आंध्र प्रदेश के काकीनाडा ज़िले के एक गांव में हुआ हादसा. पीड़ित परिवारों ने आरोप लगाया है कि फैक्ट्री प्रबंधन ने कर्मचारियों को उचित सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराए थे. घटना के बाद लोगों ने प्रदर्शन कर मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि देने की मांग की है.
काकीनाडा: आंध्र प्रदेश के काकीनाडा जिले में खाद्य तेल की एक फैक्ट्री में तेल के टैंक की सफाई करते समय दम घुटने से सात कर्मचारियों की मौत हो गई. जिला पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
हादसा जिले के जी. रागमपेटा गांव स्थित अंबाती सुब्बन्ना एंड कंपनी ऑयल्स मिल में हुआ.
उन्होंने बताया कि फैक्ट्री में खाद्य तेल की ‘पैकेजिंग’ की जाती है. उन्होंने बताया कि हादसा सुबह लगभग 8:30 बजे उस समय हुआ, जब उनमें से एक कर्मचारी उस टैंक की सफाई कर रहा था, जहां तेल रखा था.
उन्होंने बताया कि वह फिसल कर उसमें गिर गया और उसे बचाने के लिए एक के बाद एक अन्य छह कर्मचारी टैंकर में घुस गए और दम घुटने से सभी की मौत हो गई.
द हिंदू के मुताबिक, मृतकों की पहचान – पडेरू के वेचांगी कृष्णा (35 वर्ष), वेचांगी नरसिंह राव (38 वर्ष), वेचांगी सागर (20 वर्ष), कुरताडु बोंजू बाबू (34 वर्ष), कोर्रा रामा राव (45 वर्ष) और काकीनाडा जिले के कट्टामुरी जगदीश और प्रसाद (27 वर्ष) के रूप में हुई है.
काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) एम. रवींद्रनाथ बाबू ने द हिंदू को बताया कि इस घटना में केवल एक मजदूर बच गया. एसपी ने कहा, ‘सभी सात शवों को टैंक से निकाल लिया गया है. जांच जारी है.’
काकीनाडा की जिलाधिकारी कृतिका शुक्ला ने पत्रकारों को बताया कि अंबाती सुब्बन्ना एंड कंपनी ऑयल्स मिल फैक्ट्री को सील कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि प्रबंधन के खिलाफ श्रमिकों की सुरक्षा में ‘लापरवाही’ के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धारा 304ए (लापरवाही के कारण मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
उन्होंने बताया कि हादसे की जांच के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति गठित की गई है, जिसे 11 फरवरी तक रिपोर्ट देने को कहा गया है.
समिति में श्रम उपायुक्त, कारखानों के उप-निरीक्षक, कार्यकारी अभियंता, आंध्र प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, काकीनाडा के जिला उद्योग अधिकारी और पेड्डापुरम राजस्व विभागीय अधिकारी शामिल हैं.
अधिकारियों ने बताया कि समिति फिलहाल दस्तावेजों और फैक्ट्री को खाद्य तेल पैकेजिंग के लिए मिली मंजूरी आदि की जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि घटना के लिए जिम्मेदार पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, घटना में जान गंवाने वाले कर्मचारियों के परिवारवालों के लिए राज्य सरकार द्वारा 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है, साथ ही कारखाने को भी मुआवजा देने का निर्देश दिया गया है.
इस बीच, पीड़ित परिवारों ने आरोप लगाया है कि फैक्ट्री प्रबंधन ने कर्मचारियों को उचित सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराए थे. घटना के बाद लोगों ने प्रदर्शन कर मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि देने की मांग की है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)