इज़रायली समूह भारत और अन्य देशों में फ़र्ज़ी सोशल मीडिया अभियान चला रहा है: रिपोर्ट

ब्रिटेन के द गार्जियन अख़बार समेत विश्व के 30 मीडिया संस्थानों के एक संघ द्वारा की गई पड़ताल में सामने आया है कि इज़रायल की एक तथाकथित 'टीम जॉर्ज' यूनिट ने भारत समेत 20 देशों में फ़र्ज़ी सोशल मीडिया अभियान चलाए.

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(फोटो साभार: पिक्साबे)

ब्रिटेन के द गार्जियन अख़बार समेत विश्व के 30 मीडिया संस्थानों के एक संघ द्वारा की गई पड़ताल में सामने आया है कि इज़रायल की एक तथाकथित ‘टीम जॉर्ज’ यूनिट ने भारत समेत 20 देशों में फ़र्ज़ी सोशल मीडिया अभियान चलाए.

(फोटो साभार: पिक्साबे)

लंदन: बुधवार को एक रिपोर्ट में बताया गया कि दुनिया भर के 30 से अधिक चुनावों में हस्तक्षेप करने की आशंका वाले इज़रायली कॉन्ट्रैक्टर की एक टीम को भारत सहित कई देशों में नकली सोशल मीडिया अभियान संचालित करने के लिए सॉफ्टवेयर से जोड़ा गया है.

द हिंदू के मुताबिक, एक पत्रकार संघ (Journalist Consortium) द्वारा की गई एक अंतरराष्ट्रीय पड़ताल- जिसमें ब्रिटेन का द गार्जियन अखबार भी शामिल था- में एक कथित ‘टीम जॉर्ज’ के अस्तित्व की बात सामने आई है, जो ग्राहकों को इसकी एक प्रमुख सेवा के रूप में एडवांस्ड इम्पैक्ट मीडिया सॉल्यूसंस (एम्स) नामक जटिल सॉफ्टवेयर पैकेज की कथित पेशकश से जुड़ी हुई है.

बताया गया है कि यह यूनिट एक पूर्व इजराइली स्पेशल फोर्सेज़ के कर्मचारी ताल हनान (50) द्वारा चलाई जाती है, जो छद्म नाम ‘जॉर्ज’ का इस्तेमाल करके गुप्त तरीके से काम करता है. वहीं, टीम जॉर्ज पर हैकिंग, गड़बड़ करने और स्वचालित गलत जानकारी ऑनलाइन करने जैसे तरीकों का इस्तेमाल करने के आरोप हैं.

पूछताछ करने पर हनान ने किसी भी तरह के ‘गलत काम’ में लिप्त होने से इनकार किया.

बुधवार को गार्जियन अखबार की रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले साल कई महीनों तक जांच में अपने रिपोर्टिंग भागीदारों के साथ अखबार ने इंटरनेट पर ‘एम्स’-लिंक्ड बॉट गतिविधियों पर नजर रखी और पाया कि करीब 20 देशों, जिनमें ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, मेक्सिको, सेनेगल, भारत और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देश शामिल थे, में फर्जी सोशल मीडिया अभियानों के पीछे इसका हाथ था.

टीम जॉर्ज की जांच करने वाले पत्रकारों के संघ में 30 वैश्विक मीडिया संस्थानों के रिपोर्टर शामिल थे. यह प्रोजेक्ट दुष्प्रचार उद्योग की व्यापक जांच का हिस्सा है, जिसे फ्रांसीसी गैर-लाभकारी संस्था फॉरबिडन स्टोरीज द्वारा समन्वित किया गया है जिसका मिशन मारे गए, धमकाए गए या जेल में बंद पत्रकारों के काम को आगे बढ़ाना है.

टीम जॉर्ज की हालिया पड़ताल में अंडरकवर फुटेज को तीन पत्रकारों द्वारा फिल्माया गया था, जिन्होंने संभावित ग्राहकों के रूप में यूनिट से संपर्क किया था.

गुप्त रूप से रिकॉर्ड की गई छह घंटे से अधिक की बैठकों में हनान और उनकी टीम ने कथित तौर पर बताया कि कैसे वे प्रतिद्वंदियों की खुफिया जानकारी इकट्ठा कर सकते हैं. इसके लिए वे जीमेल और टेलीग्राम खातों तक पहुंचने के लिए हैकिंग तकनीकों का भी इस्तेमाल करते हैं.

एम्स के अतिरिक्त हनान ने कथित तौर पर पत्रकारों को एक ‘ब्लॉगर मशीन’ के बारे में बताया, जो वेबसाइट बनाने के लिए एक स्वचालित प्रणाली है जिसका इस्तेमाल एम्स नियंत्रित सोशल मीडिया खातों से इंटरनेट पर फेक न्यूज फैलाने के लिए किया जा सकता है.