भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 4,46,78,822 हो गए हैं और 5,30,707 लोग इस महामारी के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण के 66.07 करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और 66.91 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
नई दिल्ली: भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 173 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,46,78,822 हो गई, जबकि उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 2,670 रह गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, उत्तराखंड में संक्रमण से एक मरीज की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,30,707 हो गई है. संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुन:मिलान करते हुए केरल ने वैश्विक महामारी से जान गंवाने वाले मरीजों की सूची में एक नाम और जोड़ा है.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 66,07,07,643 हो गए हैं और इस संक्रमण के चलते दुनियाभर में अब तक 66,91,027 लोगों की मौत हो चुकी है.
अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 2,670 रह गई है, जो कुल मामलों का 0.01 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 36 मामलों की कमी दर्ज की गई है. देश में मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.80 प्रतिशत है.
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 4,41,45,445 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 220.10 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया.
चार मई 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे. इसके बाद तकरीबन नौ महीने बाद 26 जनवरी 2022 को कुल मामलों की संख्या चार करोड़ के पार हो गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
कोविड-19 संक्रमण के एक दिन या 24 घंटे के दौरान बीते एक जनवरी को 265 नए मामले सामने आए थे. इस अवधि में बीते एक जनवरी को 3 लोगों की मौत हुई थी.
मई 2021 रहा है सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.
इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
कोविड-19: पिछले वर्षों में किस महीने-कितने केस दर्ज हुए जानने के लिए यहां क्लिक करें, साल 2021 और साल 2022.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)