जोधपुर जिले के शेरगढ़ संभाग के भुंगड़ा में बीते आठ दिसंबर को सिलेंडर फटने के बाद आग लग गई थी, जिसमें करीब 50 लोग घायल हो गए थे. इनमें से कम से कम 35 लोगों की रविवार तक मौत हो गई थी.
जोधपुर: राजस्थान में सिलेंडर विस्फोट पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग को लेकर जोधपुर शहर में रविवार को लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में कई विधायक, सांसद और अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया.
जोधपुर जिले के शेरगढ़ संभाग के भुंगड़ा में आठ दिसंबर को सिलेंडर फटने के बाद आग लग गई थी, जिसमें करीब 50 लोग घायल हो गए थे. इनमें से कम से कम 35 लोगों की रविवार तक मौत हो गई थी.
भुंगड़ा पीड़ित संघर्ष समिति के बैनर तले एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों ने सिर पर काली पट्टी व हाथों पर रिबन बांधकर एमजी अस्पताल के मुर्दाघर से काले झंडे लहराते हुए जिला कलेक्ट्रेट तक मार्च किया.
उन्होंने राज्यपाल कलराज मिश्र को संबोधित करते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग को लेकर प्रशासन से बातचीत विफल होने के बाद शनिवार (17 दिसंबर) को रैली निकाली गई थी. प्रदर्शनकारी अभी भी जिला कलेक्टर के साथ बातचीत कर रहे हैं.
रैली के आयोजकों में से एक भोपाल सिंह बदला ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे अपना आंदोलन वापस नहीं लेंगे और पीड़ितों के शवों को स्वीकार नहीं करेंगे.
एमजी अस्पताल के अधीक्षक के मुताबिक, नौ शव फिलहाल अस्पताल के मुर्दाघर में हैं.
आंदोलनकारियों ने मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये और सरकारी नौकरी, जबकि घायलों को 25-25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की मांग की है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने सरकार से आग से लोगों को बचाने वाले सुरेंद्र सिंह को शहीद घोषित करने की भी मांग की है.
इसके अलावा उन्होंने मेकअप आर्टिस्ट दिलीप सेन के लिए एक विशेष पैकेज की मांग की है, जिनकी जलते हुए घर से लोगों को बचाने के दौरान मौत हो गई थी. शनिवार से दो और पीड़ितों की मौत के साथ ही इस त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 35 हो गई है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)