पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद जम्मू कश्मीर में भारी निवेश आने के भारत सरकार के बड़े-बड़े दावों के बावजूद संसद में उनकी ओर से पेश आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं. वर्ष 2017-2018 में 840 करोड़ रुपये की तुलना में 2021-22 में 376 करोड़ रुपये का निवेश आया है.
श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को दावा किया कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाने के बाद जम्मू कश्मीर में भारी निवेश होने का सरकार का दावा ‘झूठा’ है.
महबूबा ने ट्विटर पर कहा, ‘अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद जम्मू कश्मीर में भारी निवेश आने के भारत सरकार के बड़े-बड़े दावों के बावजूद संसद में उनकी ओर से पेश आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं. वर्ष 2017-2018 में 840 करोड़ रुपये की तुलना में 2021-22 में 376 करोड़ रुपये आए. आप झूठ से बच नहीं सकते, सच हमेशा सामने आएगा.’
Despite GOIs tall claims of heavy investment flow into J&K post abrogation of Article 370, the figures presented by them in the Parliament prove otherwise. 840 crores in 2017-18 vis a vis 376 crores in 2021-22. A lie has no legs. pic.twitter.com/p2eWGSGCp8
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) December 19, 2022
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पिछले पांच वर्षों में जम्मू कश्मीर में साल वार निवेश पर सरकार के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया दे रही थीं.
उन्होंने इस संबंध में किए गए एक ट्वीट में सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों का स्क्रीनशॉट भी साझा किया है. इसके अनुसार, 2017-18 में 840.55 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था, जबकि 2018-19 में 590.97 करोड़ रुपये निवेश किया गया था.
उन्होंने कहा कि 2019-20 में 296.64 करोड़ रुपये और 2020-21 में 412.74 करोड़ रुपये थे, जबकि चालू वर्ष में यह संख्या 376.76 करोड़ रुपये है.
जून 2018 में भाजपा द्वारा अपना समर्थन वापस लेने और राज्य में राज्यपाल शासन के तहत आने के बाद गठबंधन सरकार गिर गई थी.
केंद्र सरकार ने पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत मिले विशेष राज्य के दर्जे को रद्द कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)