीली शराब त्रासदी ने सौ से अधिक लोगों की जान ले ली है.

छपरा के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने कहा कि मौत जहरीली शराब के संदिग्ध सेवन के कारण हुई, जिसकी पुष्टि फोरेंसिक लैब में मृतकों के विसरा की जांच के बाद की जाएगी.

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने शुक्रवार को छपरा जहरीली शराब कांड को लेकर बिहार सरकार और राज्य के पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी किया है.

मालूम हो कि बिहार में जहरीली शराब कांड में मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है. दरअसल राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि पीड़ितों के परिजन को कोई मुआवजा नहीं दिया जाएगा.

बीते 14 दिसंबर को बिहार के छपरा जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 39 होने के बाद नीतीश कुमार ने बृहस्पतिवार (15 दिसंबर) को कड़े शब्दों में कहा था, ‘जो पिएगा, वो मरेगा.’ उनके इस बयान की विपक्ष समेत विभिन्न नेताओं ने आलोचना करते हुए इसे शर्मनाक करार दिया था.

नीतीश ने बिहार विधानसभा में कहा था, ‘शराब पीकर मरने वालों को कोई मुआवजा नहीं दिया जाएगा. हम अपील करते रहे हैं- पिएंगे तो मर जाएंगे. जो लोग पीने के पक्ष में बात करते हैं, वे आपके लिए कुछ अच्छा नहीं करेंगे.’

याचिका के मुताबिक, 19 जुलाई 2022 को जारी लोकसभा के आंकड़ों के अनुसार, बिहार, मध्य प्रदेश और पंजाब सहित पांच राज्यों में 2016 और 2020 के बीच जहरीली शराब के सेवन से सबसे अधिक मौतें हुई हैं.

याचिका में आरोप लगाया गया है कि देश में हर साल अनुमानित 500 करोड़ लीटर शराब की खपत होती है. लगभग 40 प्रतिशत अवैध रूप से उत्पादित होती है, जो सस्ती भी होती है. ग्रामीण भारत के कुछ हिस्सों में स्थानीय रूप से निर्मित शराब आम बात है.

इसके अनुसार, ‘भारत में 2016 से 2020 के बीच पांच साल में नकली शराब के सेवन से 6,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है. साल 2020 में सबसे कम 947 लोगों की मौत दर्ज की गई थी.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)