भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बीते 25 दिसंबर को कर्नाटक के शिवमोगा शहर में हुए सम्मेलन के दौरान कहा था कि हिंदुओं को उन पर और उनकी गरिमा पर हमला करने वालों को जवाब देने का अधिकार है, वे आत्मरक्षा के लिए घर में सब्ज़ी काटने वाले चाकू की धार तेज़ रखें.
शिवमोगा: कर्नाटक के शिवमोगा में एक हिंदुत्ववादी संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि बीते 28 दिसंबर को शिवमोगा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एचएस. सुंदरेश की शिकायत के आधार पर कोटे पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस के अनुसार, भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें 153ए (धर्म, नस्ल के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 295ए (जान-बूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों के उद्देश्य से किसी भी वर्ग या धर्म के धार्मिक विश्वासों का अपमान करके धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) शामिल है.
प्रज्ञा ठाकुर ने बीते 25 दिसंबर को शिवमोगा शहर में ‘हिंदू जागरण वेदिके’ के दक्षिण क्षेत्र के वार्षिक समारोह ‘हिंदू कार्यकर्ताओं की हत्या’ की घटनाओं के मद्देनजर कहा था कि हिंदुओं को उन पर और उनकी गरिमा पर हमला करने वालों को जवाब देने का अधिकार है.
उन्होंने शिवमोगा के हर्षा समेत हिंदू कार्यकर्ताओं की हत्या की घटनाओं की ओर इशारा करते हुए लोगों से कहा था कि वे आत्मरक्षा के लिए ‘अपने घरों में धारदार चाकू’ रखें.
वे कहते नज़र आई थीं, ‘उनकी जिहाद की परंपरा है. यदि कुछ नहीं है, तो वे ‘लव जिहाद’ करते हैं. यदि वे प्रेम भी करते हैं तो उसमें भी जिहाद करते हैं. हम (हिंदू) भी प्रेम करते हैं, हम भगवान से प्रेम करते हैं, संन्यासी अपने प्रभु से प्रेम करता है.’
उन्होंने कहा आगे था, ‘अपनी बेटियों को सुरक्षित रखें. अपने घरों में हथियार रखें. यदि और कुछ नहीं है, तो कम से कम सब्जियों को काटने के लिए इस्तेमाल होने वाले चाकू की धार तेज कर दें. मैं इसे स्पष्ट रूप से कह रही हूं. उन्होंने हिंदू बहादुरों, बजरंग दल, भाजपा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ चाकुओं का इस्तेमाल किया है. सब्जियों को काटने के लिए इस्तेमाल होने वाले चाकुओं को भी हमें धारदार रखना चाहिए. हम नहीं जानते कि कब और कौन सी स्थिति आ जाए. अगर हमारी सब्जियां अच्छे से काटी जाएंगी तो हमारे दुश्मनों के सिर और मुंह भी अच्छे से कटेंगे.’
इससे पहले तृणमूल कांग्रेस टीएमसी के प्रवक्ता साकेत गोखले और राजनीतिक विशेषज्ञ तहसीन पूनावाला ने शिवमोगा के सांसद जीके मिथुन कुमार सहित प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. इसकी जानकारी दोनों ने अलग-अलग ट्वीट करके दी.
गोखले ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि ठाकुर की कार्यक्रम में की गईं टिप्पणियों को विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच सांप्रदायिक अशांति भड़काने और धर्म के आधार पर विभिन्न समुदायों के बीच दुर्भावना पैदा करने के लिए तैयार किया गया था.
वहीं, पूनावाला ने अपनी शिकायत में ठाकुर पर कार्यक्रम में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अत्यधिक निंदनीय और अपमानजनक भाषण देने का आरोप लगाया था.
हालांकि पुलिस अधीक्षक ने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर शिकायत प्राप्त होने की पुष्टि की और उन्हें शिकायत दर्ज कराने के लिए क्षेत्राधिकारी के समक्ष पेश होने को कहा था.
इसके अलावा मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा था कि केंद्र को अब देशद्रोह का मामला दर्ज कर कार्रवाई करनी चाहिए, क्योंकि ठाकुर ने लोगों को ‘हिंसा के लिए उकसाया’ है.
उन्होंने दावा किया था, ‘अपने हाथ में बम रखने के बाद अब वह चाकू की बात कर रही है. भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा और प्रज्ञा सिंह ठाकुर की हरकतें एक जैसी हैं.’
भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं.
29 सितंबर, 2008 को उत्तरी महाराष्ट्र के एक सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील शहर मालेगांव में एक मस्जिद के पास एक मोटरसाइकिल में रखे बम में विस्फोट के बाद छह लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक घायल हो गए थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)