हिमाचल प्रदेश चुनाव राउंडअप: भाजपा नेता व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, अगर कांग्रेस सोचती है कि पुतले फूंकने से मोदी डर जाएगा तो वह ग़लतफ़हमी में है, मोदी भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ता रहेगा.
नई दिल्ली/शिमला: विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए हिमाचल प्रदेश पहुंचे भाजपा नेता एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि हिमाचल को बिमारियों से दूर करने के लिए कांग्रेस रूपी दीमक को हिमाचल की जड़ों से निकालकर फेंकना जरूरी है.
सुंदरनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, अगर कांग्रेस सोचती है कि मोदी के पुतले फूंकने से मोदी डर जाएगा तो कांग्रेस गलतफहमी में है, मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहेगा.
उन्होंने कहा, ईमानदारी के नाम पर देश की जनता आने वाले 100 सालों में भी कांग्रेस के ऊपर विश्वास नहीं करेगी.
इसके पहले कांगड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मोदी और धूमल भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की जोड़ी हिमाचल प्रदेश को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में अपनी हार मान ली है, इसलिए उसके वरिष्ठ नेता राज्य में चुनाव प्रचार से दूर हट गए हैं और मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को उनकी तकदीर के हवाले छोड़ दिया गया है.
कांग्रेस दीमक है, सफाया करने की जरूरत है
राज्य के सबसे बड़े जिले कांगड़ा में रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया और उसकी तुलना दीमक से की. उन्होंने लोगों से नौ नवंबर को रहे रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा को दो तिहाई वोट देकर कांग्रेस को मिटा देने का आह्वान किया.
नोटबंदी की पहली वर्षगांठ को काला दिवस के रूप में मनाने के कांग्रेस के फैसले पर प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्षी पार्टी कालाधन दिवस मनाएगी और उनका पुतला फूंकेगी क्योंकि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके संघर्ष से नाराज है.
मोदी ने कहा कि गरीब और मध्य वर्ग काम पर लौट गए हैं लेकिन बेईमान लोग उनसे नाराज हैं, वे उनसे बदला लेना चाहते हैं क्योंकि उन्होंने उन्हें बैग का सारा नकद बैंक में जमा करने के लिए विवश कर दिया.
भाजपा के पक्ष में प्रचंड जनादेश देने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने तब काफी तरक्की की जब प्रेम कुमार धूमल राज्य के मुख्यमंत्री थे और अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री क्योंकि केंद्र सरकार ने खूब पैसा दिया और धूमल ने राज्य के विकास में उसका प्रभावी तरीके से उपयोग किया.
मोदी ने हिमाचल में भाजपा के लिए तीन चौथाई बहुमत की मांग करते हुए, कांग्रेस की तुलना दीमक से की और कहा कि इस दीमक का पूरी तरह सफाया करने की जरूरत है.
कांग्रेस-भाजपा ने बंदरों से निजात दिलाने का किया वादा
हिमाचल प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों ने आगामी चुनावों में सत्ता के लिए वोट मिलने पर बंदरों के झुंड द्वारा अक्सर राहगीरों पर किए जाने वाले हमलों और फसलों को बर्बाद करने की समस्या से निजात दिलाने का वादा किया है.
पहाड़ी राज्य में तकरीबन 2000 गांव बंदरों के उत्पात से प्रभावित हैं. भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल ने बंदरों की बढ़ती संख्या पर काबू पाने के वास्ते नसबंदी अभियान नहीं चलाने के लिए कांग्रेस सरकार पर दोष मढ़ा है.
उन्होंने कहा, बंदरों की बढ़ती संख्या पर काबू पाने के लिए उन्होंने असरदार तरीके से इस कार्यक्रम को नहीं चलाया. धूमल ने कहा, हम किसानों को अपने खेतों के ईद-गिर्द जाली लगाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे. हम अन्य आवश्यक कदम भी उठाएंगे क्योंकि यह समस्या गांवों तक ही सीमित नहीं है, शहरों में भी फैल रही है.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार समस्या पर काबू पाने में नाकाम रही. सत्ती ने कहा कि नसबंदी के लिए बंदरों को पकड़ने पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए लेकिन उनकी संख्या बढ़ती ही जा रही है.
बहरहाल, उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, हमने नसंबदी अभियान चलाया और दूसरे कदम भी उठाए. हम इस समस्या पर काबू पाने के लिए और कदम उठाएंगे.
मोदी और राहुल के व्यस्त कार्यक्रम
हिमाचल प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के राज्य में व्यस्त प्रचार कार्यक्रम हैं. भाजपा ने कहा कि दो नवंबर को दो चुनावी जनसभाओं को संबोधित करने वाले मोदी शनिवार को कांगड़ा और सुंदरनगर में दो रैलियों को संबोधित करेंगे. भाजपा ने कहा कि पांच नवंबर को प्रधानमंत्री पालमपुर, कुल्लू और ऊना में एक एक जनसभा को संबोधित करेंगे.
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी राज्य में प्रचार नहीं करेंगी, लेकिन राहुल गांधी छह नवंबर को पोंटा साहिब, नागरोटा और चंबा में रैलियों को संबोधित करेंगे.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष तीन और चुनावी जनसभाओं को संबोधित करने के लिए फिर से हिमाचल का दौरा करेंगे. हिमाचल में चुनाव नौ नवंबर को होना है जबकि मतगणना 18 दिसंबर को होगी.
भाजपा पर धन प्रयोग का आरोप
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख सचिन पायलट ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में बड़े पैमाने पर संसाधनों और धन का प्रयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा को हार का डर सता रहा है.
पायलट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू खत्म हो चुका है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, मोदी का जादू हिमाचल में खत्म हो गया है और राज्य में मोदी को पार्टी का चेहरा होने का दावा करने वाली भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को पार्टी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने पर मजबूर है.
वीरभद्र के चुनाव मैदान में आने से चर्चा में है अर्की
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपनी लोकप्रियता को भुनाते हुए राज्य के सोलन जिला स्थित अर्की विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का फैसला किया है और शिमला ग्रामीण सीट उन्होंने अपने बेटे विक्रमादित्य सिंह के लिए छोड़ दी है.
शिमला से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अर्की से चुनाव लड़ रहे वीरभद्र सिंह राजनीति के नौसिखिये नेता भाजपा के रतन सिंह पाल के खिलाफ मैदान में हैं.
अर्की इससे पहले बघेल की रियासत थी. राज्य में छह बार से मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह को भ्रष्टाचार के आरोपों एवं अन्य मुद्दों पर घेरने के लिए भाजपा ने अर्की में प्रचार के लिए अपने दिग्गज प्रचारकों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के प्रदेश प्रभारी मंगल पांडे को नियुक्त किया है.
जीत को लेकर लगभग पूरी तरह आश्वस्त 83 वर्षीय कांग्रेस के दिग्गज नेता ने अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद से विधानसभा क्षेत्र का दौरा तक नहीं किया है और नौ नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए वह राज्य के अन्य जिलों में प्रचार कर रहे हैं.
उत्साहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दावा है कि अर्की में जीत से आसपास के विधानसभा क्षेत्रों पर प्रभाव पड़ेगा. भाजपा ने दो बार से विधायक रहे गोविंद राम शर्मा को टिकट देने से इनकार कर दिया, जिन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच कुछ मनमुटाव होने का दावा किया था.
बहरहाल पिछले दो विधानसभा चुनावों में गैर कांग्रेसी उम्मीदवार चुनाव जीते और वीरभद्र सिंह ने भी इससे पहले संकेत दिया था कि वह अर्की से चुनाव लड़ सकते हैं और इस विधानसभा क्षेत्र में कई विकास कार्य करेंगे.
ऊना में सतपाल का मुक़ाबला सतपाल से
हिमाचल विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रदेश इकाई के अध्यक्ष एवं तीन बार के विधायक सतपाल सत्ती का मुकाबला कांग्रेस के सतपाल रायजादा से होगा और दोनों ही सत्ता में आने पर राज्य में विकास का वादा कर रहे हैं.
पंजाब की सीमा से लगने वाली ऊना विधानसभा जिसे कांगड़ा क्षेत्र का प्रवेश द्वार माना जाता है, इस बार यहां कांटे की टक्कर होने की संभावना है.
नौ नवंबर को चुनाव के लिए प्रचार समाप्त होने से पहले दो मुख्य पार्टियों ने अपने अपने उम्मीदवारों के पक्ष में माहौल तैयार करने में पूरी ताकत झोंक दी है.
रायजादा ने 2012 में भी सत्ती के खिलाफ चुनाव लड़ा था लेकिन वह चुनाव हार गए थे. हालांकि एक बार फिर पार्टी ने उन पर विश्वास जताया है.
सत्ती अपने विधानसभा क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों के नाम पर वोट मांग रहे हैं. उन्होंने अपनी पार्टी के विकास के एजेंडे और सत्ता में आने पर राज्य के विकास के लिए पार्टी के दृष्टिकोण पर चर्चा की. उन्होंने 2003 में अपना पहला चुनाव 51 मतों के अंतर से जीता था. उन्होंने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार और लूट का आरोप लगाया.
वहीं कांग्रेस नेता रायजादा ने दावा किया कि सत्ती लोगों की अपेक्षाओं पर खरे उतरने में नाकामयाब रहे हैं. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद जिस तरह से भाजपा जीएसटी लाई उससे व्यापारियों खासतौर पर विधानासभा के शहरी क्षेत्रों के व्यापारी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)