दिल्ली आबकारी नीति: ईडी के आरोप-पत्र में मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और केसीआर की बेटी का नाम

रद्द कर दी गई दिल्ली आबकारी नीति में प्रवर्तन निदेशालय में अदालत में आरोप-पत्र पेश किया है, जिसमें दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कलवकुंतला कविता पर आरोप लगाए गए हैं.

मनीष सिसोदिया और संजय सिंह. (फोटो साभार: फेसबुक)

रद्द कर दी गई दिल्ली आबकारी नीति में प्रवर्तन निदेशालय में अदालत में आरोप-पत्र पेश किया है, जिसमें दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कलवकुंतला कविता पर आरोप लगाए गए हैं.

मनीष सिसोदिया और संजय सिंह. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: रद्द कर दी गई दिल्ली आबकारी नीति में घोटाले की जांच करते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने अपने आरोप-पत्र में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह के अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कलवकुंतला कविता पर भी आरोप लगाए हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, ईडी ने कविता पर आरोप लगाया है कि वे उस ‘साउथ ग्रुप’ का हिस्सा थीं, जिसने दिल्ली आबकारी नीति के तहत अनुचित लाभ के बदले में आप आदमी पार्टी (आप) के नेताओं को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत का भुगतान किया था.

राउज एवेन्यू जिला अदालत में विशेष न्यायाधीश के समक्ष दायर आरोप-पत्र में इंडोस्प्रिट्स के एमडी समीर महेंद्रू के बयान पर भरोसा किया गया है. महेंद्रू एक कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में आरोपी हैं. उन्होंने आरोप लगाया था कि उनसे ‘साउथ ग्रुप’ के सदस्यों ने संपर्क किया था.

यह आरोप लगाया गया है कि उन्होंने महेंद्रू की कंपनी में रुचि दिखाई और महेंद्रू का शुरुआत में इस साझेदारी से पीछे हटना ‘आप’ के संचार प्रभारी विजय नायर द्वारा उन्हें थोक व्यापार प्रदान करने के वादे के बाद विफल हो गया.

यह आरोप लगाया गया है कि कविता के साथ कई फोन कॉल और बैठकों के बाद समूह के साथ महेंद्रू की साझेदारी और मजबूत हो गई.

महेंद्रू के बयान के मुताबिक, यह आरोप है कि विजय नायर, समीर महेंद्रू से मिले और उन्हें साउथ ग्रुप के एक सदस्य अरुण पिल्लई के बारे में बताया, जिनका ‘समूह दिल्ली के कारोबर में निवेश करने का इच्छुक था, इस समूह के पास काफी पैसा, राजनीतिक संबंध और अरविंद केजरीवाल से मित्रता थी.’

आरोप-पत्र में कहा गया है, महेंद्रू ने इस साझेदारी में शामिल होने से इसलिए परहेज किया, क्योंकि उनका मानना था कि समूह बिना ज्यादा निवेश किए उनका कंपनी में हिस्सेदारी चाहता था.

बाद में अरुण पिल्लई ने समीर महेंद्रू को बताया कि वे के. कविता का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, जिन्होंने उनकी (महेंद्रू) कंपनी में रुचि दिखाई थी.

आरोप है कि महेंद्रू ने उनके अनुरोधों पर तब नरमी दिखाई, जब नायर ने यह वादा किया कि ‘मैसर्स पेरनोड रिकार्ड का थोक व्यापार उन्हें मिलेगा.’

ईडी का आरोप है कि कविता ने दिसंबर 2021 में महेंद्रू से बात की, जहां उन्होंने ‘समीर (महेंद्रू) को दिल्ली के व्यापार के लिए बधाई दी’ और ‘खुशी जताई कि उन लोगों ने साझेदारी की.’

ईडी ने आरोप-पत्र में कहा है, 2022 में महेंद्रू, कविता से हैदराबाद में उनके घर पर मिले, जहां कविता ने उनसे कहा कि वे ‘उनके लिए परिवार की तरह हैं और अरुण के साथ व्यापार करना कविता के साथ व्यापार करने जैसा है और वे इस रिश्ते को कई राज्यों में बड़े पैमाने पर ले जाएंगे और विस्तार करेंगे.’

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का नाम भी ईडी के आरोप-पत्र में व्यवसायी दिनेश अरोड़ा के बयान के माध्यम से है. एजेंसी का दावा है कि अरोड़ा ने उन्हें बताया था कि वह शुरुआत में आप नेता संजय सिंह से मिले, जिनके जरिये वे एक रेस्तरां में एक पार्टी के दौरान सिसोदिया से मिले.

आरोप हैं कि ‘संजय सिंह के अनुरोध पर’ उन्होंने कई रेस्तरां मालिकों से बात की और दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी फंड के संग्रह के लिए 82 लाख रुपये के चेक (सिसोदिया को सौंपे गए) की व्यवस्था की.

आरोप-पत्र में दावा किया गया है, अरोड़ा ने यह भी कहा कि उन्होंने एक बार सिसोदिया के साथ पीथमपुरा से ओखला में एक दुकान को स्थानांतरित करने का मामला उठाया था और इस मामले को बाद में आबकारी विभाग द्वारा हल कर दिया गया था.

आरोप-पत्र में अरोड़ा के दावे के तौर पर कहा गया है कि उन्होंने सिसोदिया से पांच-छह बार बात की और संजय सिंह के साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की.

इससे पहले घोटाले में अपनी कथित संलिप्तता की खबरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कविता ने पीटीआई संवाददाताओं से कहा था, ‘हम किसी भी तरह की जांच का सामना करेंगे. अगर एजेंसियां आएंगी और हमसे सवाल पूछेंगी तो हम निश्चित रूप से जवाब देंगे, लेकिन मीडिया को चुनिंदा लीक देकर नेताओं की छवि खराब करना, लोग इसे सही नहीं ठहराएंगे.’

इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि आप नेताओं और दिल्ली सरकार से टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं हो सका. आप ने जांच को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा है कि जांच एजेंसियां भाजपा के इशारे पर काम कर रही हैं.