इज़रायली अख़बार हारेत्ज़ के अनुसार, इज़रायली कंपनियों के बांग्लादेश के साथ व्यापार करने पर रोक है क्योंकि यह चिंताएं हैं कि तकनीक पाकिस्तान के हाथ में चली जाएगी. इसके बावजूद मानवाधिकारों के उल्लंघन की आरोपी रहीं बांग्लादेश की कुछ सुरक्षा एजेंसियों को भी स्पायवेयर तकनीक बेची गई है.
नई दिल्ली: इजरायल से बोलियां स्वीकार करने पर प्रतिबंध के बावजूद बांग्लादेश ने इजरायल फर्मों से कम से कम चार अलग-अलग उन्नत निगरानी वाले उपकरण खरीदे हैं.
इजरायली अखबार हारेत्ज की एक नई पड़ताल में सामने आया है कि जिन कंपनियों से उपकरण खरीदे गए हैं, उनमें एक कंपनी पूर्व इजरायली खुफिया अधिकारी के स्वामित्व वाली कंपनी भी शामिल है.
दुनिया के तीसरे सबसे बड़े मुस्लिम बहुल देश बांग्लादेश का इजरायल के साथ कोई राजनयिक संबंध नहीं है. हालांकि, 2021 में बांग्लादेश ने पासपोर्ट में से उस शब्दावली को चुपचाप हटा दिया था जो बांग्लादेशी यात्रा दस्तावेज़ रखने वालों को इजरायल जाने से रोकती थी.
हारेत्ज के अनुसार, इजरायली कंपनियों को बांग्लादेश के साथ व्यापार करने से भी औपचारिक रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है. यह दक्षिण एशियाई देश गुप्त तकनीक के निर्यात के लिए इजरायल के रक्षा मंत्रालय द्वारा अनुमोदित देशों की सूची में नहीं है. इजरायल के साइबर उद्योग के सूत्रों के आधार पर समाचार पत्र द्वारा इसके पीछे पाकिस्तान के हाथ में तकनीक जाने की चिंताओं को कारण बताया गया है.
इसके अलावा, अखबार ने इस बात पर भी चिंता जताई कि स्पायवेयर तकनीक प्राप्त करने वाली बांग्लादेश की कुछ सुरक्षा एजेंसियां मानवाधिकारों के उल्लंघन की आरोपी रही हैं.
उदाहरण के लिए, पैरामिलिट्री रैपिड एक्शन बटालियन का शीर्ष नेतृत्व हजारों लोगों को यातना देने और उनके लापता होने में कथित भूमिका के चलते अमेरिकी प्रतिबंधों के निशाने पर था.
इजरायली अखबार ने इजरायली अखबार ने 2019 और 2022 के बीच बांग्लादेशी सेना और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा 12 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य की इजरायली जासूसी तकनीक की चार खरीदों दिखाने के लिए साइप्रस और बांग्लादेश के दस्तावेजों का हवाला दिया है.
यह 2019 और 2021 में बांग्लादेश सैन्य खुफिया विभाग और रैपिड एक्शन बटालियन द्वारा दो इजरायली कंपनियों से मोबाइल फोन इंटरसेप्शन और हैकिंग टूल की खरीदी के अलावा है.
हारेत्ज की जांच के अनुसार, सबसे बड़ी खरीद जून 2022 में बांग्लादेश के राष्ट्रीय दूरसंचार निगरानी केंद्र (एनटीएमसी) को पासिटोरा द्वारा आपूर्ति की गई एक 5.7 मिलियन डॉलर की ‘स्पाय वैन’ की थी.
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘निर्यात रिकॉर्ड बताते हैं कि जून 2022 में स्पीयरहेड सिस्टम को स्विट्जरलैंड से बांग्लादेश की राजधानी ढाका में डिलीवर किया गया था. आपूर्तिकर्ता पासिटोरा था और खरीदार एनटीएमसी था. शिपमेंट का वजन 991 किलोग्राम था. उसमें इंटरसेप्शन सिस्टम, ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर घटक (सर्वर, ड्राइव, मॉनिटर आदि) शामिल थे, जिनकी कुल लागत 5.7 मिलियन डॉलर थी.’
साइप्रस में पंजीकृत, पासिटोरा का स्वामित्व एक इजरायली व्यवसायी और इजरायली रक्षा बलों के पूर्व कमांडर ताल डिलियन के पास है, जिसका नाम वैश्विक स्पायवेयर उद्योग को लेकर न्यूयॉर्क टाइम्स की जांच में सामने आया था.
जब पासिटोरा को पहले वाईस्पियर के नाम से जाना जाता था, उस समय डिलियन ने फोर्ब्स को अपने नए उत्पाद, स्पीयरहेड सिस्टम, एक वैन के बारे में बताया था, जो लगभग आधे किलोमीटर के दायरे में वॉट्सऐप संदेशों सहित मोबाइल फोन को इंटरसेप्ट कर सकती है. इस साक्षात्कार के कारण उन्हें अंततः राजनीतिक हंगामे के चलते साइप्रस छोड़ना पड़ा और अपनी फर्म को ग्रीस ले जाना पड़ा.
हारेत्ज़ द्वारा अपलोड किए गए कैबिनेट रिकॉर्ड के अनुसार, बांग्लादेशी कैबिनेट ने फैसला किया था कि एक स्विट्जरलैंड स्थित टोरू समूह ने जून 2021 में ‘व्हिकल माउंटेड मोबाइल इंटरसेप्टर और संबंधित सेवाओं’ के लिए नीलामी जीती है.
स्विस कंपनी के रिकॉर्ड बताते हैं कि टोरू समूह यूरोपीय देश में स्थित नहीं है. हालांकि, उस नाम की एक कंपनी ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में पंजीकृत थी, एक उस फर्म के जिनेवा वाले पते के साथ जो कंपनियों के लिए विदेशी पंजीकरण सेवाएं प्रदान करती है.
हारेत्ज़ ने बताया कि तीन स्रोतों के अनुसार एक इजरायली नागरिक की अध्यक्षता में टोरू समूह ‘डिलियन की फर्मों के साथ विभिन्न सौदों के लिए एक बिचौलिए के रूप में काम करता था.’
बांग्लादेश के गृह मंत्रालय के रिकॉर्ड बताते हैं कि सितंबर 2021 और जनवरी 2022 में टोरू समूह द्वारा प्रशिक्षण के लिए एनटीएमसी कमांडर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को ग्रीस जाने की अनुमति दी गई थी. यात्रा खर्च टोरू समूह द्वारा उठाया गया था.
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘एनटीएमसी के बजट से पता चलता है कि सिस्टम के 2022 के मध्य में बांग्लादेश में आने की उम्मीद थी, शिपिंग दस्तावेज़ बताते हैं कि सिस्टम जून के अंत में डिलीवर किया गया था.’
सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सात पुलिस अधिकारी जिन्होंने कथित रूप से एक गुप्त वॉट्सऐप ग्रुप में सरकार की आलोचना की थी और विपक्षी बांग्लादेश नेशनल पार्टी (बीएनपी) के नेताओं के संपर्क में थे, उन्हें नई जासूसी वैन द्वारा निगरानी के कारण बर्खास्त कर दिया गया था.
बांग्लादेश के प्रधानमंत्री कार्यालय के 2019 के एक अन्य दस्तावेज़ से पता चलता है कि चार अधिकारियों की एक टीम साइप्रस गई थी ताकि बांग्लादेश की आंतरिक खुफिया एजेंसी एनएसआई द्वारा ‘प्रीलिसिस कम्युनिकेशन एंड इंफॉर्मेशन सिस्टम्स लिमिटेड’ नामक कंपनी से वाई-फाई नेटवर्क को इंटरसेप्ट करने के लिए सिस्टम की खरीद का निरीक्षण किया जा सके.
साइप्रस और इजरायल दोनों में पंजीकृत प्रीलिसिस को एक इजरायली नागरिक कोबी नवेह चला रहे हैं.
इसके अलावा, हारेत्ज़ ने बताया कि साइप्रस के निर्यात रिकॉर्ड से पता चलता है कि बांग्लादेशी सेना को ‘मोबाइल फोन की सक्रिय निगरानी’ के लिए 1.6 मिलियन डॉलर में उपकरणों की एक खेप प्राप्त हुई थी. आपूर्तिकर्ता सिंगापुर स्थित कोरलको टेक था, जिसके प्रमुख इजरायली इयाल अल्मोग थे.
साइप्रस निर्यात रिकॉर्ड के अनुसार, एक अन्य साइप्रस-पंजीकृत कंपनी यू-टीएक्स टेक्नोलॉजीस ने 2019 में एनटीएमसी को एक ‘वेब इंटेलिजेंस’ प्रणाली और 2021 में सैन्य खुफिया जानकारी के लिए एक सेलुलर ट्रैकिंग सिस्टम की आपूर्ति की थी. इस फर्म के मालिक भी इजरायली नागरिक हैं.
(इस रिपोर्ट को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)